बालिका को घायल अवस्था में मलबे से बाहर निकाला
नई टिहरी - क्षेत्र की सड़क दुरुस्त होती और सही समय पर एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंच जाती तो हो सकता था के जान माल का नुकसान थोड़ा कम होता मगर प्रशासन के सुस्त रवैया के चलते जहां सड़क नहीं खुल पाई जिसके कारण मदद देर से पहुंची और जब जिलाधिकारी स्वयं उस स्थान पर पहुंची तब सड़क खोलने का कार्य तेजी से किया और सड़क मार्ग को खोला गया, तहसील बाल गंगा के अन्तर्गत कोट गाॅंव में भू-स्खलन होने से कुछ मकान ध्वस्त हुये। मकानों के मलबे में 08 लोगों के दबे होने की सूचना मिलने पर जिलाधिकारी सोनिका ने तत्काल ही स्थानीय तहसील प्रशासन को घटना स्थल पहुॅचकर राहत व बचाव एवं खोज
कार्य करने के निर्देश दिये तथा स्वयं भी तत्काल ही घटना स्थल पहुॅचकर राहत एवं बचाव कार्यो का जायजा लिया व सभी व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखा। राहत, बचाव एवं खोज कार्यो के फलस्वरूप मलबे में दबे कुल 08 लोगों में से एक बालिका बबली (12 वर्ष) पुत्री मोर सिंह को जीवित ही घायल अवस्था में मलबे से बाहर निकाला गया जबकि 07 लोगो के शवों को मलबे से बाहर निकाल लिया
हैं। मलबे से बाहर निकाले गये 07 शवों में मोर सिंह (32) पुत्र उमा सिंह, आशीष (10) पुत्र मोर सिंह, हंसा देवी (27) पत्नी मोर सिंह, अतुल (8) पुत्र हुकम सिंह, संजू देवी (30) पत्नी हुकम सिंह, लक्ष्मी देवी (25) पत्नी राकेश व स्वाती (03) पुत्री राकेश के शव शामिल हैं। घटना स्थल पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी तहसील बालगंगा फिंचाराम चौहान को निर्देश दिये कि आपदा प्रभावितों को तत्काल ही नियमानुसार राहत राशि दे दी जाय। साथ ही निर्देश दिये कि कोट गाॅंव के ऐसे परिवार जिनके भवन कमजोर स्थिति में हैं उन परिवारों को रात्रि से पूर्व ही अन्यत्र सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट कर दिया जाय।
हैं। मलबे से बाहर निकाले गये 07 शवों में मोर सिंह (32) पुत्र उमा सिंह, आशीष (10) पुत्र मोर सिंह, हंसा देवी (27) पत्नी मोर सिंह, अतुल (8) पुत्र हुकम सिंह, संजू देवी (30) पत्नी हुकम सिंह, लक्ष्मी देवी (25) पत्नी राकेश व स्वाती (03) पुत्री राकेश के शव शामिल हैं। घटना स्थल पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी तहसील बालगंगा फिंचाराम चौहान को निर्देश दिये कि आपदा प्रभावितों को तत्काल ही नियमानुसार राहत राशि दे दी जाय। साथ ही निर्देश दिये कि कोट गाॅंव के ऐसे परिवार जिनके भवन कमजोर स्थिति में हैं उन परिवारों को रात्रि से पूर्व ही अन्यत्र सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट कर दिया जाय।
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