पिथौरागढ़ में भू-स्खलन के कारण जन-धन का हुआ नुकसान

 पिथौरागढ़-जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र, पिथौरागढ़ व वायरलैस से प्राप्त सूचना के अनुसार  प्रातः लगभग 2.45 बजे तहसील धारचूला के अन्तर्गत मागती नाला (तवाघाट) एवं मालपा में अतिवृष्टि के उपरान्त हुवे भू-स्खलन के कारण जन-धन की क्षति होने की सूचना प्राप्त हुई है। इन घटनाओं में स्थानीय निवासियों के अतिरिक्त भारतीय सेना के जवान व चौकी भी प्रभावित हुयी है। प्राप्त सूचना के अनुसार मांगती नाला (तवाघाट) में हुवे भू-स्खलन से निम्नलिखित क्षति हुयी है।मृतक 01 (महिला) लापता08 (05 आर्मी, 01 जे.सी.ओ व 02 स्थानीय) सामान्य घायाल04 (03 आर्मी जवान व 01 जेसीओ)02,आर्मी टैन्ट 3,पशु हानि 24 खच्चर व 16 बकरिया।
मृतक का विवरण  कलावती देवी पत्नी  दान सिंह।मालपा में हुयी क्षति का विवरण निम्नवत् है।मृतक 4 ,लापता 2,सामान्य घायल1,दुकानें 4 मालपा के मृतकों का विवरण- मालती देवी पत्नी पुष्कर सिंह, निवासी-बूंदी, तहसील-धारचूला। जगमाल सिंह पुत्र कनबेर सिंह, निवासी-जिप्ती, तहसील-धारचूला।सुरेन्द्र गब्र्याल पुत्र  दलीप गब्र्याल, निवासी-तहसील-धारचूला। नील बहादुर (नेपाली-मजदूर) निवासी-नेपाल।घायल (मालपा) का विवरण सुनील गब्र्याल, निवासी-गब्र्यांग, तसहील-धारचूला राज्य सरकार के द्वारा राहत एवं बचाव कार्यो में तेजी लाने तथा किसी भी आपातकालीन स्थिति का सामना करने के लिए जनपद प्रशासन के लिए एक हैलीकाॅप्टर की व्यवस्था की गयी है जो अगले आदेशों तक वहीं रहेगा। मुख्यमंत्री  तथा वित्त मंत्री  द्वारा घटना स्थल का सर्वेक्षण किया गया है तथा जिला प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं।आपदा के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा तत्काल राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एस डी आर एफ) को भेज दिया है। एस डीआर एफ, स्थानीय पुलिस, उप जिलाधिकारी, राजस्व विभाग की टीम प्रातःकाल से ही खोज एवं बचाव कार्य में लगे हैं। इनकी मदद के लिए घटना स्थल पर आई टी बी पी, एस एस बी तथा सेना के जवान भी खोज एवं बचाव कार्य में स्थानीय प्रशासन का पूरा का पूरा सहयोग प्रदान कर रहे हैं। मांगती नाला से 03 व्यक्तियों को खोज एवं बचाव दलों द्वारा सुरक्षित निकाला गया है।
जिसमें 02 सेना के जवान व 01 जे सी ओ हैं।  सूचना के अनुसार मांगती नाला (तवाघाट) में हुवे भू-स्खलन से निम्नलिखित क्षति हुयी है।मृतक 1 (महिला) लापता 8 (05 आर्मी, 01 जे.सी.ओ व 02 स्थानीय) सामान्य घायाल 4 (3 आर्मी जवान व 1 जेसीओ) वाहन आयुक्त कुमाऊ मण्डल एवं डीआई जी कुमाऊ परिक्षेत्र द्वारा घटना स्थल का मुआयना किया जा रहा है। जिलाधिकारी द्वारा घटना स्थल के लिये पृथक से डाक्टरों की टीम भेजी गई है। प्रभावित व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है तथा इनकेे खान-पान तथा स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए एक अधिकारी पृथक से तैनात किया गया है जिनके द्वारा प्रभावितों के खान-पान की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है तथा क्षेत्र के अन्य व्यक्तियों के लिए आवश्यक राशन आदि की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है। मुख्यमंत्री  द्वारा जिलाधिकारी को उपरोक्त घटना के फलस्वरूप हुये नुकसान का सर्वेक्षण करने तथा तत्काल राहत प्रदान करने के निर्देश दिये गये हैं। जिसमें अनुपालन में जिलाधिकारी द्वारा सर्वेक्षण कार्य आरम्भ कर दिया गया है तथा अतिशीघ्र राहत राशि बांटे जाने की कार्यवाही की जायेगी।
बीआरओ द्वारा बंद रास्तों को खोले जाने तथा क्षतिग्रस्त पुलों की मरम्मत का कार्य आरम्भ कर दिया गया है। लोक निर्माण विभाग द्वारा अन्य सड़कों की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है तथा बीआरओ को भी सहयोग प्रदान किया जा रहा है।उक्त के अतिरिक्त पशुपालन विभाग, विद्युत विभाग, सिंचाई विभाग, जल संस्थान, कृषि विभाग, उद्यान विभाग के द्वारा भी प्रभावित क्षेत्र में क्षतिग्रस्त अवसंरचनाओं स्थानीय लोगों व्यक्तिगत क्षति का आंकलन किया जा रहा है तथा इसके तत्काल बाद प्रभावित व्यक्तियों को अनुमन्य सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। सचिव आपदा प्रबन्धन द्वारा राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र से लगातार स्थिति पर नजर रखी जा रही है और की जा रही कार्यवाही की समीक्षा की जा रही है। सभी राज्य स्तरीय नोडल अधिकारी राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र में उपस्थिति है और उनकी विभागों द्वारा की जा रही कार्यवाही का परिवीक्षण कर रहे है। सेना एवं आई टी पी बी से लगातार समन्वय स्थापित कर समय-समय पर सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है।

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