देश व समाज के लिए काम करने से ही शिक्षा की सार्थकताः राज्यपाल

हल्द्वानी- उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षान्त समारोह में सम्बोधित करते हुए राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल व उच्चशिक्षा राज्य मंत्री स्वतन्त्र प्रभार डा धनसिह रावत ने तृतीय दीक्षान्त समारोह में छात्रों उपाधियां प्रदान कीं। ।राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय अपने आदर्शों के पालन व मानकों की पूर्ति करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके लिए उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति, कार्यपरिषद, विद्यापरिषद के सभी सदस्यों, यहाँ के शिक्षकों सहित समस्त छात्रों को बधाई दी। दीक्षान्त समारोह को छात्रों के लिए गौरवशाली अवसर बताते हुए राज्यपाल ने डिग्री व डिप्लोमा उपाधि पाने वाले तथा अपनी पढ़ाई में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को भी बधाई दी। खुशी की बात है कि यह विश्वविद्यालय गोद लिए हुए गांवों की शैक्षिक उन्नति के लिए प्रयास करते हुए वहां के लोगों के स्वावलम्बी बनाने में सहायक हो रहा है।
विश्वविद्यालय की छात्र संख्या चालीस हजार से भी अधिक हो चुकी है। निरन्तर बढ़ती हुई छात्र संख्या ही इस विश्वविद्यालय की कार्य प्रणाली में सार्थकता सिद्ध करती है। उच्चशिक्षा राज्य मंत्री स्वतन्त्र प्रभार डा0 धनसिह रावत ने कहा कि क्वालिटी शिक्षा के लिए प्रधानाचार्यो एवं शिक्षाविदों के सेमिनार आयोजित किये जायेंगे व जनपदों के 13 डिग्री कालेजों के आईएएस,पीसीएस की कोचिंग दी जायेगी। जिसमें कमिश्नर, जिलाधिकारी,एसएसपी आदि अधिकारी व्याख्यान देंगे, साथ ही कालेजो मे 180 दिन पढाई अनिवार्य होगी। उन्होने कहा सभी विश्वविद्यालयों मे प्राचार्याे की तैनाती कर दी गई है, चार माह के भीतर रिक्त असिस्टैंट प्रोफेसर की नियुक्ति की जायेगी। उन्होने कहा कि प्राइवेट परीक्षाये समाप्त की जा रही है। मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षाये कराये जायेगी। डा0 रावत ने कहा सभी विश्वविद्यालयों के दीक्षान्त समारेाह ड्रेस देशी परिधान मंे बनाई जायेगी। इस हेतु उन्होने सुझाव भी मांगे। उन्होने कहा कि 100 गरीब छात्र-छात्राओ को निशुल्क पीएचडी  के साथ ही अनुसूचित जाति जनजाति के विद्यार्थियो को निशुल्क कोचिंग दी जायेगी।  टाॅपर, मेघावी विद्यार्थियो को लेपटाॅप दिये जायेगे। गरीब मेघावी विद्यार्थियो को विदेश मे उच्चशिक्षा हेतु 50 लाख तक का ऋण दिया जायेगा। उन्होने कहा कि छः माह के भीतर सभी विश्वविद्यालयों में कुल सचिव की तैनाती भी कर दी जायेगी। दीक्षान्त समारोह में कुलपति प्रो0 नागेश्वर राव ने सभी का स्वागत करते हुये विश्वविद्यालय की गतिविधियो पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि तृतीय दीक्षान्त समारोह मे सत्र 2016-17 के 08 हजार से ज्यादा उत्तीर्ण छात्रों को उपाधि प्रदान की जा रही है। उन्होने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय में छात्रो की संख्या 40 हजार पहुच चुकी है। विश्वविद्यालय द्वारा आठ क्षेत्रीय केन्द्र व 238 अध्ययन केन्द्र संचालित किये जा रहे है। समारोह मे विभिन्न पाठयक्रमो में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले 19 स्नात्कों एवं परास्नात्को को स्वर्ण पदक के साथ ही दो छात्रो को कुलाधिपति स्वर्ण पदक व चार स्नातक विद्यार्थियो को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक प्रदान किये गये। इसके अलावा सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले तीन विद्यार्थियो को लाला देवकी नन्दन, शीला देवी, भगवती देवी स्मृति स्वर्ण पदक भी प्रदान किये गये। 

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