मानवेन्द्र आतंकवादियों से लड़ते हुए देश के लिए शहीद हुऐ
रुद्रप्रयाग -पिछले काफी समय से जम्मू-कश्मीर में हालात काफी नाजुक बने हुए हैं बॉर्डर पार पाकिस्तान से लगातार आतंकी घुसपैठ हो रही है अभी कल की ही बात है जब जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए चार जवान शहीद हो गये थे, और अब आज सुबह एक दुःख भरी खबर पूरे
उत्तराखंड के लिए भी आ गयी है जहाँ जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ कविल्ठा गांव के रहने वाले मानवेन्द्र सिंह देश के लिए शहीद हो गये हैं।जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में आंतकियों ने घुसपैठ कर दी थी उसके बाद बॉर्डर पर सेना के जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया था, दोनों ओर से जबरदस्त गोलियां चलनी शुरू हो गयी थी और फिर सेना को इस लड़ाई में बड़ी सफलता हाथ लगी जब रुद्रप्रयाग जिले के मानवेन्द्र और उनके साथियों ने मिलकर 2 आतंकियों को ढेर कर दिया था पर साथ ही इस दौरान एक गोली जवान मानवेन्द्र को भी लग गयी जिसके बाद वो आतंकवादियों से लड़ते हुए देश के लिए शहीद हो गये हैं।उनके पार्थिक शरीर को जम्मू से रुद्रप्रयाग जिले के कबिल्ठा गाँव लाया जा रहा है और उम्मीद है कि शाम तक शहीद का पार्थिक शरीर अपने गाँव पहुँच जाएगा, जैसे ही ये खबर शहीद के परिवार वालों को पता लगी उनका रो-रोकर बुरा हाल है और उन्हें इस बात पर भरोसा भी नहीं हो रहा है, और जैसे जैसे ये बात पूरे उत्तराखंड और देश के लोगों को पता चल रही है वो शहीद मानवेन्द्र के जज्बे को सलाम कर रहे हैं और साथ ही एक शोक की लहर पूरे देश में फ़ैल गयी है।
उत्तराखंड के लिए भी आ गयी है जहाँ जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ कविल्ठा गांव के रहने वाले मानवेन्द्र सिंह देश के लिए शहीद हो गये हैं।जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में आंतकियों ने घुसपैठ कर दी थी उसके बाद बॉर्डर पर सेना के जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया था, दोनों ओर से जबरदस्त गोलियां चलनी शुरू हो गयी थी और फिर सेना को इस लड़ाई में बड़ी सफलता हाथ लगी जब रुद्रप्रयाग जिले के मानवेन्द्र और उनके साथियों ने मिलकर 2 आतंकियों को ढेर कर दिया था पर साथ ही इस दौरान एक गोली जवान मानवेन्द्र को भी लग गयी जिसके बाद वो आतंकवादियों से लड़ते हुए देश के लिए शहीद हो गये हैं।उनके पार्थिक शरीर को जम्मू से रुद्रप्रयाग जिले के कबिल्ठा गाँव लाया जा रहा है और उम्मीद है कि शाम तक शहीद का पार्थिक शरीर अपने गाँव पहुँच जाएगा, जैसे ही ये खबर शहीद के परिवार वालों को पता लगी उनका रो-रोकर बुरा हाल है और उन्हें इस बात पर भरोसा भी नहीं हो रहा है, और जैसे जैसे ये बात पूरे उत्तराखंड और देश के लोगों को पता चल रही है वो शहीद मानवेन्द्र के जज्बे को सलाम कर रहे हैं और साथ ही एक शोक की लहर पूरे देश में फ़ैल गयी है।
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