बंद एसी कमरों से भी बाहर निकल कर हकीकत को जाने

देहरादून – दून  की सड़कों का हो रखा हैं बुरा हाल ज्यादातर सड़कों में खड्डे ही खड़े हैं। और उनसे उड़ती डस्ट टू व्हीलर वाहन के लिए खतरनाक साबित हो रही हैं। जो कि बड़ी गाड़ियों के टायरों से उड़ती डस्ट उनकी आंखों में जाती हैं। और एक्सीडेंट का खतरा बना रहता हैं। लेकिन इस ओर लोक निर्माण विभाग  कभी ध्यान ही नहीं देता हैं। और सड़कों में साफ-सफाई नहीं होने के कारण उस पर जमी डस्ट लोगों की परेशानी का सबब बनती है। बंद एसी कमरों से भी बाहर निकल कर  हकीकत को जानने की कोशिश की जानी चाहिए ! मगर आज जिलाधिकारी सी रविशंकर की अध्यक्षता में जिलाधिकारी शिविर कार्यालय में जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में सड़क सुरक्षा समिति से जुडे़ विभागों यातायात पुलिस, परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग सहित सम्बन्धित अन्य विभागों के अधिकारियों द्वारा सड़क मार्ग पर दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु उठाये जाने वाले विभिन्न कदम की विस्तृत चर्चा की गयी। जिलाधिकारी ने सभी सदस्यों को अपने विभागीय स्तर पर तथा सामुहिक स्तर पर दुर्घटना घटित विभिन्न क्षेत्रों का सामूहिक निरीक्षण करते हुए उसकी विभिन्न पहलुओं से जाचं करते हुए रिपोर्ट तैयार करने के तत्पश्चात सामने आई विभिन्न कमियों और किये जाने वाले सुधारात्मक उपायों पर काम करते हुए कार्य करने के निर्देश दिये।
उन्होंने सम्भावित दुर्घटनावाले जोन को चिन्हित करते हुए सीसीटीवी कैमरे की निगरानी से यातायात संचालन प्रारम्भ करने की प्रक्रिया को अमल में लाने और जहां-जहां भविष्य में भी कोई सड़क दुर्घटना घटती है वहां पर तत्काल टास्कफोर्स से जुड़े महत्वपूर्ण विभागों को सामूहिक विजिट करते हुए जरूरी सुधारात्मक कदम उठाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने स्कूल बसों में सेफ्टी को भी ध्यान में रखते हुए बसों में सीसीटीवी कैमरे, प्राथमिक चिकित्सा बाॅक्स, सुरक्षित डोर, चालक का लाईसेंस व सही मानसिक स्थिति के साथ ही ओवरलोडिंग व बच्चों की सुरक्षा के यथोचित उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने ब्लैक स्पाट एवं क्रिटिकल स्पाॅट जहां पर दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है ऐसे स्थानों को चिन्हित करते हुए इन स्थानों पर रम्बल स्ट्रील लगाये जाने के निर्देश लोक निर्माण विभाग तथा एन.एच के अधिकारियों को दिये। उन्होंने लोक निर्माण विभाग और एन.एच, एनएचएआई को उनके क्षेत्र में सड़क सुधार हेतु किये जाने वाले जरूरी छोटे-छोटे सुधारात्मक उपायों के लिए अपने-अपने स्तर पर कार्य करते रहने और किसी भी प्रकार से बजट की कमी होने पर सड़क सुरक्षा फण्ड से बजट की मांग हेतु खर्च प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी विभागों और सदस्यों को आपसी समन्वय से सड़क सुरक्षा से जुड़े कार्यों को पूर्ण करने की बात कही। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं की मजिस्ट्रीयल जांच को 24 घण्टे के भीतर करने हेतु पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने सड़क सुरक्षा समिति सब-डिविजनल स्तर पर भी बनाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे नये मोटर वाहन एक्ट का सही ढंग से प्रचार-प्रसार करें, ताकि जनमानस को यातायात नियमों के प्रति जागरूक बनाया जाय। उन्होंने एनएच एवं एसएच पर लगाये गये होर्डिंगों को हटाने के साथ ही अतिक्रमण हटाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने लो.नि.वि के अधिकारी को बिना तैयारी के ही बैठक में उपस्थित होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने जनपद के वाणिज्यिक वाहनों की नम्बरिंग करने तथा यातायात नियमों को लेकर विद्यालयों में प्रतियोगिताएं भी आयोजित करने को कहा। उन्होंने परिवहन विभाग को ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण हेतु डेशिबल मशीन के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी अरविन्द पाण्डेय, पुलिस क्षेत्राधिकारी रमेश देवली,  अभियन्ता नगर निगम रविन्द्र कुमार, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ एम.के त्यागी, सहायक अभियन्ता लो.नि.वि सहित सम्बन्धित अधिकारी  उपस्थित थे। 

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