चंडीगढ़,जयपुर से प्रवासियों को लेकर आये उत्तराखंड
देहरादून –प्रदेश में लॉक डाउन ओर कोविड संक्रमण के कारण फंसे हजारों उत्तरखण्डी प्रवासियों को उत्तराखंड लाने की कार्य वाही को पुलिस महानिरीक्षक एस डी आर एफ संजय गुंज्याल के दिशा निर्देशन एवम सेनानायक तृप्ति भट्ट के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। 4 अप्रैल को प्रातः अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल दून से एस डी आर एफ व उत्तराखंड पुलिस का एक 20 सदस्यीय दल सब इंस्पेक्टर गजेंद्र परवाल के साथ चंडीगढ़ को रवाना किया गया थाा। जिनके माध्यम से करीब 3082 प्रवासियों को उत्तराखंड लाया गया, प्रवासियों की सुविधा के लिए बसों की सेक्टर के अनुरूप ही बांटा गया हैं।
बस सेक्टर 17 से 43 के मध्य लगी थी वापसी में उत्तराखंड में स्टेजिंग एरिया रायपुर स्टेडियम बनाया गया हैं। कुल 113 उत्तरखण्ड परिवहन की बसों के माध्यम से इस अभियान को अंजाम दिया गया, जिसमे से 87 बसे गढ़वाल मंडल एवम 26 बसों को कुमांऊ मंडल भेजा गया। कुमाऊँ मंडल जाने वाली बसों के लिए अतिरिक्त स्टेजिंग एरिया गेंडी खत्ता हरिद्वार बनाया गया था।
कुल 3082 प्रवासियों में 2384 प्रवासी गढ़वाल एवम 698 प्रवासी कुमाऊँ मंडल के है। एक अन्य अभियान में एस डी आर एफ की टीम 3 अप्रैल को प्रातः हरिद्वार से 06 बसों में 198 प्रवासियों को लेकर जयपुर राजस्थान को रवाना हुई थी, जो आज राजस्थान में प्रवासियों को छोड़कर वापसी में भी 06 बसों में 219 उत्तरखण्डी प्रवासियों को लेकर आ रही हैं।अभियान के दौरान सभी टीमों को सेनानायक की ओर से एस डी आर एफ टीम को कंट्रोल के माध्यम से से आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए जाते रहे ।
बस सेक्टर 17 से 43 के मध्य लगी थी वापसी में उत्तराखंड में स्टेजिंग एरिया रायपुर स्टेडियम बनाया गया हैं। कुल 113 उत्तरखण्ड परिवहन की बसों के माध्यम से इस अभियान को अंजाम दिया गया, जिसमे से 87 बसे गढ़वाल मंडल एवम 26 बसों को कुमांऊ मंडल भेजा गया। कुमाऊँ मंडल जाने वाली बसों के लिए अतिरिक्त स्टेजिंग एरिया गेंडी खत्ता हरिद्वार बनाया गया था।
कुल 3082 प्रवासियों में 2384 प्रवासी गढ़वाल एवम 698 प्रवासी कुमाऊँ मंडल के है। एक अन्य अभियान में एस डी आर एफ की टीम 3 अप्रैल को प्रातः हरिद्वार से 06 बसों में 198 प्रवासियों को लेकर जयपुर राजस्थान को रवाना हुई थी, जो आज राजस्थान में प्रवासियों को छोड़कर वापसी में भी 06 बसों में 219 उत्तरखण्डी प्रवासियों को लेकर आ रही हैं।अभियान के दौरान सभी टीमों को सेनानायक की ओर से एस डी आर एफ टीम को कंट्रोल के माध्यम से से आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए जाते रहे ।
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