अब्दुल शकूर हत्याकांड की कहानी आरोपी की जुबानी
देहरादून– पुलिस ने प्रेमनगर में अब्दुल शकूर हत्याकांड का खुलासा किया शकूर हत्याकांड में सम्मिलित अभियुक्त मोहम्मद यासीन ने बताया गया कि मैं मूल रूप से केरला का रहने वाला हूँ तथा देहरादून में बीएफआईटी में एम0बी0ए0 प्रथम वर्ष का छात्र था।आशिक मेरे गांव का रहने वाला था जिस कारण उससे मेरी अच्छी जान पहचान थी। माह अगस्त में आशिक ने मुझसे संपर्क कर मुझे बताया कि वह अपने कुछ साथी तथा बिटकॉइन कंपनी चलाने वाले अब्दुल शकूर को लेकर देहरादून आ रहा हैं। और कुछ दिन यही रुकेगा। उसके बाद आशिक अपने साथी अरशद, मुनिफ़, रिहाब के साथ अब्दुल शकूर को लेकर मांडूवाला सुद्धोवाला में मेरे कमरे पर आ गया कुछ दिनों बाद उन्होंने मांडूवाला रोड पर स्थित पंकज उनियाल का मकान किराए पर ले लिया। आशिक के कुछ अन्य साथी आफताब, फारिस, अंशीब, सुफैल व अरविंद भी दिल्ली से देहरादून आ गए।
इन सभी लोगों ने अब्दुल शकूर से अपने पैसे लेने थे जिस कारण सभी लोग शकूर को प्रताड़ित करते हुए यातनाएं देने लगे। हम सभी की योजना थी कि शकूर से उसके कंपनी का पासवर्ड प्राप्त कर उसके अकाउंट में बचे बिटकॉइन लेकर आपस में बांट लेंगे, किंतु शकूर ने अपना पासवर्ड हम में से किसी को नहीं बताया।जब शकूर बेहोश हो गया तो मैं आसिफ, अरशद, और अंशीब के साथ क्रेटा कार से उसे अस्पताल ले गये इस दौरान कार मैं ही चला रहा था। मैक्स अस्पताल में डॉ0 दने शकूर को मृत घोषित करने के बाद हम सभी वहां से भाग गए, उसके पश्चात हम सभी अलग-अलग वाहनों से मसूरी पहुंचे तथा कुछ समय वहां रुकने के बाद वहां से बस के जरिए आईएसबीटी देहरादून आए।आईएसबीटी से आशिक, अरशद, मुनिब और रिहाब टैक्सी पकड़कर हिमांचल चले गए तथा अरविंद, आफताब, अंशिब, फारिस और सुफैल बस में बैठकर रुड़की के रास्ते दिल्ली रवाना हो गये। मैं वापस अपने कमरे मंडुवाला प्रेम नगर में आया और जरूरी कागजात व कपड़े आदि लेकर अगले दिन केरला चला गया। मैं काफी डरा हुआ था और पुलिस से बचने के लिए मैं केरल में ना रहकर बेंगलुरु में रह रहा था।जब पुलिस ने मेरे घर में दबिश दी तो मेरे घरवाले काफी डर गए उनके कहने पर मैं देहरादून कोर्ट में सरेंडर होने के लिए आया गया था।मैं एक-दो दिन में कोर्ट में सरेंडर करने वाला था। परंतु इसी बीच पुलिस ने मुझे पकड़ लिया।हत्याकांड में शामिल 06 अभियुक्तों फारिस ममनून पुत्र अब्दुल्ला अबुलन, अरविन्द सी0 पुत्र रविन्द्रन सी0, अंसिफ पुत्र शौकत अली पी0, सुफेल मुख्तार पुत्र मौ0 अली,आफताब मौहम्मद पुत्र सादिक पी0 सभी को 29- अगस्त रूडकी से तथा मुख्य आरोपी मौ0 आशिक पुत्र अब्दुल सत्तार, निवासी- मंजेरी, थाना मंजेरी, जिला मल्लापुरम, केरल, आयु 23 वर्ष, को प्रेमनगर क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेजा। घटना में सम्मिलित अन्य चार आरोपी अरशद, मो0 यासीन, रिहाब ,मुनीफ सभी निवासी केरल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार सभी सम्भावित स्थलों पर दबिशें दी जा रही थी। तभी थानाध्यक्ष प्रेमनगर को मुखबिर से सूचना मिली कि शकूर हत्याकांड में वांछित आरोपी मोहम्मद यासीन पुत्र कुट्टी मोहम्मद निवासी समीरा मंजिल, पो0- कारकुन्न, थाना मंजेरी, जिला मल्लापुरम, केरला, उम्र 21 वर्ष। जो कि बी एफ आई टी का छात्र था, देहरादून आया है।तथा कोर्ट में सरेण्डर करने की फिराक में है।पुलिस टीम ने आरोपी को रात्रि में सुद्धोवाला चौक से बी0एफ0आई0टी0 की ओर नेट नेस्ट हॉस्टल के पास से गिरफ्तार किया गया।
