कामना रोहिल्ला का कातिल पुलिस की गिरफ्त में
देहरादून–माता मन्दिर रोड पर एक महिला व उसके पति को कुछ व्यक्तियों द्वारा घर में घुसकर गोली मार दी है।इस सूचना पर तत्काल थाना नेहरू कालोनी से पुलिस बल मौके पर पहुंचा, मौके पर एक महिला कामना रोहिल्ला, पत्नी अशोक रोहिल्ला निवासी- माता मन्दिर रोड, धर्मपुर, उम्र 32 वर्ष मृत अवस्था में पडी थी तथा उसके पति अशोक उर्फ कपिल रोहिल्ला पुत्र कृष्णकांत रोहिल्ला निवासी उपरोक्त घायल अवस्था में पडा था, जिसके पेट में गोली मारी गयी थी। घायल व्यक्ति को तत्काल उसके परिजनों द्वारा अस्पताल ले जाया गया था। घटना के सम्बन्ध में जानकारी करने पर घायल अशोक रोहिल्ला द्वारा बताया गया कि रिंकू उर्फ अजय वर्मा निवासी- अमनविहार, शास्त्रीनगर रायपुर, जो कि उसकी बुआ के देवर का लडका था, के द्वारा अपने दो अन्य साथियों, जो कि हैलमेट पहने हुए थे, के साथ रात्रि 12:00 बजे घर में घुसकर उक्त घटना को अंजाम दिया गया तथा जाते समय रिंकू व उसके साथी घर से सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी अपने साथ ले गये।
इस सम्बन्ध में कामना के भाई अमन की तहरीर के आधार पर थाना नेहरू कालोनी पर मुकदमा अपराध संख्या: 271/19 धारा- 302/201 आई0पी0सी0 पंजीकृत किया गया। अशोक रोहिल्ला के बयानों के आधार पर पुलिस द्वारा अपनी जांच को आगे बढाते हुए आस-पास के सीसीटीवी कैमरो की फुटेज को कब्जे में लेकर चैक किया गया तो सीसीटीवी फुटेज में ऐसे कोई भी बाइक सवार व्यक्ति आते व जाते हुए नहीं दिखाई दिये। चूंकि अशोक रोहिल्ला आईसीयू में भर्ती था, जिस कारण उससे और अधिक पूछताछ करना सम्भव नहीं था। अशोक रोहिल्ला के बयान संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिस द्वारा मैनुवली कार्य करते हुए अशोक व उसके करीबियों के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गयी। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि अशोक मूल रूप से सरधना, मेरठ का रहने वाला है तथा उसके एक करीबी दोस्त दीपक शर्मा पुत्र दिनेश शर्मा निवासी सरधना, मेरठ का देहरादून में उसके घर पर अक्सर आना जाना रहता था। दीपक के सम्बन्ध में जानकारी एकत्र करने पुलिस टीम को सरधना मेरठ रवाना किया गया, परन्तु दीपक अपने घर पर मौजूद नहीं मिला तथा उसका मोबाइल फोन भी बंद होना पाया गया। दीपक की गतिविधी संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिस टीम द्वारा उसके सम्बन्ध में और अधिक जानकारी जुटाई गयी तो ज्ञात हुआ कि दीपक का छोटा भाई गौरव शर्मा पुत्र दिनेश शर्मा निवासी सरधना, मेरठ उक्त घटना के दिन मेरठ से देहरादून आया था तथा घटना के अगले दिन वापस मेरठ चला गया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा गौरव की तलाश हेतु उसके घर पर दबिश दी गयी तो वह भी अपने घर से गायब मिला तथा घटना के बाद से उसका फोन भी लगातार बंद होना पाया गया। जिस पर पुलिस टीम का शक और भी गहरा हो गया। दीपक व गौरव की तलाश हेतु थानाध्यक्ष नेहरू कालोनी के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा सम्भावित स्थलों पर दबिश दी गयी। गोपनीय सूत्रों के जरिये पुलिस टीम को सूचना प्राप्त हुई कि दीपक व गौरव सरधना से राजस्थान भागने की फिराक में हैं। जिस पर पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर उक्त दोनो व्यक्तियों को दोराला सरधना रोड, मेरठ से अशोक रोहिल्ला की टाटा विस्टा कार संख्या: डीएल-3सी-वीवी-3879 के साथ गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों से पूछताछ करने पर वह पुलिस को गुमराह करने का प्रयास करने लगे, जिस पर पुलिस टीम द्वारा सांइटिफिक तरीके से टैकल करते हुए दोनो अभियुक्तों से पूछताछ की गयी तो अभियुक्त गौरव द्वारा अशोक रोहिल्ला से फिरौती लेकर मृतका कामना रोहिल्ला की हत्या करना स्वीकार किया गया। साथ ही अभियुक्त गौरव द्वारा अशोक रोहिल्ला के कहने पर अपने एक अन्य साथी परवेज उर्फ बसरू निवासी सरधना मेरठ के साथ नवम्बर 2018 में राजस्थान ले जाकर रिंकू उर्फ अजय वर्मा की हत्या करना भी स्वीकार किया गया। अभियुक्त गौरव की निशानदेही पर कार में से मृतका कामना रोहिल्ला के घटना स्थल की डीवीआर व 15000/- रू0 नकद बरामद किये गये।
