स्कूलों वाहनों में बच्चे तय क्षमता से अधिक न बैठायें-जिलाधिकारी
देहरादून- जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेशन की अध्यक्षता में कलैक्टेट सभागार में प्राईवेट स्कूलों के वाहनों में सुरक्षा अनुपालन सुनिश्चित करने के सम्बन्ध में निजी स्कूल संचालक प्रबन्धक एवं सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई।बैठक में जिलाधिकारी ने निजी स्कूलों द्वारा हायर किये गये स्कूलों के वाहनों में बच्चों की विभिन्न तरीकों से सुरक्षा सुनिश्चित करने पर स्कूल प्रबन्धकों एवं सम्बन्धित अधिकारियों के साथ चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने स्कूल प्रबन्धकों को निर्देश दिये कि वाहन संचालक, ड्राईवर, बस कण्डक्टर की पहले अच्छे से पहचान सुनिश्चित कर लें तथा वाहन की दशा चालक व परिचालक का चरित्र इत्यादि
जांचने के पश्चात ही संचालन की अनुमति दें। उन्होने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि वाहनों में बच्चे तय क्षमता से अधिक न बैठायें जायें तथा वाहन की गति मानक से अधिक न हो तथा चालक एवं परिचालक किसी प्रकार के व्यसन का सेवन न करें। उन्होने कहा कि जो वाहन के दरवाजे ठीक से बन्द हो व बच्चों को किसी प्रकार से हानि पहुचांने वाले न हों। उन्होने निर्देश दिये कि स्कूल प्रबन्धन यह भी सुनिश्चित कर, लें कि जो वाहन बच्चों को लाने-ले-जाने हेतु अधिकृत किये गये हैं उनमें बच्चों के साथ कोई दुर्यव्यवहार न होने पाये। उन्होने स्कूल प्रबन्धकों को स्कूली वाहन के साथ-2 स्कूल परिसर में भी बच्चों की हर तरह से सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक कदम उठाते हुए स्कूल परिसर में जगह-2 पर सी.सी टीवी कैमरे लगाने तथा स्कूल में आने वाले आगन्तुकों का वैरिफिकेशन के भी निर्देश दिये। उन्होने स्कूल प्रबन्धकों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि छोटे बच्चों को केवल उनके आईडिन्टिफाई अभिभावकों को ही सौंपा जाये तथा गाड़ी में क्षमता से अधिक बच्चे किसी भी तरह बैठने ना पाये, इसके लिए अभिभावकों व स्कूल प्रबन्धकों को सीनियर बच्चों से से पूछने का प्रयास करने के भी निर्देश दिये।जिलाधिकारी ने सहायक परिवहन अधिकारी को वाहन संचालन के मानक का अनुपालन करवाने तथा मुख्य शिक्षा अधिकारीको स्कूल प्रबन्धन के मानक का अनुपालन करवाने के निर्देश दिये। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन अरविन्द पाण्डेय, मुख्य शिक्षा अधिकारी एस.वी जोशी, सहायक परिवहन अधिकारी अरविन्द पाण्डेय, पुलिस उपाधीक्षक राकेश देवली सहित जनपद के विभिन्न निजी स्कूलों के संचालक एवं प्रबन्धक उपस्थित थे।
जांचने के पश्चात ही संचालन की अनुमति दें। उन्होने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि वाहनों में बच्चे तय क्षमता से अधिक न बैठायें जायें तथा वाहन की गति मानक से अधिक न हो तथा चालक एवं परिचालक किसी प्रकार के व्यसन का सेवन न करें। उन्होने कहा कि जो वाहन के दरवाजे ठीक से बन्द हो व बच्चों को किसी प्रकार से हानि पहुचांने वाले न हों। उन्होने निर्देश दिये कि स्कूल प्रबन्धन यह भी सुनिश्चित कर, लें कि जो वाहन बच्चों को लाने-ले-जाने हेतु अधिकृत किये गये हैं उनमें बच्चों के साथ कोई दुर्यव्यवहार न होने पाये। उन्होने स्कूल प्रबन्धकों को स्कूली वाहन के साथ-2 स्कूल परिसर में भी बच्चों की हर तरह से सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक कदम उठाते हुए स्कूल परिसर में जगह-2 पर सी.सी टीवी कैमरे लगाने तथा स्कूल में आने वाले आगन्तुकों का वैरिफिकेशन के भी निर्देश दिये। उन्होने स्कूल प्रबन्धकों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि छोटे बच्चों को केवल उनके आईडिन्टिफाई अभिभावकों को ही सौंपा जाये तथा गाड़ी में क्षमता से अधिक बच्चे किसी भी तरह बैठने ना पाये, इसके लिए अभिभावकों व स्कूल प्रबन्धकों को सीनियर बच्चों से से पूछने का प्रयास करने के भी निर्देश दिये।जिलाधिकारी ने सहायक परिवहन अधिकारी को वाहन संचालन के मानक का अनुपालन करवाने तथा मुख्य शिक्षा अधिकारीको स्कूल प्रबन्धन के मानक का अनुपालन करवाने के निर्देश दिये। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन अरविन्द पाण्डेय, मुख्य शिक्षा अधिकारी एस.वी जोशी, सहायक परिवहन अधिकारी अरविन्द पाण्डेय, पुलिस उपाधीक्षक राकेश देवली सहित जनपद के विभिन्न निजी स्कूलों के संचालक एवं प्रबन्धक उपस्थित थे।
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