संतोष गंगवार देश की जनता से माफी मांगें-आप

देहरादून-आम आदमी पार्टी की एक प्रेस वार्ता राजपुर रोड स्थित प्रदेश जिला कार्यालय में आयोजित की गयी. प्रेस वार्ता को संबोधित करते जिलाध्यक्षा उमा सिसौदिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी उत्तराखंड की एकमात्र पार्टी है जो बच्चों और महिलाओं के मुद्दे पर सड़कों पर उतरी और आम आदमी पार्टी उत्तराखंड के नेतृत्व में उत्तराखंड की महिलाएं अपनी आवाज़ को केंद्र तक पहुचाने में सक्षम रही और सरकार को अध्यादेश लाने पर मजबूर किया।पिछले दिनों देश मैं मासूम  बच्चों व महिलाओं के साथ हुई बर्बरता व सत्ता में बैठे बीजेपी के नेताओं द्वारा अपने ही लोगो को बचाने व बलात्कारियो का पक्ष लेने का प्रयास किया गया इन घटनाओं के विरोध में व बलात्कारियों को 6 माह  के भीतर फाँसी की सजा की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी उत्तराखंड के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतर कर जनता के बीच जाकर पोस्टर बैनर के माध्यम से जनता का समर्थन मांगा व जबरदस्त जन अभियान चलाया फलस्वरूप केंद्र की मोदी सरकार को झुक कर कानून में संशोधन करना पड़ा व 12 साल से छोटी मासूम बच्चियों के साथ बलात्कार  के आरोपियों को फाँसी की सजा पर् मुहर लगानी पड़ी ।   
आम आदमी पार्टी उत्तराखंड ने  उत्तराखंड मेँ पिछले कई दिनों से प्रदेश भर में अलग अलग तरीके (धरना, प्रदर्शन, बैनर अभियान, पैम्फलेट वितरण) से हर जिले हर विधान सभा मेँ  घूम घूम कर जन जागरण अभियान चलाया और जनता से आह्वान किया कि जनता नाबालिग बच्चियों के बलात्कारी को फाँसी की सजा का  कानून बनवाने मेँ आम आदमी पार्टी के इस अभियान मेँ साथ  आये. इस प्रदेशव्यापी मुहिम का जनता ने स्वागत किया और आम आदमी पार्टी को जनता ने भरपूर समर्थन दिया और जनता का अपार समर्थन देख कर केंद्र मे बैठी भारतीय जनता पार्टी की  सरकार को इस पर अध्यादेश लाने को मजबूर होना पड़ा की नाबालिग बच्चियों के बलात्कारियों को फाँसी की सजा मिलेगी l यह आम आदमी पार्टी उत्तराखंड की ऐतिहासिक जीत है जो बताती है की जनता जब जाग जाती है तो सरकार को झुकना ही पड़ता है।इस अवसर पर जिलाध्यक्षा उमा सिसौदिया ने कहा कि हमारी राज्य और केंद्र सरकार से माँग थी  कि बलात्कार के मामलों की सुनवाई फास्ट ट्रेक कोर्ट में की जाये और नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में छह महीने में जाँच पूरी कर फाँसी की सजा दी जाये। जिलाध्यक्षा उमा सिसौदिया ने देश में महिलाओं के प्रति बढ़ती दुराचार और उत्पीड़न की अमानवीय घटनाओं पर दुख व रोष प्रकट करते हुए  प्रदेश की भाजपा की  सरकार से माँग की है कि वो भी विधानसभा में इस संबंध में प्रस्ताव पारित करे। उन्होंने इस मुद्दे पर भाजपा को निशाने पर लेते हुये कहा कि भाजपा के सत्ता में आते ही महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं। केंद्र  की भाजपा सरकार महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" का नारा भी एक जुमला बनकर रह गया है और विशेषकर भाजपा शासित राज्यों में इस प्रकार की घटनायें बहुतायत से सामने आने रही हैं और भाजपा की महिला विरोधी सरकार के बेलगाम नेता रोज अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी मांग करती है कि भाजपा नेता व केंद्रीय राज्य मंत्री संतोष गंगवार द्वारा दिये गए अनुचित बयान कि "इतने बड़े देश में इस तरह की एक-दो घटनायें होती रहती हैंइसको ज्यादा तूल नही देना चाहिए" पर संतोष गंगवार देश की जनता से माफी मांगें!

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