आनलाइन ठगी में तीन गिरफ्तार
देहरादून– टीना गुप्ता पुत्री अजय कुमार गुप्ता निवासी: मकान नं0: 02, तिरूपति एन्क्लेव, शक्तिविहार, सहस्त्रधारा रोड के द्वारा थाना रायपुर में लिखित तहरीर दी कि 18 फरवरी 2020 को उनके पास एक व्यक्ति द्वारा काॅल कर खुद को पेटीएम कम्पनी का नुमाइन्दा बताते हुए पेटीएम की केवाईसी करवाने के लिए एक साफ्टवेयर इन्स्टाल करने के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी तथा उसके पश्चात उक्त व्यक्ति द्वारा उनके एकाउण्ट व डेबिट कार्ड की जानकारी प्राप्त करते हुए उनके खाते से लगभग 04 लाख 45 हजार रूपये निकाल लिये। वादिनी द्वारा उस सम्बन्ध में दी गयी तहरीर के आधार पर थाना रायपुर में तत्काल सम्बन्धित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया।
ऑनलाइन ठगी के बढते हुए मामलों तथा इससे लोगों के जीवनभर की जमा पूंजी लूट लेने वाले अपराधियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही के लिए पुलिस ने टीम बनाई । पुलिस को वादिनी द्वारा उपलब्ध कराये गये नम्बरों के सम्बन्ध में सर्विलांस के माध्यम से जानकारी प्राप्त की गयी तो उन नम्बरों की अन्तिम लोकेशन झारखण्ड के जमतारा जिले में होनी ज्ञात हुई, परन्तु उनकी आई0डी0 जनपद 24 परगना पश्चिमी बंगाल की पायी गयी, इसी दौरान सर्विलांस टीम को अभियुक्तों द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे कुछ फर्जी पे0टी0एम0 वॉलेट की जानकारी प्राप्त हुई, जिनकी आईडी का लखनऊ तथा दिल्ली की होना ज्ञात हुआ। जिस पर गठित पुलिस टीम को तत्काल अलग-अलग झारखण्ड, पश्चिमी बंगाल, दिल्ली तथा लखनऊ के लिये रवाना किया गया तथा सर्विलांस के माध्यम से उक्त नम्बरों पर लगातार सतर्क दृष्टि रखी गयी। अलग-अलग टीमों द्वारा सभी सम्भावित स्थानों पर स्थानीय पुलिस से समन्वय स्थापित करते हुए इस प्रकार के अपराधों में लिप्त पूर्व अपराधियों के सम्बंध में जानकारी एकत्रित की गयी तथा उक्त सिमों की आईडी से प्राप्त पतों पर दबिश देकर तस्दीक किया गया, किन्तु पुलिस टीमों को उसमे कोई खास सफलता प्राप्त नहीं हुई तथा ज्यादातर पते फर्जी पाये गये। इसी बीच सर्विलांस टीम को उक्त अभियुक्तों द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे एक नये नम्बर की जानकारी प्राप्त हुई, जो शरीद पुत्र चिराउद्दीन निवासी ग्राम बदिया थाना करौं जनपद देवघर झारखण्ड के नाम पर रजिस्टर्ड होना ज्ञात हुआ, जिस पर झारखण्ड रवाना हुई पुलिस टीम द्वारा तुरन्त देवघर पहुंचकर उक्त पते के सम्बन्ध में गोपनीय रूप से जानकारी प्राप्त की गयी तथा उक्त व्यक्ति की जानकारी के लिए स्थानीय मुखबिरों को सक्रिय किया गया। इसी बीच पुलिस टीम को स्थानीय मुखबिर के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि शरीद नाम का उक्त व्यक्ति अपने दो अन्य साथियों के साथ बदिया में ही मौजूद है तथा कहीं जाने की फिराक में है, जिस पर पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की निशानदेही पर शरीद को उसके दो अन्य साथियों तनवीर आलम तथा नबुवत अन्सारी के साथ बदिया से गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से ठगी में इस्तेमाल किये गये मोबाइल फोन, सिमकार्ड तथा नकदी बरामद हुई।
ऑनलाइन ठगी के बढते हुए मामलों तथा इससे लोगों के जीवनभर की जमा पूंजी लूट लेने वाले अपराधियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही के लिए पुलिस ने टीम बनाई । पुलिस को वादिनी द्वारा उपलब्ध कराये गये नम्बरों के सम्बन्ध में सर्विलांस के माध्यम से जानकारी प्राप्त की गयी तो उन नम्बरों की अन्तिम लोकेशन झारखण्ड के जमतारा जिले में होनी ज्ञात हुई, परन्तु उनकी आई0डी0 जनपद 24 परगना पश्चिमी बंगाल की पायी गयी, इसी दौरान सर्विलांस टीम को अभियुक्तों द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे कुछ फर्जी पे0टी0एम0 वॉलेट की जानकारी प्राप्त हुई, जिनकी आईडी का लखनऊ तथा दिल्ली की होना ज्ञात हुआ। जिस पर गठित पुलिस टीम को तत्काल अलग-अलग झारखण्ड, पश्चिमी बंगाल, दिल्ली तथा लखनऊ के लिये रवाना किया गया तथा सर्विलांस के माध्यम से उक्त नम्बरों पर लगातार सतर्क दृष्टि रखी गयी। अलग-अलग टीमों द्वारा सभी सम्भावित स्थानों पर स्थानीय पुलिस से समन्वय स्थापित करते हुए इस प्रकार के अपराधों में लिप्त पूर्व अपराधियों के सम्बंध में जानकारी एकत्रित की गयी तथा उक्त सिमों की आईडी से प्राप्त पतों पर दबिश देकर तस्दीक किया गया, किन्तु पुलिस टीमों को उसमे कोई खास सफलता प्राप्त नहीं हुई तथा ज्यादातर पते फर्जी पाये गये। इसी बीच सर्विलांस टीम को उक्त अभियुक्तों द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे एक नये नम्बर की जानकारी प्राप्त हुई, जो शरीद पुत्र चिराउद्दीन निवासी ग्राम बदिया थाना करौं जनपद देवघर झारखण्ड के नाम पर रजिस्टर्ड होना ज्ञात हुआ, जिस पर झारखण्ड रवाना हुई पुलिस टीम द्वारा तुरन्त देवघर पहुंचकर उक्त पते के सम्बन्ध में गोपनीय रूप से जानकारी प्राप्त की गयी तथा उक्त व्यक्ति की जानकारी के लिए स्थानीय मुखबिरों को सक्रिय किया गया। इसी बीच पुलिस टीम को स्थानीय मुखबिर के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि शरीद नाम का उक्त व्यक्ति अपने दो अन्य साथियों के साथ बदिया में ही मौजूद है तथा कहीं जाने की फिराक में है, जिस पर पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की निशानदेही पर शरीद को उसके दो अन्य साथियों तनवीर आलम तथा नबुवत अन्सारी के साथ बदिया से गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से ठगी में इस्तेमाल किये गये मोबाइल फोन, सिमकार्ड तथा नकदी बरामद हुई।
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