केदारनाथ मार्ग पर प्रीपेड काउन्टर की रकम के साथ वर्ष 2013 से गायब लेखाकार गिरफ्तार
देहरादून-स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तराखण्ड द्वारा विभिन्न अभियोगों में वांछित ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु किये जा रहे प्रयासों के अन्तर्गत वर्ष 2013 से गौरी कुण्ड केदारनाथ पैदल मार्ग पर जिला प्रशासन रूद्रप्रयाग द्वारा घोड़े खच्चर कण्डी की प्रीपेड बुकिंग काउन्टर की रकम लगभग रू0 40 लाख के साथ लापता हुये कनिष्ठ सहायक प्रकाश गोस्वामी को आई एस बी टी, देहरादून के समीप से सोमवार की प्रातः में गिरफ्तार किया गया है।उल्लेखनीय है कि उक्त घटना के सम्बन्ध में थाना ऊखीमठ, जनपद रूद्रप्रयाग पर तत्कालीन जिला साहसिक खेल अधिकारी, रूद्रप्रयाग की तहरीर के आधार पर मु अ सं 123/13 धारा 409/420 भा द वि दिनांक 01-10-2013 को पंजीकृत किया गया था ।
अभियुक्त प्रकाश गोस्वामी जो कि प्रान्तीय खण्ड, लोक निर्माण विभाग, रूद्रप्रयाग में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात था। कि ड्यूटी जिलाधिकारी के आदेश पर केदारनाथ यात्रा के दौरान गौरीकुण्ड, केदारनाथ पैदल मार्ग पर घोडे़ खच्चर कण्डी की प्रीपेड बुकिंग काउन्टर पर प्राप्त नकदी को बैंक में जमा करने हेतु लगायी गयी थी । दिनांक 13-06-2013 से 15-06-2013 तक उपरोक्त अभियुक्त प्रकाश गोस्वामी की ड्यूटी थी। ड्यूटी के दौरान प्राप्त कैश लगभग रू0 40 लाख की धनराशि के साथ प्रकाश गोस्वामी उपरोक्त लापता हो गया था। इसके पश्चात केदारनाथ आपदा की बडी घटना हुई । विभाग द्वारा भी लापता प्रकाश गोस्वामी की तलाश की गई तथा नोटिस जारी किये गये । परन्तु प्रकाश गोस्वामी का कोई पता ना चला। जाँच के दौरान प्रकाश गोस्वामी के भाई द्वारा जिला साहसिक खेल अधिकारी रूद्रप्रयाग के एकाउन्ट में रू0 8 लाख जमा करते हुये बताया गया, कि ये रूपये उपरोक्त प्रकाश गोस्वामी की आलमारी से मिले है तथा उसका भाई प्रकाश 20-06-2013 से लापता चल रहा है । मुकदमें की विवेचना के दौरान प्रकाश गोस्वामी की काफी तलाश की गई, परन्तु लगातार पिछले 04 वर्षो तक फरार चलता रहा । गिरफ्तारी हेतु पहले पुलिस अधीक्षक, रूद्रप्रयाग द्वारा 2,000/- रू0 का ईनाम घोषित किया गया, बाद में पुलिस उपमहानिरीक्षक, गढवाल परिक्षेत्र द्वारा 5 हजार रूपये का नकद पुरस्कार घोषित किया गया । एस टी एफ उत्तराखण्ड द्वारा प्रकरण में उक्त ईनामी अभियुक्त प्रकाश गोस्वामी पुत्र विरेन्द्र गोस्वामी, निवासी ग्राम गंगतल, पटवारी वृत्त बेलणी, तहसील व जिला रूद्रप्रयाग की गिरफ्तारी हेतु लगातार प्रयास किये जा रहे थे । आज मुखबिर खास की सूचना पर अभियुक्त उपरोक्त को आई एस बी टी देहरादून के समीप से गिरफ्तार किया गया । पूछताछ पर बताया, कि घटना के पश्चात से ही मैं पुलिस कार्यवाही के डर से फरार होकर राजस्थान चला गया था तथा अपनी पहचान छुपाकर अबू रोड़, सिरौही, राजस्थान में होटल चामुण्डा में वेटर का काम कर रहा था तथा घर एवं पूर्व परिचितों से कोई सम्पर्क नहीं रखा तथा सोचा कि मुझे केदारनाथ आपदा में लापता मान लिया जायेगा और मेरी तलाश नहीं की जायेगी ।अभियुक्त को हस्वकायदा गिरफ्तार किया गया है जिसे विवेचनात्मक विधिक कार्यवाही हेतु थाना ऊखीमठ जनपद रूद्रप्रयाग भेजा जा रहा है ।
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