पुष्प प्रदर्शनी में जनता फूलों कर सकेंगे दो दिन दीदार
देहरादून – इस वर्ष पुष्प प्रदर्शनी में आम लोगों को अधिक समय प्रदान करने के उद्देश्य से राज्यपाल ने इसका उद्घाटन कार्यक्रम प्रातः 9 बजे आयोजित करने के निर्देश दिये जिससे 11 बजे से आम जनता प्रदर्शनी का लाभ उठा सके। नयी समय अवधि से पहले के लगभग डेढ़ दिन की अपेक्षा अब लोगों को पूरे दो दिन प्रदर्शनी देखने को मिलेगी। यह निर्णय राजभवन में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। पुष्प प्रदर्शनी में गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी उत्तराखण्ड की कोई विशिष्ट वनस्पति/पुष्प प्रजाति पर पोस्टल कवर जारी करने का निर्णय लिया गया।हर वर्ष आयोजित होने वाली पुष्प प्रदर्शनी वसंतोत्सव इस वर्ष 14-15 मार्च, 2020 को आयोजित होगी।
इस वर्ष प्रदर्शनी में लगभग दो लाख लोगों के आने की उम्मीद है। राज्यपाल ने कहा कि यह प्रदर्शनी पुष्प उत्पादकों के साथ ही खाद्य प्रसंस्करण एवं हस्तशिल्प की दृष्टि से भी लाभदायक होनी चाहिये। प्रदर्शनी के माध्यम से राज्य में पुष्प उत्पादन को प्रोत्साहन मिलना चाहिये। प्रदर्शनी देखने आने वालों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाय। वाहनों की पार्किंग साफ-सफाई, पेयजल, फूड स्टाॅल इत्यादि की समुचित व्यवस्था की जाय। राज्यपाल ने सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रतिबंध का उल्लेख करते हुए कपड़े के थैलों के स्टाॅल लगाने के निर्देश भी दिये।
गत वर्ष लगभग 30 विभागों के स्टाॅल लगे थे। राज्यपाल ने निर्देश दिये कि स्टाॅल लगाने वाले सभी विभाग ऐसे उत्पादों, गतिविधियों का प्रदर्शन करें जिनसे लोगों को सीधा लाभ हो। वर्ष स्कूली बच्चों के लिये आपदा प्रबन्धन और स्वयं को सुरक्षित रखने सम्बन्धी सजीव प्रदर्शन की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये। संस्कृति विभाग को उत्तराखण्ड की लोक कला एवं संस्कृति पर आधारित गुणवत्ता युक्त कार्यक्रम निर्धारित करने के निर्देश दिये।
इस वर्ष कट फ्लाॅवर श्रेणी सहित अन्य श्रेणियों में पुष्पों के वर्गीकरण को और अधिक युक्तिसंगत तथा चुनौतीपूर्ण बनाने पर भी विचार विमर्श हुआ।बैठक में सचिव राज्यपाल आर.के.सुंधाशु, सचिव उद्यान आर. मीनाक्षी सुंदरम, जिलाधिकारी देहरादून रविशंकर सहित उद्यान एवं संबंधित विभागों व संस्थानों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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