हिजड़ा होने के बावजूद समाज में इज़्ज़त पायी -लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी
देहरादून: तीन दिवसीय देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन सेलिब्रिटी और साहित्यकार जैसे कि लिलेट दुबे, लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, दिव्या दत्ता, मधुर भंडारकर, सुशांत सिंह राजपूत, सुरेंद्र मोहन पाठक, लक्ष्मी अग्रवाल और फौजिया डास्तांगो की कार्यक्रम में भागीदारी रही। साहित्यिक क्षेत्र से लोकेश ओहरी, जगमोहन बांगानी, संकल्प खेतवाल, जसकिरण चोपड़ा, मोना वर्मा, रूपा गुलाल, दीपक रामोला, रुक्षमनी कुमारी, मिलली ऐश्वर्या, राखी बक्शी, सुदीप चक्रवर्ती, जीत बेनर्जी , एड़ीजी अशोक कुमार और फिरोज खान जैसे प्रसित्र शख्सियों ने दर्शकों के साथ भी बातचीत की।पैनलिस्ट लोकेश ओहरी, जगमोहन बागानी, संकल्प खेतवाल और जसकिरण चोपड़ा ने ‘उत्तराखंड की विरासत और रचनात्मकता’ के बारे में चर्चा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य के युवाओं को अमूमन दून के एस्लेहॉल और फास्ट फूड कार्नर से ज्यादा दून की सांस्कृतिक विरासत और धराहरों के बारे में कम ही पता है। इस तथ्य को प्रमाणित करने के लिये ऑडियो विजुअल प्रस्तुतिकरण भी दिखाई गई। लिटरेचर फेस्टिवल के निर्देशक सम्राट विरमानी और अनुराग चौहान भी उपस्थित थे।
ट्रांसजेंडर अधिकार कार्यकर्ता लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने अपने सत्र मे कहा की उन्हें अपने जीवन मे किसी पछतावा नहीं है क्योंकि उन्होंने हमेशा वही किया जो उन्हें उस समय पे सही लगा I उन्होंने बताया की उन्होंने कैसे मात्रा एक हिजड़ा होने की पहचान से एक भरतनाट्यम डांसर, टीचर एवं एक बार डांसर तक होने की इज़्ज़त पायी I दिव्या दत्ता ने अपनी बुक 'मी एंड माँ' का विमोचन करते हुए कहा की ये किताब उनकी माता को समर्पित है जिन्होंने उन्हें बहुत बहादुरी से अकेले पाला I लीलेट्टे दुबे ने कहा की लड़कियों को वो करने के लिए बढ़ावा देना चाहिए जो वो करना चाहती हैं I उन्होंने कहा की हर आज़ादी वित्तीय आज़ादी से शुरू होती है I वह मानती हैं की कोई औरत तब तक अच्छी माँ या बीवी नहीं बन सकती हैं जब तक वे अंदर से खुश नहीं हैं I देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के दौरान
मधुर भंडारकर का भी सत्र आयोजित किया गया जिसमें उन्होंने 'द रियलिटी बिहाइंड सिनेमा' के बारे मे चर्चा की I अमित अग्रवाल, अनुज अग्रवाल, वीणा सिंह, संजीव अग्रवाल यूनिसन वल्र्ड स्कूल की ओर से उपस्थित थे।तीन दिवसीय देहरादून साहित्य महोत्सव यूनिसन वल्र्ड स्कूल द्वारा प्रस्तुत किया गया है और हेड्स अप एंटरटेनमेंट एंड ह्यूमनस फॉर ह्यूमैनिटी द्वारा क्यूरेट किया जा रहा है। भाग लेने वाले लेखकों द्वारा पुस्तकें बिक्री के लिए भी उपलब्ध थीं।
मधुर भंडारकर का भी सत्र आयोजित किया गया जिसमें उन्होंने 'द रियलिटी बिहाइंड सिनेमा' के बारे मे चर्चा की I अमित अग्रवाल, अनुज अग्रवाल, वीणा सिंह, संजीव अग्रवाल यूनिसन वल्र्ड स्कूल की ओर से उपस्थित थे।तीन दिवसीय देहरादून साहित्य महोत्सव यूनिसन वल्र्ड स्कूल द्वारा प्रस्तुत किया गया है और हेड्स अप एंटरटेनमेंट एंड ह्यूमनस फॉर ह्यूमैनिटी द्वारा क्यूरेट किया जा रहा है। भाग लेने वाले लेखकों द्वारा पुस्तकें बिक्री के लिए भी उपलब्ध थीं।
साधुवाद
ReplyDeleteसतीश लखेड़ा
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