भारत माला परियोजना की नीवं दिवंगत सांसद मनोरमा ने रखी थी-आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा
देहरादून-केन्द्र सरकार के भारत माला सड़क परियोजना पर प्रदेश महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने कई सवाल उठाये है। उन्होने कहा कि भारत माला परियोजना को प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार अपनी परियोजना बताकर नए सिरे से घोषणा कर रही है जबकि इसकी नीवं उत्तराखण्ड की प्रथम महिला मेयर व दिवंगत सांसद मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने 2006 में 26ए 27 नवम्बर को सम्पन्न एशियन मेयर्स कान्फ्ररेश में रखी गई थी जिसमें एशिया के सभी देशों को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए एशियन हाईवें को संयुक्त राष्ट्र संघ के माध्यम से सहायता प्राप्त
कर बनाए जाने की बात कही गई थी यूपीए सरकार के शासनकाल में पूर्व प्रधानमंत्री ड़ा मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने एशिसन मेयर्स कान्फ्ररेशस के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्रा संघ के समक्ष जोरदार पैरवी की गई थी यहा तक कि दिवंगत सांसद को इस सम्बन्ध में वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपने पत्र दिनांक 24 दिसम्बर 2014ए केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी के पत्र दिनांक 27 फरवरी 2015 व तत्कालीन रक्षामंत्री मनोहर पारिकर के भी अपने पत्र दिनांक 18 दिसम्बर 2014 में उपरोक्त परियोजना पर सहमति प्रदान की थी। आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ के सामाजिक व आर्थिक आयोग द्वारा 26 बिलियन डॉलर लागत से एशियन हाईवें परियोजना स्वीकत की गई है। जो एशिया के विभिन्न देशों के लगभग 1 लाख 40 हजार किमी0 के भूभाग को सड़क मार्ग से जोड़ेगी। जिसमें 11 हजार 650 किमी0 सड़क भारत के बाघा बॉड़र से पंजाब म्यांमार से पूर्वोत्तर भारात सहित दिल्ली कलकत्ता से नेपाल व बांग्लादेश को गुजरेगी। इसमें एएच.1ए एएच.2 परियोजना में शामिल है। उन्होने कहा कि एशियन मेयर्स काऊंसिल द्वारा नवम्बर 2006 में देहरादून में आयोजित हुए प्रथम एशियन मेयर्स कान्ं मिलेनियम डेवलेपमेन्ट गोल्स प्राप्त करने व एशिया के देशों से गरीबी उम्मूलन के लिए सड़क व रेल मार्गो के द्वारा सम्पर्को को मजबूत बनाने हेतु संयुक्त राष्ट्र संघ को उपरोक्त सम्बन्ध में प्रस्ताव भेजा गया था। भारत सरकार ने भी इस सम्बन्ध में हिमालयन हाई.वे परियोजना को एशियन हाईवें से लिंक करने पर विचार किया था। प्रस्तावित हिमालयन हाईवें शिमला हिमाचल प्रदेश से आराकोट त्यूनी चकराता मसूरी नई टिहरी श्रीनगर गढ़वाल कर्णप्रयाग गैरसैण अल्मोड़ा होते हुए अस्कोट पिथैरागढ़ए उत्तराखण्ड आदि क्षेत्रों को जोड़ेगा। आशा मनोरमा डोबरियाल ने कहा कि हमें आपत्ति इस बात पर है कि उपरोक्त परियोजना को मोदी केन्द्र् सरकार क्रियावयन्न करने में सुस्त गति से काम कर रही है और कभी भारत माला के नाम से कभी किसी नाम से रखना चाहती है जबकि वास्तविकता यह है कि एशियन हाईवें की नीवं प्रथम मेयर्स कान्फ्रनस 2006ं रखी गई थी जिसके लिए दिवंगत सांसद मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने मेयर व सांसद के रुप में महत्वपूण योगदान दिया था तत्कालीन प्रधानमंत्री ड़ा मनमोहन सहित सांसद के रुप में हरीश रावत का भी योगदान रहा है।
कर बनाए जाने की बात कही गई थी यूपीए सरकार के शासनकाल में पूर्व प्रधानमंत्री ड़ा मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने एशिसन मेयर्स कान्फ्ररेशस के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्रा संघ के समक्ष जोरदार पैरवी की गई थी यहा तक कि दिवंगत सांसद को इस सम्बन्ध में वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपने पत्र दिनांक 24 दिसम्बर 2014ए केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी के पत्र दिनांक 27 फरवरी 2015 व तत्कालीन रक्षामंत्री मनोहर पारिकर के भी अपने पत्र दिनांक 18 दिसम्बर 2014 में उपरोक्त परियोजना पर सहमति प्रदान की थी। आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ के सामाजिक व आर्थिक आयोग द्वारा 26 बिलियन डॉलर लागत से एशियन हाईवें परियोजना स्वीकत की गई है। जो एशिया के विभिन्न देशों के लगभग 1 लाख 40 हजार किमी0 के भूभाग को सड़क मार्ग से जोड़ेगी। जिसमें 11 हजार 650 किमी0 सड़क भारत के बाघा बॉड़र से पंजाब म्यांमार से पूर्वोत्तर भारात सहित दिल्ली कलकत्ता से नेपाल व बांग्लादेश को गुजरेगी। इसमें एएच.1ए एएच.2 परियोजना में शामिल है। उन्होने कहा कि एशियन मेयर्स काऊंसिल द्वारा नवम्बर 2006 में देहरादून में आयोजित हुए प्रथम एशियन मेयर्स कान्ं मिलेनियम डेवलेपमेन्ट गोल्स प्राप्त करने व एशिया के देशों से गरीबी उम्मूलन के लिए सड़क व रेल मार्गो के द्वारा सम्पर्को को मजबूत बनाने हेतु संयुक्त राष्ट्र संघ को उपरोक्त सम्बन्ध में प्रस्ताव भेजा गया था। भारत सरकार ने भी इस सम्बन्ध में हिमालयन हाई.वे परियोजना को एशियन हाईवें से लिंक करने पर विचार किया था। प्रस्तावित हिमालयन हाईवें शिमला हिमाचल प्रदेश से आराकोट त्यूनी चकराता मसूरी नई टिहरी श्रीनगर गढ़वाल कर्णप्रयाग गैरसैण अल्मोड़ा होते हुए अस्कोट पिथैरागढ़ए उत्तराखण्ड आदि क्षेत्रों को जोड़ेगा। आशा मनोरमा डोबरियाल ने कहा कि हमें आपत्ति इस बात पर है कि उपरोक्त परियोजना को मोदी केन्द्र् सरकार क्रियावयन्न करने में सुस्त गति से काम कर रही है और कभी भारत माला के नाम से कभी किसी नाम से रखना चाहती है जबकि वास्तविकता यह है कि एशियन हाईवें की नीवं प्रथम मेयर्स कान्फ्रनस 2006ं रखी गई थी जिसके लिए दिवंगत सांसद मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने मेयर व सांसद के रुप में महत्वपूण योगदान दिया था तत्कालीन प्रधानमंत्री ड़ा मनमोहन सहित सांसद के रुप में हरीश रावत का भी योगदान रहा है।
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