वनों जानवरों की वेशभूषा में सांकेतिक मार्च
देहरादून - शिक्षित छात्रों के संगठन मेकिंग अ डिफरेंस बाय बींग द डिफरेंस के द्वारा उत्तराखंड स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 'जैव विविधता परेड' का आयोजन किया गया कोरोना की स्थिति, मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग के मापदंडों का पालन करते हुये यह परेड बेहल चौक से शूरू होकर मुख्यमंत्री आवास तक कूच करने निकली तो पुलिस प्रशासन द्वारा पर्यावरण प्रेमीयों को सर्वे आफ इंडिया पर तीखी नोकझोंक के बाद रोक दिया गया।
इस आयोजन में देहरादून की समस्त पर्यावरण प्रेमी संस्थाओं जैसे तारा फाउंडेशन,एस एफ आई, कृषिवन दून आदि ने भागीदारी की।परेड में उपस्थित लोगों द्वारा पहनीं गयी अलग अलग जानवरों कि वेशभूषा और फेस पेन्टिंग, मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही,और थानों संरक्षण को दर्शाते हुए वन्यजीवों पर पडने वाले प्रभावों को दर्शाया गया तथा जानवरों की वेशभूषा में सांकेतिक मार्च भी किया गया।परेड के दौरान उत्तराखंड के जनगीतकार सतीश दौलाखंडी, जयदीप सकलानी द्वारा जनगीतों जैसे 'साथी जल जंगल ज़मीन का बचाना बहुत जरूरी हैं, जंगल का बचना बहुत जरूरी हैं' की भी प्रस्तुति दी गई।मैड संस्था के सदस्यों नें बताया कि संस्था ने विगत 9 वर्षों में पर्यावरण के परिक्ष्ये में कई आयोजन किये हैं,तथा इस परेड का तात्पर्य जन जन तक पर्यावरण संरक्षण का संदेश पहुंचाना, और राज्य स्तर पर उत्तराखंड पर्यावरण की जैव विविधता महत्ता को दर्शना हैं। गौरतलब हैं कि उत्तराखंड राज्य अपने 20 वर्ष पूरे करने जा रहा हैं फिर भी जल जंगल ज़मीन के लिये लडाई अभी जारी हैं, जबकि उत्तराखंड इसी के लिये जाना जाता हैं। मैड के सदस्यों द्वारा स्वयं ही प्लास्टिक ना इस्तेमाल किए हुए कपडे के बैनर बनाए गये, फेस पेंटिंग तथा परेड के दौरान ट्रैफिक मैनेजमेंट भी सदस्यों द्वारा ही किया गया परेड के अंत में संस्था पुलिस प्रशासन को 'थानों बचाओ' के पोस्टर दिये गये।
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