नाबालिग के साथ गैंग रेप और निर्मम हत्या
उत्तरकाशी- उत्तराखंड में बढ़ रही अपराधिक घटनाओं से देवभूमि एक बार फिर शर्मसार हुई। जहां पहाड़ों की शांत वादियों में कभी कोई आपराधिक मामले नहीं हुए थे वहीं राज्य बनने के बाद अपराधिक घटनाओं का ग्राफ एकाएक बढ़ता चला गया है, पहाड़ की शांत वादियों में सैलानी सकून की तलाश में आते हैं, लेकिन कुछ वर्षों से इन पहाड़ों में आपराधिक घटनाएं एकाएक बढ़ सी गई हैं,जहां महिलाएं बच्चे बिना किसी डर से अपने कार्य को अंजाम देती थी,वही अब महिलाओं और युवतियों में डर सा बैठ गया है कि ना जाने कब कौनसी अप्रिय घटना इनके साथ हो जाएं इसी का जीता-जागता उदाहरण शुक्रवार की देर रात डुंडा तहसील के भकड़ा गांव में हुई ,ग्रामीणों के अनुसार देर रात चार मजदूरों ने अनुसूचित जाति की एक 12 वर्षीय नाबालिग को घर से अगवा करके ले गए। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि चारों ने पहले नाबालिग के साथ गैंग रेप किया और उसके बाद उसकी निर्मम हत्या कर शव भकड़ा पुल के ऊपर फेंक दिया । जिससे क्षेत्र में गुस्से का माहौल है।
वही देवभूमि में इस प्रकार की निर्मम और दर्दनाक घटना पहली बार हुई है। जिससे लोग सहमे हुए हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने भकड़ा पुल पर रोड जाम कर दिया। करीब 3 घंटे ग्रामीणों ने सड़क जाम की और उसके बाद किसी प्रकार अधिकारियों ने ग्रामीण महिलाओं को समझाया और फिर जाम खोला गया। वहीं पुलिस दावा कर रही कि आरोपियों को पकड़ लिया गया है। ग्रामीणों ने पुलिस से आरोपियों को उनके हवाले करने की मांग की। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वही घटना से राजस्व पुलिस और रेगुलर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं कि बाहरी लोगों का सत्यापन नहीं किया जा रहा है ये खबर पूरे जिले में आग की तरह फैल गई ओर उत्तरकाशी छात्र संगठनों में भी आक्रोश है,
वही देवभूमि में इस प्रकार की निर्मम और दर्दनाक घटना पहली बार हुई है। जिससे लोग सहमे हुए हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने भकड़ा पुल पर रोड जाम कर दिया। करीब 3 घंटे ग्रामीणों ने सड़क जाम की और उसके बाद किसी प्रकार अधिकारियों ने ग्रामीण महिलाओं को समझाया और फिर जाम खोला गया। वहीं पुलिस दावा कर रही कि आरोपियों को पकड़ लिया गया है। ग्रामीणों ने पुलिस से आरोपियों को उनके हवाले करने की मांग की। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वही घटना से राजस्व पुलिस और रेगुलर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं कि बाहरी लोगों का सत्यापन नहीं किया जा रहा है ये खबर पूरे जिले में आग की तरह फैल गई ओर उत्तरकाशी छात्र संगठनों में भी आक्रोश है,
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ReplyDeleteThanks pixdun team