विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला आंध्र प्रदेश कुरनूल से गिरफ्तार
देहरादून– गौरव पाल पुत्र मुकेश पाल निवासी गजिया वाला थाना कैंट द्वारा तहरीर देकर अंकित कराया कि (1) धीरज पुत्र दौलत खनाल निवासी विजयपुर नयागांव (2) मोहम्मद शाहिद s/o मोहम्मद जाहिद निवासी रायपुर मूल निवासी आंध्र प्रदेश द्वारा नौकरी दिलाने के नाम पर न्यूजीलैंड भेजने का वादा किया और हम से करीब ₹500000 धोखाधड़ी कर ठग लिए तथा इन्होंने अपना ऑफिस नया गांव में बालाजी मिरेकल नाम से खोल रखा था मेरे अलावा अन्य लोग सचिन कुमार व सुनीता रावत आदि लोग भी देहरादून के पीड़ित लोग हैं। इन्होंने भी इन दोनों को नौकरी के लिए विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपए दे रखे है यह दोनों किसी के भी पैसे वापस नहीं कर रहे हैं।
यह प्रकरण संगीन और बेरोजगार युवाओं केथा।साथ हुए धोखाधड़ी से संबंधित होने के कारण थाना कैंट पर 24/ फरवरी/20 को मुकदमा अपराध संख्या 35/ 20 धारा 420/ 406 /120 आईपीसी बनाम धीरज आदी* में अभियोग पंजीकृत विवेचना उपनिरीक्षक राजेश सिंह के सुपुर्द की गई। केस की गंभीरता को देखते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने प्रभारी निरीक्षक कैंट द्वारा उप निरीक्षक राजेश सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई। गठित टीम द्वारा विवेचना में सभी महत्वपूर्ण साक्ष्य संकलन करते हुए अभियुक्त धीरज पुत्र दौलत खनाल निवासी नया गांव के विरुद्ध 24/अगस्त/20 को नियमानुसार आरोप पत्र प्रेषित किया गया व अभियुक्त शाहिद उपरोक्त के विरुद्ध विवेचना जारी रखी गई अभियुक्त के लगातार फरार होने के कारण संबंधित नयायालय देहरादून से 17/अक्टूबर/20 को अभियुक्त का गिरफ्तारी वारंट प्राप्त किया गया जिसके निष्पादन के लिए 01 नवम्बर को उच्च तारीख उच्च अधिकारी के निर्देशानुसार एक पुलिस टीम कन्नूर आंध्र प्रदेश रवाना की गई गठित टीम द्वारा servlanse व कुर्नूल आंध्र प्रदेश की स्थानीय पुलिस तथा मुखबिर की सहायता से 04 अक्टूबर को अभियुक्त शाहिद उपरोक्त को थाना एडोनी कर्नूल आंध्र प्रदेश से गिरफ्तार किया जा रहा हैं। पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त मोहम्मद शाहिद उम्र 40 वर्ष उपरोक्त द्वारा बताया कि मैं मूल रूप से हैदराबाद का निवासी हूं वर्ष 2017 में मेरी मेरी शादी रायपुर देहरादून में हुई थी उसके बाद लगभग 02 वर्षों तक मैंने देहरादून में धीरज निवासी नयागांव के साथ मिलकर कई लोगों से विदेश भेजकर नौकरी लगाने के नाम पर पैसे लिए जो पैसे हम दोनों से खर्च हो गए फिर जब लोगों का काम नहीं हुआ तो सब लोग अपने पैसे वापस मांगने लगे और मैं पुलिस में पकड़े जाने के डर से नवंबर 2019 में हैदराबाद आ गया था और तब से यही छिप रह रहा था मुझे अपने ऊपर लिखे मुकदमे के बारे में जानकारी थी। इसलिए पकड़े जाने के डर से मैं बार-बार अपने मोबाइल नंबर बदल रहा था मैंने यहां अपना स्थानीय पता भी बदल लिया था मैंने देहरादून के लोगों का लगभग 14 से 18 लाख रुपए पैसा लिया है जो मुझसे देहरादून ओर हैदराबाद में खर्च हो गए हैंं।
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