बाहर भी लाठी अंदर भी लाठी चली सब्जी विक्रेताओं पर
देहरादून- मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि हम किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होने देंगे खाद्य सामग्री को लेकर प्रदेश में जब की मंडी के अंदर की यह स्थिति है।सोमवार की सुबह को करीब एक बजे निरंजनपुर सब्जी मंडी में सब्जी की खरीद के लिए गए रेडी पटरी वाले दुकानदारों को आज मंडी सचिव ने उनके प्रशासन के द्वारा बनाए गए पास को रद्द कर दिया और कहा कि मंडी समिति के ही पास को हम इजाजत देंगे अंदर जाने की, जबकि रेडी वाले सब्जी खरीदने के लिए रात को ही मंडी चले जाते हैं। सोमवार की सुबह को लंबी लंबी लाइन लगी रही निरंजनपुर मंडी में फुटकर विक्रेताओं की अंदर जाने के लिए चार-चार घन्टे से भी ज्याद का समय लगा लेकिन उन्हें सब्जी खरीदने नही दिया। और उन्हें बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
वह थोड़े बढ़े हुए दामों में सब्जी बेच रहे हैं और उसके बाद वह कह रहे है कि यही स्थिति रहेगी तो हम सब्जियां खरीद नहीं जाएंगे । लेकिन यह समस्या कब तक रहेगी इस बारे में अभी रेहड़ी पटरी वालों को कोई भी भरोसा नहीं है।स्थिति यह है कि मंडी में सब्जियां तो आ रही है। लेकिन रेहड़ी पटरी वालों को समय पर सब्जी नहीं मिलने के कारण वह बासी और पुरानी सब्जी ही बेच रहे हैं।और ताजी सब्जी नहीं बेच पा रहे हैं। क्योंकि समय पर उन्हें सब्जियां नहीं मिलेगी तो वह सुबह 7:00 से 12:30 बजे के बीच का समय है। सब्जियां बेचने का और उन्हें पूरा दिन जागना पड़ता है। मंडी से सब्जी लाने और सब्जी बेचने के लिए।
ऐसे ही एलआईसी बिल्डिंग में सब्जी की रेहड़ी लगाने वाले कुछ लोगों ने बताया कि हम रात 1:00 बजे से ही निरंजनपुर सब्जी मंडी में सब्जी लेने गए हुए थे जब तीन - चार घंटे बाद हमारा नंबर आया तो सचिव ने हमारा पास रद्द कर दिया और कहा कि यह पास नहीं चलेगा जिसके कारण हमें बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ा, तो वही मंडी के अंदर की हालत भी कुछ कम ना थे और वहां पर आढ़ती के पास काम करने वाले मुन्ना को पुलिस के ही सामने गार्ड ने उसे बेरहमी से पीटा सिर्फ इस वजह से कि उसने मास्क की जगह गमछे से अपना मुंह ढका हुआ था वहीं दूसरी तरफ एक आढ़ती मंडी में आ रहा था,
तो पुलिस वालों ने उसे भी पीट दिया और उसकी स्कूटी पर भी लाठियां बरसाई वही बाहर की तरफ भी कुछ ऐसी ही स्थिति थी और सब्जी विक्रेताओं पर पुलिस की लाठी चली तो अफरा-तफरी मची रही बाहर सड़क पर जबकि कुछ रेडी वालों की मंडी समिति से भी वार्तालाप हुई और उनसे बैठक करने का आश्वासन दिया गया है कि हम आपकी समस्या का निराकरण करेंगे सब्जियां हैं। लेकिन सब्जी विक्रेता उन्हें खरीद नहीं खरीद पा रहे हैं और इसी कारण से जिनके पास पुरानी सब्जी है।वह थोड़े बढ़े हुए दामों में सब्जी बेच रहे हैं और उसके बाद वह कह रहे है कि यही स्थिति रहेगी तो हम सब्जियां खरीद नहीं जाएंगे । लेकिन यह समस्या कब तक रहेगी इस बारे में अभी रेहड़ी पटरी वालों को कोई भी भरोसा नहीं है।स्थिति यह है कि मंडी में सब्जियां तो आ रही है। लेकिन रेहड़ी पटरी वालों को समय पर सब्जी नहीं मिलने के कारण वह बासी और पुरानी सब्जी ही बेच रहे हैं।और ताजी सब्जी नहीं बेच पा रहे हैं। क्योंकि समय पर उन्हें सब्जियां नहीं मिलेगी तो वह सुबह 7:00 से 12:30 बजे के बीच का समय है। सब्जियां बेचने का और उन्हें पूरा दिन जागना पड़ता है। मंडी से सब्जी लाने और सब्जी बेचने के लिए।
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