राजनीति की भेंट चढ़ता एनआईटी

श्रीनगर गढ़वाल– उत्तराखंड में 2013 की आपदा के बाद श्रीनगर में बने एनआईटी परिसर का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है अस्थाई रूप से पॉलिटेक्निक कॉलेज में  बने एनआईटी अपने भविष्य के लिए चिंतित हैं  वही काफी दिनों से चल रहे छात्रों का आंदोलन एकाएक नए मोड़ पर आ गया छात्रों ने कॉलेज के छात्रावास में तालाबंदी कर कॉलेज छोड़कर  अपने अपने घरों को निकल पड़े छात्रों की मांग है कि उन्हें स्थाई परिसर दिया जाए वही श्रीनगर  एनआईटी को लेकर राजनीति भी हो रही है राज्य सरकार इस मसले का
अभी तक समाधान नहीं निकाल पाई है  जहां एनआईटी को  लगभग 300 एकड़ भूमि की आवश्यकता है  वहीं सरकार अभी तक इन्हें भूमि मुहैया नहीं करा पा रही है सुमाड़ी में  आवंटित की भूमि  पर एनआईटी  का निर्माण होने से पहले ही विवाद हो गया  उसके बाद एक अन्य जगह  पर जमीन चिन्हित की गई मगर वह जमीन  केंपस  के हिसाब से काफी नहीं थी इसी कारण  छात्रों को अभी तक अलग-अलग जगह रहना पड़ रहा था और एक कमरे में छः छः छात्र रह रहे थे  जोकि रहने के लायक नहींनहीं हैं,एन आई टी छोड़ने वाले छात्रों के उत्तराखंड के स्थायी कैंपस का मुद्दा बुधवार को दिल्ली पहुंच गया है। इसको लेकर उत्तराखंड के कांग्रेसी नेता धीरेंद्र प्रताप बुधवार को मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मिलकर 900 छात्रों के कैंपस छोड़ने की जानकारी दी। जावडेकर ने उन्हें आश्वासन दिया है कि छात्रों की दिक्कतों को दूर किया जाएगा। वहीं, धीरेंद्र ने समाधान न होने पर जंतर-मंतर पर सत्याग्रह शुरू करने की चेतावनी दी है।कांग्रेसी नेता धीरेंद्र प्रताप के मुताबिक मानव संसाधन
विकास मंत्री ने छात्रों की दिक्कतों को दूर करने का आश्वासन दिया है इस मामले में जावड़ेकर ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी बात की है।कांग्रेसी नेता का कहना है कि सालों से स्थायी कैंपस बनाने की मांग छात्र कर रहे है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हो सका है। इससे परेशान सैकड़ों छात्र कैंपस छोड़कर चले गए हैं। यदि केंद्र और राज्य सरकार इस मामले में समाधान नहीं कर पाती हैं तो फिर वह एक नवंबर से दिल्ली के जंतर-मंतर पर आंदोलन करेंगे।पूर्व विधायक ने भी रोष जताया और कहाकि
भाजपा सरकार इसकी दोषीहै।गोदियाल ने कहा कि वर्तमान विधायक ने जनता के साथ धोखा किया है। जनता को विधायक से इस्तीफा मांगना चाहिए।  पूर्व विधायक गणेश गोदियाल ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान एन आई टी भवन निर्माण के लिए शिलान्यास हो चुका था। अब केवल टेंडर प्रक्रिया होनी थी, लेकिन वर्तमान सरकार कुछ नहीं कर पाई। कहा कि श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र विधायक विहीन प्रतीत हो रहा है।  डबल इंजन की सरकार यहां के संस्थानों को उत्तराखंड से बाहर ले जाने का जोर लगा रही है।  एन आई टी मुद्दे पर गोदियाल ने सरकार व स्थानीय विधायक को पूरी तरह असफल बताया। कहा कि वर्तमान विधायक ने जनता के साथ धोखा किया है। जनता को विधायक से इस्तीफा मांगना चाहिए।  

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