इन सभी लोगों ने अब्दुल शकूर से अपने पैसे लेने थे जिस कारण सभी लोग शकूर को प्रताड़ित करते हुए यातनाएं देने लगे। हम सभी की योजना थी कि शकूर से उसके कंपनी का पासवर्ड प्राप्त कर उसके अकाउंट में बचे बिटकॉइन लेकर आपस में बांट लेंगे, किंतु शकूर ने अपना पासवर्ड हम में से किसी को नहीं बताया।जब शकूर बेहोश हो गया तो मैं आसिफ, अरशद, और अंशीब के साथ क्रेटा कार से उसे अस्पताल ले गये इस दौरान कार मैं ही चला रहा था। मैक्स अस्पताल में डॉ0 दने शकूर को मृत घोषित करने के बाद हम सभी वहां से भाग गए, उसके पश्चात हम सभी अलग-अलग वाहनों से मसूरी पहुंचे तथा कुछ समय वहां रुकने के बाद वहां से बस के जरिए आईएसबीटी देहरादून आए।आईएसबीटी से आशिक, अरशद, मुनिब और रिहाब टैक्सी पकड़कर हिमांचल चले गए तथा अरविंद, आफताब, अंशिब, फारिस और सुफैल बस में बैठकर रुड़की के रास्ते दिल्ली रवाना हो गये। मैं वापस अपने कमरे मंडुवाला प्रेम नगर में आया और जरूरी कागजात व कपड़े आदि लेकर अगले दिन केरला चला गया। मैं काफी डरा हुआ था और पुलिस से बचने के लिए मैं केरल में ना रहकर बेंगलुरु में रह रहा था।जब पुलिस ने मेरे घर में दबिश दी तो मेरे घरवाले काफी डर गए उनके कहने पर मैं देहरादून कोर्ट में सरेंडर होने के लिए आया गया था।मैं एक-दो दिन में कोर्ट में सरेंडर करने वाला था। परंतु इसी बीच पुलिस ने मुझे पकड़ लिया।हत्याकांड में शामिल 06 अभियुक्तों फारिस ममनून पुत्र अब्दुल्ला अबुलन, अरविन्द सी0 पुत्र रविन्द्रन सी0, अंसिफ पुत्र शौकत अली पी0, सुफेल मुख्तार पुत्र मौ0 अली,आफताब मौहम्मद पुत्र सादिक पी0 सभी को 29- अगस्त रूडकी से तथा मुख्य आरोपी मौ0 आशिक पुत्र अब्दुल सत्तार, निवासी- मंजेरी, थाना मंजेरी, जिला मल्लापुरम, केरल, आयु 23 वर्ष, को प्रेमनगर क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेजा। घटना में सम्मिलित अन्य चार आरोपी अरशद, मो0 यासीन, रिहाब ,मुनीफ सभी निवासी केरल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार सभी सम्भावित स्थलों पर दबिशें दी जा रही थी। तभी थानाध्यक्ष प्रेमनगर को मुखबिर से सूचना मिली कि शकूर हत्याकांड में वांछित आरोपी मोहम्मद यासीन पुत्र कुट्टी मोहम्मद निवासी समीरा मंजिल, पो0- कारकुन्न, थाना मंजेरी, जिला मल्लापुरम, केरला, उम्र 21 वर्ष। जो कि बी एफ आई टी का छात्र था, देहरादून आया है।तथा कोर्ट में सरेण्डर करने की फिराक में है।पुलिस टीम ने आरोपी को रात्रि में सुद्धोवाला चौक से बी0एफ0आई0टी0 की ओर नेट नेस्ट हॉस्टल के पास से गिरफ्तार किया गया।
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