गंगा आरती में अटल जी की याद में दीप जलाकर श्रद्धांजलि दी
ऋषिकेश- बहुमुखी प्रतिभा के धनी कद्दावर नेता स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी को समर्पित की आज की परमार्थ गंगा आरती। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेजी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने उनके साथ बिताये लम्हों को याद करते हुये कहा कि ’’धर्म, जाति और सम्प्रदाय से उपर उठकर जीने वाले थे अटल जी। वे अटल थे, सबल थे और निर्बलों का बल थे, वे जिससे भी मिलते थे सहजता से उसके हृदय को छू लेते थे। अटल जी लोकसभा में हो या जन सभाओं में हो उनकी वाणी, उनकी विद्वता और उनकी नम्रता की त्रिवेणी समाज के हर वर्ग के व्यक्ति को छू लेती थी। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को भारत रत्न मिलने से पूर्व और भारत रत्न मिलने के पश्चात वे एक ऐसे रत्न थे जो भारत माता के माथे पर बिन्दी की तरह चमकते रहेंगे और पूरे विश्व को समरसता, सद्भाव, सहजता और सरलता की दिशा देते रहेगे।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि मुझे उनके साथ बिताये हुये कई यादगार क्षण याद आते है जब 1998 में यूनाईटेड नेशन में अटल जी गये और हिन्दू धर्म विश्व कोश के अनुबंध पर जब हस्ताक्षर हुये तब वे वहां उपस्थित थे। कोलंबिया यूनिवर्सिटी साउथ कैरोलिना और इंडिया रिर्सच हेरिटेज फाउण्डेशन दोनों पक्षों ने अटल जी के सान्निध्य में अनुबंध पर हस्ताक्षर किये। उन्होने कहा कि मुझे याद है उस समय वहां जो भव्य कार्यक्रम हुआ वह इतना सुन्दर, दिव्य और भव्य था वहा पर 16 मिनट में 16 बडी-बड़ी संस्थाओं के प्रेसिडेंट बोले उसी मंच से अटल बिहारी बाजपेजी जी लगभग 45 मिनट तक भारतीय संस्कृति, संस्कार,हिन्दू धर्म और अध्यात्म पर जो प्रकाश डाला वह अविस्मरणीय है वे सदैव याद रहेंगे। आज जब हिन्दू धर्म विश्व कोश पूरे विश्व के अनेक देशों में अनेक पुस्तकालयों में पहुंच चुका है आज पूरा हिन्दू धर्म विश्व परिवार, परमार्थ निकेतन ऋषिकेश, परमार्थ गुरूकुल ऋषिकेश, गंगा एक्शन परिवार एवं सभी संस्थायें मिलकर उनको अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करती है। आज की गंगा आरती में अटल जी की याद में दीप जलायें गये तथा आज की परमार्थ गंगा आरती उन्हे समर्पित की गयी।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि मुझे उनके साथ बिताये हुये कई यादगार क्षण याद आते है जब 1998 में यूनाईटेड नेशन में अटल जी गये और हिन्दू धर्म विश्व कोश के अनुबंध पर जब हस्ताक्षर हुये तब वे वहां उपस्थित थे। कोलंबिया यूनिवर्सिटी साउथ कैरोलिना और इंडिया रिर्सच हेरिटेज फाउण्डेशन दोनों पक्षों ने अटल जी के सान्निध्य में अनुबंध पर हस्ताक्षर किये। उन्होने कहा कि मुझे याद है उस समय वहां जो भव्य कार्यक्रम हुआ वह इतना सुन्दर, दिव्य और भव्य था वहा पर 16 मिनट में 16 बडी-बड़ी संस्थाओं के प्रेसिडेंट बोले उसी मंच से अटल बिहारी बाजपेजी जी लगभग 45 मिनट तक भारतीय संस्कृति, संस्कार,हिन्दू धर्म और अध्यात्म पर जो प्रकाश डाला वह अविस्मरणीय है वे सदैव याद रहेंगे। आज जब हिन्दू धर्म विश्व कोश पूरे विश्व के अनेक देशों में अनेक पुस्तकालयों में पहुंच चुका है आज पूरा हिन्दू धर्म विश्व परिवार, परमार्थ निकेतन ऋषिकेश, परमार्थ गुरूकुल ऋषिकेश, गंगा एक्शन परिवार एवं सभी संस्थायें मिलकर उनको अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करती है। आज की गंगा आरती में अटल जी की याद में दीप जलायें गये तथा आज की परमार्थ गंगा आरती उन्हे समर्पित की गयी।
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