दून विश्वविद्यालय कुलपति प्रो चंद्रशेखर नौटियाल ने कार्यभार ग्रहण किया
देहरादून--दून विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति प्रोफेसर चंद्रशेखर नौटियाल ने शुक्रवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया है। कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत प्रोफेसर नौटियाल ने दून विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों, विभागों के विभागाध्यक्षों, छात्र परिषद के पदाधिकारियों और उपनल कर्मचारियों से अलग-अलग बातचीत की।विशेषतौर पर प्रोफेसर नौटियाल ने यू.पी.ई.एस में आयोजित ग्रेट ब्रिटेन डिबेट कंपटिशन जीतने वाली दून विश्वविद्यालय की टीम के सदस्यों के मुलाकात की।
उन्होंने ईना रयाल और आशुतोष श्रीवास्तव को डिबेट जीतने पर बधाई दी। उन्होंने कहा विश्वविद्यालय के छात्रों को इस तरह के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। विभागाध्यक्षों से बातचीत में प्रोफेसर नौटियाल ने विश्वविद्यालय में शिक्षा का स्तर सुधारने, शिक्षण एवं शोध से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ाने की जरूरत बताई। साथ ही उन्होंने हर विभाग के सभी शिक्षकों से अलग-अलग मिलने की बात कही। प्रोफेसर नौटियाल ने कहा कि किसी भी मसले को लेकर शिक्षक, छात्र या कर्मचारी उनसे कभी भी मिल सकते हैं।इसके बाद कुलपति ने विश्वविद्लयालय का पैदल दौरा किया। उन्होंने हास्टल, लेक्चर हाल कांप्लेक्स, लैब, गेस्ट हाउस, फैकल्टी ऑफिस, कुलपति आवास में मौजूद व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस अवसर पर कार्यकारी कुलसचिव प्रोफेसर एच.सी पुरोहित, उप कुलसचिव डा. एम.एस मंद्रवाल, सहायक कुलसचिव नरेंद्र लाल मौजूद रहे।
उन्होंने ईना रयाल और आशुतोष श्रीवास्तव को डिबेट जीतने पर बधाई दी। उन्होंने कहा विश्वविद्यालय के छात्रों को इस तरह के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। विभागाध्यक्षों से बातचीत में प्रोफेसर नौटियाल ने विश्वविद्यालय में शिक्षा का स्तर सुधारने, शिक्षण एवं शोध से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ाने की जरूरत बताई। साथ ही उन्होंने हर विभाग के सभी शिक्षकों से अलग-अलग मिलने की बात कही। प्रोफेसर नौटियाल ने कहा कि किसी भी मसले को लेकर शिक्षक, छात्र या कर्मचारी उनसे कभी भी मिल सकते हैं।इसके बाद कुलपति ने विश्वविद्लयालय का पैदल दौरा किया। उन्होंने हास्टल, लेक्चर हाल कांप्लेक्स, लैब, गेस्ट हाउस, फैकल्टी ऑफिस, कुलपति आवास में मौजूद व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस अवसर पर कार्यकारी कुलसचिव प्रोफेसर एच.सी पुरोहित, उप कुलसचिव डा. एम.एस मंद्रवाल, सहायक कुलसचिव नरेंद्र लाल मौजूद रहे।
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