गंगा प्रेम धर्मशाला को सेवा-टीएचडीसी द्वारा अवसंरचनात्मक सहायता
ऋषिकेश-एस.के. बिस्वास, निदेशक (कार्मिक), टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने आदर्श काज में सहायता के रूप में गंगा प्रेम धर्मशाला, रायवाला, हरिद्वार को एक मोर्चरी चियर व 06 बिस्तर सह चेयर सौंपे। अस्पताल को यह अवसंरचनात्मक सहायता सेवा-टीएचडीसी द्वारा उपलब्ध कराई गयी।
सेवा-टीएचडीसी सी.एस.आर. कार्यों के अंतर्गत टीएचडीसीआईएल द्वारा प्रायोजित है। समिता बिस्वास एवं एच.एल. भारज, मुख्य महाप्रबन्धक (सामाजिक एवं पर्यावरण/ सेवाएं) एवं अध्यक्ष, सेवा-टीएचडीसी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।स्वच्छ भारत अभियान सफाई कार्यक्रम को प्रोत्साहित करने के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। बिस्वास ने कार्यक्रम के पश्चात एक पौधरोपण किया। गंगा प्रेम धर्मशाला गंभीर रूप से बीमार कैंसर रोगियों के लिए बिना किसी लाभ के ईलाज करने वाला संस्थान है जो रोगियों एवं उनके परिवार के सदस्यों को दवाईयां, आध्यात्मिक व सहानुभूतिक सहायता प्रदान करता है।
एस.के. बिस्वास ने गंगा प्रेम धर्मशाला के अपने दौर के दौरान इस आदर्श काज में उनकी सक्रिय भागीदारी की प्रशंसा की और कहा कि ऐसे कार्यों को और मजबूती प्रदान करने के लिए सेवा-टीएचडीसी नये स्थानों को खोजने का प्रयास करेगा।टीएचडीसीआईएल एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते अपने प्रचालन क्षेत्रों के चारों ओर अपने हितधारकों के समेकित विकास में सक्रिय योगदान दे रहा है। टिहरी में नये टिहरी टाऊन (एन.टी.टी.) एवं टीएचडीसी इंस्टीट्यूट और हाइड्रो पावर इंजीनियरिंग एवं टेक्नोंलॉजी की स्थापना इसके प्रमुख विकास कार्यों में सम्मिलित हैं जिसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश को सिंचाई के लिए एवं दिल्ली को पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही स्वास्थ्य, कौशलता विकास एवं सतत् आजीविका क्षेत्रों में सक्रिय भागीदारी शामिल हैं।
सेवा-टीएचडीसी सी.एस.आर. कार्यों के अंतर्गत टीएचडीसीआईएल द्वारा प्रायोजित है। समिता बिस्वास एवं एच.एल. भारज, मुख्य महाप्रबन्धक (सामाजिक एवं पर्यावरण/ सेवाएं) एवं अध्यक्ष, सेवा-टीएचडीसी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।स्वच्छ भारत अभियान सफाई कार्यक्रम को प्रोत्साहित करने के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। बिस्वास ने कार्यक्रम के पश्चात एक पौधरोपण किया। गंगा प्रेम धर्मशाला गंभीर रूप से बीमार कैंसर रोगियों के लिए बिना किसी लाभ के ईलाज करने वाला संस्थान है जो रोगियों एवं उनके परिवार के सदस्यों को दवाईयां, आध्यात्मिक व सहानुभूतिक सहायता प्रदान करता है।
एस.के. बिस्वास ने गंगा प्रेम धर्मशाला के अपने दौर के दौरान इस आदर्श काज में उनकी सक्रिय भागीदारी की प्रशंसा की और कहा कि ऐसे कार्यों को और मजबूती प्रदान करने के लिए सेवा-टीएचडीसी नये स्थानों को खोजने का प्रयास करेगा।टीएचडीसीआईएल एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते अपने प्रचालन क्षेत्रों के चारों ओर अपने हितधारकों के समेकित विकास में सक्रिय योगदान दे रहा है। टिहरी में नये टिहरी टाऊन (एन.टी.टी.) एवं टीएचडीसी इंस्टीट्यूट और हाइड्रो पावर इंजीनियरिंग एवं टेक्नोंलॉजी की स्थापना इसके प्रमुख विकास कार्यों में सम्मिलित हैं जिसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश को सिंचाई के लिए एवं दिल्ली को पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही स्वास्थ्य, कौशलता विकास एवं सतत् आजीविका क्षेत्रों में सक्रिय भागीदारी शामिल हैं।
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