हम हैं सब गौरी लंकेश
देहरादून-निर्भीक पत्रकार गौरी लंकेश की कायराना हत्या के खिलाफ आज विभिन्न संगठन और व्यक्तियों की साझा पहल पर गांधी पार्क पर हुए विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में नागरिक बुघ्दिजीवी और सामाजिक कार्यकर्ता एकत्रित हुए और फासिस्ट शक्तियों के विरुद्ध आवाज उठाई सभी वक्ताओं ने बुद्धिजीवियों की आवाज बंद करने के लिए बार-बार हो रहे इन हमलों के लिए सीधे मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है सभा में अपनी बात रखते हुए कविता कृष्णपल्लवी ने कहा की गौरी लंकेश की हत्या विचारों की हत्या है यह सच के पक्ष में खड़े होने और अभिव्यक्ति की आजादी हत्या है सबसे घृणित बात यह है कि इन हत्याओं पर जश्न मनाया जा रहा है हत्या का औचित्य ठहराया जा रहा है राजेश सकलानी ने कहा की यह दौर फासिस्ट बर्बरताओं का दौर है। ये फासिस्ट पूरे देश में अपने प्रचार तंत्र के द्वारा झूठा माहौल बना रहे हैं जिसमें एक बड़ी आबाद के ऊपर खान-पान, रहन-सहन की वर्जनाएं थोपी जा रही हैं। देश भक्ति और भारतीय संस्कृति के नये नये पैमाने तय किए जा रहे हैं गीता गैरोला और साध्वी जयंत ने कहा कि जिस तरह गौरी लंकेश की हत्या हुई है सोशल मीडिया जिस तरह ये फासिस्ट महिलाओं पर भद्दे कमेंट पोस्ट कर रहे हैं उससे इनकी घोर स्त्री विरोधी मानसिकता का पता चलता हैं विजय भट्ट ने कहा कि फासिस्टों का झूठा प्रचार तंत्र है उसका मुंह तोड़ जवाब देने के लिए विज्ञान और तर्क को आम जनता के बीच ले जाना होगा हम तभी अंधराष्ट्रवादी धार्मिक उन्मादी मानसिकता को रोक सकेंगे
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