सरकारी तंत्र-जनमानस एकजुट होकर चलाए नदियों के पुनर्जीवन का अभियान : मैड

देहरादून के शिक्षित छात्रों के संगठन मेकिंग ए डिफरेंस बाए बीईंग द डिफ्रेंस (मैड) ने देहरादून की नदियों, अर्थात रिस्पना, बिंदास, सुसवा - के पुनर्जीवन अभियान के लिए सरकार एवं जनता के एकजुट प्रयास की अपील की। विगत छः वर्षों से नदियों के पुनर्जीवन पर अभियान चला रही मैड संस्था ने यह अपील इस परिप्रेक्ष्य में की है, जब राज्य सरकार का सिंचाई विभाग, रिस्पना-बिंदाल नदियों के पुनर्जीवन हेतु सर्वेक्षण करने की तैयारी में लगा है।प्रेस वार्ता में मैड संस्था ने बताया कि शुक्रवार को ही उन्होंने मुख्य अभियंता, सिंचाई विभाग के दफ्तर में रिस्पना-बिंदाल नदियों के पुनर्जीवन पर राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान (एन.आई.एच.) रुड़की द्वारा की गई 2014 की शोध रिपोर्ट जमा कर दी। गौरतलब है कि  यह रिपोर्ट मैड संस्था के ही प्रयासों से तत्कालीन केंद्रीय जल संसाधन मंत्री हरीश रावत ने राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान रुड़की को बनाने के निर्देश दिए थे। मैड संस्था ने सिंचाई विभाग को यह सुझाव दिया कि वह भी अपनी शोध एवं पुनर्जीवन रणनीति, उक्त रिपोर्ट के आधार पर ही बनाए, ताकि संयुक्त प्रयासों से नदियों के पुनर्जीवन पर आगे बढ़ा जा सके।इसी वर्ष, अप्रैल में मैड संस्था ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भेंट करके उन्हें यह सुझाव दिया कि रिस्पना-बिंदाल के पुनर्जीवन के पुनर्जीवन पर नमामि गंगे कोष के जरिए, केंद्र सरकार से मदद मांगी जा सकती है। उक्त सुझाव मैड संस्था ने सिंचाई विभाग को भी दिया। गौरतलब है कि मैड संस्था, नदियों के पुनर्जीवन के इस अभियान को सरकार के हर संभव स्तर पर उठाता आया है - चाहे नगर निगम हो, मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण हो, ज़िला प्रशासन हो, सिंचाई विभाग हो, राज्य सरकार/शासन हो, अथवा केंद्र सरकार हो।
पिछले कुछ महीनों से मैड ने तत्कालीन केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती से भी भेंट करके यह अपील की, कि वह पुनः राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान रुड़की के भी नदियों के पुनर्जीवन के अभियान से जुड़ने के निर्देश दें।मैड संस्था ने खुशी जताई है कि राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान रुड़की की रिपोर्ट का संज्ञान लेकर पुनर्जीवन के कार्य को बढ़ाया जा रहा है, और यह फिर दोहराया है कि शासन स्तर पर हर विभाग को साथ काम करके ही इस मकसद में कामयाबी मिल सकेगी, कि दून की सिकुड़ती वह सूखती नदियां वापस आ सकें। अपने स्तर पर मैड यह अभियान देहरादून के स्कूल-कॉलेजों में ले जाता रहेगा और आवाहन करता रहेगा कि युवा बड़ी से बड़ी संख्या में अभियान से जुड़ते रहें। प्रेस वार्ता को मैड के संस्थापक अध्यक्ष अभिजय नेगी ने संबोधित किया, तथा आदर्श त्रिपाठी, पल्लवी भाटिया, अक्षत चंदेल,आकांक्षा, आश्रित गोयल सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

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