जम्मू-कश्मीर के स्पीकर ने किए बदरीविशाल के दर्शन
चमोली– जम्मू-कश्मीर विधान सभा के अध्यक्ष डा.निर्मल सिंह ने प्रात:भगवान बदरीविशाल के दर्शन किये,एवं महाभिषेक पूजा की।तथा उनके साथ पत्नी ममता सिंह एवं संत बालक योगेश्वर दास भी महाभिषेक पूजा में शामिल हुए।
देश के सुख समृद्धि की कामना की।
कल देर रात डा.निर्मल सिंह बदरीनाथ धाम पहुचे थे। वह संत बालक योगेश्वर दास के खाक चौक स्थित आश्रम में उन्होंने रात्रि विश्राम किया। महाभिषेक पूजा के पश्चात डा.निर्मल सिंह ने बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी से भेंट की। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बी.डी.सिंह ने विधान सभा अध्यक्ष एवं उनकी धर्मपत्नी ममता सिंह का शाल, स्मृति चिह्न देकर सम्मान किया। इस दौरान डा.निर्मल सिंह ने कहा कि बदरीनाथ धाम में दूषित जल एवं कूड़ा अलकनंदा में प्रवाहित न हो तथा स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाये, ताकि तीर्थो एवं गंगा मा़ं की पवित्रता बनी रहे।
उन्होंने संत बालक योगेश्वर दास द्वारा शहीदों की स्मृति में विगत वर्ष कारगिल के निकट किये गये शांति यज्ञ की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बदरीनाथ में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट ऋषिगंगा एवं अलकनंदा के संगम पर नहीं बनाया जाना चाहिये बल्कि आबादी से कुछ दूरी पर बनना चाहिए।इस दौरान मुख्यकार्याधिकारी बी.डी.सिंह सहित यात्रा मजिस्ट्रैट बदरीनाथ,लक्ष्मीराज चौहान, देवेंद्र सिंह नेगी, मोहन दास, महेन्द्र दुबे, डा.हरीश गौड़, संजय भट्ट, मोहन प्रसाद भट्ट, हरीश जोशी मौजूद थे।महाअभिषेक पूजा के पश्चात डा.निर्मल सिंह बदरीनाथ के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, अपर धर्माधिकारी सत्यप्रसाद चमोला, अ.धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविन्द्र भट्ट, उप मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान से भी मिले।दोपहर बाद वह बदरीनाथ से वापस लौट गये। डा.निर्मल सिंह के बदरीनाथ पहुंचने पर सुरक्षा ऐजेंसियों को सतर्क कर दिया गया था पुलिस ने सुरक्षा के अधिक इंतजाम किये थे। उल्लेखनीय है कि डा.निर्मल सिंह जेड श्रेणी सुरक्षा के दायरे में आते हैं।
देश के सुख समृद्धि की कामना की।
कल देर रात डा.निर्मल सिंह बदरीनाथ धाम पहुचे थे। वह संत बालक योगेश्वर दास के खाक चौक स्थित आश्रम में उन्होंने रात्रि विश्राम किया। महाभिषेक पूजा के पश्चात डा.निर्मल सिंह ने बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी से भेंट की। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बी.डी.सिंह ने विधान सभा अध्यक्ष एवं उनकी धर्मपत्नी ममता सिंह का शाल, स्मृति चिह्न देकर सम्मान किया। इस दौरान डा.निर्मल सिंह ने कहा कि बदरीनाथ धाम में दूषित जल एवं कूड़ा अलकनंदा में प्रवाहित न हो तथा स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाये, ताकि तीर्थो एवं गंगा मा़ं की पवित्रता बनी रहे।
उन्होंने संत बालक योगेश्वर दास द्वारा शहीदों की स्मृति में विगत वर्ष कारगिल के निकट किये गये शांति यज्ञ की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बदरीनाथ में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट ऋषिगंगा एवं अलकनंदा के संगम पर नहीं बनाया जाना चाहिये बल्कि आबादी से कुछ दूरी पर बनना चाहिए।इस दौरान मुख्यकार्याधिकारी बी.डी.सिंह सहित यात्रा मजिस्ट्रैट बदरीनाथ,लक्ष्मीराज चौहान, देवेंद्र सिंह नेगी, मोहन दास, महेन्द्र दुबे, डा.हरीश गौड़, संजय भट्ट, मोहन प्रसाद भट्ट, हरीश जोशी मौजूद थे।महाअभिषेक पूजा के पश्चात डा.निर्मल सिंह बदरीनाथ के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, अपर धर्माधिकारी सत्यप्रसाद चमोला, अ.धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविन्द्र भट्ट, उप मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान से भी मिले।दोपहर बाद वह बदरीनाथ से वापस लौट गये। डा.निर्मल सिंह के बदरीनाथ पहुंचने पर सुरक्षा ऐजेंसियों को सतर्क कर दिया गया था पुलिस ने सुरक्षा के अधिक इंतजाम किये थे। उल्लेखनीय है कि डा.निर्मल सिंह जेड श्रेणी सुरक्षा के दायरे में आते हैं।
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