इस सम्बन्ध में कामना के भाई अमन की तहरीर के आधार पर थाना नेहरू कालोनी पर मुकदमा अपराध संख्या: 271/19 धारा- 302/201 आई0पी0सी0 पंजीकृत किया गया। अशोक रोहिल्ला के बयानों के आधार पर पुलिस द्वारा अपनी जांच को आगे बढाते हुए आस-पास के सीसीटीवी कैमरो की फुटेज को कब्जे में लेकर चैक किया गया तो सीसीटीवी फुटेज में ऐसे कोई भी बाइक सवार व्यक्ति आते व जाते हुए नहीं दिखाई दिये। चूंकि अशोक रोहिल्ला आईसीयू में भर्ती था, जिस कारण उससे और अधिक पूछताछ करना सम्भव नहीं था। अशोक रोहिल्ला के बयान संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिस द्वारा मैनुवली कार्य करते हुए अशोक व उसके करीबियों के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गयी। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि अशोक मूल रूप से सरधना, मेरठ का रहने वाला है तथा उसके एक करीबी दोस्त दीपक शर्मा पुत्र दिनेश शर्मा निवासी सरधना, मेरठ का देहरादून में उसके घर पर अक्सर आना जाना रहता था। दीपक के सम्बन्ध में जानकारी एकत्र करने पुलिस टीम को सरधना मेरठ रवाना किया गया, परन्तु दीपक अपने घर पर मौजूद नहीं मिला तथा उसका मोबाइल फोन भी बंद होना पाया गया। दीपक की गतिविधी संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिस टीम द्वारा उसके सम्बन्ध में और अधिक जानकारी जुटाई गयी तो ज्ञात हुआ कि दीपक का छोटा भाई गौरव शर्मा पुत्र दिनेश शर्मा निवासी सरधना, मेरठ उक्त घटना के दिन मेरठ से देहरादून आया था तथा घटना के अगले दिन वापस मेरठ चला गया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा गौरव की तलाश हेतु उसके घर पर दबिश दी गयी तो वह भी अपने घर से गायब मिला तथा घटना के बाद से उसका फोन भी लगातार बंद होना पाया गया। जिस पर पुलिस टीम का शक और भी गहरा हो गया। दीपक व गौरव की तलाश हेतु थानाध्यक्ष नेहरू कालोनी के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा सम्भावित स्थलों पर दबिश दी गयी। गोपनीय सूत्रों के जरिये पुलिस टीम को सूचना प्राप्त हुई कि दीपक व गौरव सरधना से राजस्थान भागने की फिराक में हैं। जिस पर पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर उक्त दोनो व्यक्तियों को दोराला सरधना रोड, मेरठ से अशोक रोहिल्ला की टाटा विस्टा कार संख्या: डीएल-3सी-वीवी-3879 के साथ गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों से पूछताछ करने पर वह पुलिस को गुमराह करने का प्रयास करने लगे, जिस पर पुलिस टीम द्वारा सांइटिफिक तरीके से टैकल करते हुए दोनो अभियुक्तों से पूछताछ की गयी तो अभियुक्त गौरव द्वारा अशोक रोहिल्ला से फिरौती लेकर मृतका कामना रोहिल्ला की हत्या करना स्वीकार किया गया। साथ ही अभियुक्त गौरव द्वारा अशोक रोहिल्ला के कहने पर अपने एक अन्य साथी परवेज उर्फ बसरू निवासी सरधना मेरठ के साथ नवम्बर 2018 में राजस्थान ले जाकर रिंकू उर्फ अजय वर्मा की हत्या करना भी स्वीकार किया गया। अभियुक्त गौरव की निशानदेही पर कार में से मृतका कामना रोहिल्ला के घटना स्थल की डीवीआर व 15000/- रू0 नकद बरामद किये गये।
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