विश्व शांति का पदम पुरस्कार मिलने पर आनंदमार्गी में खुशी का माहौल
देहरादून आनंद मार्ग प्रचारक संघ एक विश्वव्यापी संगठन है पहले भी संयुक्त राष्ट्र संघ से सेवा मूलक कार्यो को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ से मान्यता मिल चुकी है। न्यूयॉर्क अमेरिका गए आनंद मार्ग प्रचारक संघ के प्रतिनिधि को विश्व शांति पदम से सम्मानित किया गया। देहरादून रामनगर थानो स्थित आश्रम आनंद मार्ग प्रचारक संघ के आनंदमार्गी में काफी खुशी का माहौल है भुक्ति प्रधान भरत भूषण आनंद कुमार पंकज कुमार रविंद्र तथा अन्य आनंद मार्गी ने कहा कि विश्व शांति का पदम पुरस्कार आनंद मार्ग को मिलने से योग के क्षेत्र में विश्व के मानसिक पटल पर आनंदमार्गी की छवि अच्छी हुई है।
वर्ल्ड योगा एकेडमी के द्वारा आयोजित विश्व योगा महोत्सव का आयोजन न्यूयॉर्क अमेरिका में किया गया इस आयोजन में विश्व के सभी धर्मों के मानने वालो ने इस कार्यक्रम में भाग लिए आनंद मार्ग प्रचारक संघ के आचार्य रुद्रा नंद अवधूत ने योग के विषय में बताते हुए कहा कि यम नियम के बिना अष्टांग योग संभव नहीं है योग का मतलब शारीरिक व्यायाम केवल नहीं इसका मतलब होता है आत्मा से परमात्मा का मिलन की प्रक्रिया जब एक छोटा मन बड़े मन में मिलाने का जो प्रयास है वही योगसाधना हैअष्टांग योग के माध्यम से ही पूरे विश्व में शांति संभव है योग ही एक ऐसा माध्यम है जिससे पूरे दुनिया को एक सूत्र में बांधा जा सकता है जब समाज के प्रत्येक व्यक्ति का लक्ष्य एक हो जाए तब वहां सभी तरह का भेदभाव खत्म हो जाता है जब समाज एक ही सकारात्मक सोच चिंता धारा में बहने का प्रयास करेगा तभी विश्व शांति संभव हो पाएगा योग के माध्यम से मनुष्य अपने लक्ष्य तक पहुंच सकता है मानव को मानवता का अहसास योग के माध्यम से ही कराया जा सकता है।
वर्ल्ड योगा एकेडमी के द्वारा आयोजित विश्व योगा महोत्सव का आयोजन न्यूयॉर्क अमेरिका में किया गया इस आयोजन में विश्व के सभी धर्मों के मानने वालो ने इस कार्यक्रम में भाग लिए आनंद मार्ग प्रचारक संघ के आचार्य रुद्रा नंद अवधूत ने योग के विषय में बताते हुए कहा कि यम नियम के बिना अष्टांग योग संभव नहीं है योग का मतलब शारीरिक व्यायाम केवल नहीं इसका मतलब होता है आत्मा से परमात्मा का मिलन की प्रक्रिया जब एक छोटा मन बड़े मन में मिलाने का जो प्रयास है वही योगसाधना हैअष्टांग योग के माध्यम से ही पूरे विश्व में शांति संभव है योग ही एक ऐसा माध्यम है जिससे पूरे दुनिया को एक सूत्र में बांधा जा सकता है जब समाज के प्रत्येक व्यक्ति का लक्ष्य एक हो जाए तब वहां सभी तरह का भेदभाव खत्म हो जाता है जब समाज एक ही सकारात्मक सोच चिंता धारा में बहने का प्रयास करेगा तभी विश्व शांति संभव हो पाएगा योग के माध्यम से मनुष्य अपने लक्ष्य तक पहुंच सकता है मानव को मानवता का अहसास योग के माध्यम से ही कराया जा सकता है।
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