प्रदुम्मन शाह की समाधि स्थल पर आत्मा की शांति के लिए यज्ञ किया
पर्यटन व संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज द्वारा दर्शनी गेट स्थित शहीद महाराज प्रदुम्मन शाह की समाधि स्थल पर खुड़बुड़ा युद्ध के 83 शहीदों की आत्मा की शांति के लिए आयोजित यज्ञ में श्रद्धांजलि अर्पित करते।
श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उन्होेने कहा कि खुड़बुड़ा युद्ध के सभी 83 वीर शहीदों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है तथा हम सभी लोग इन योद्धाओं की आत्मा की शांति के लिए यज्ञ किया। उन्होने कहा कि इस शहीद स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए एक समिति का गठन करेंगे जो इस युद्ध में शहीद हुए वीर सैनिकों तथा उससे सम्बन्धित जुड़ी हुई ओथैंटिक/सत्यता की जांच करेंगे तत्पश्चात सरकार ओथैंटिक दस्तावेजों के साथ आगे कार्य करेगी यह वीर योद्धा सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं जिन्होने अपनी मातृभूमि तथा क्षेत्र की अखण्डता/आन के लिए अपना बलिदान दिया। इस अवसर पर शहीद महाराजा स्मारक निर्माण समिति के अध्यक्ष शीशपाल गुसांई ने अवगत कराया कि 14 मई 1804 ई0(ऐतिहासिक पुस्तकों के अनुसार लड़ाई 26 जून 1804 तक चली) में अपनी भूमि को बचाने के लिए गोरखों से गढवाल के 54वें महाराजा प्रदुम्मन शाह ने खुड़बुड़ा का ऐतिहासिक युद्ध लड़ा था तथा अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने सिंघासन तक बेच दिया था।इस अवसर पर शहीद महाराजा प्रदुम्मन शाह स्मारक समिति के सचिव भवानी प्रताप सिंह, पार्षद झण्डा मौहल्ला अजय सिंघल, भाजपा मण्डल अध्यक्ष विशाल गुप्ता सहित सम्बन्धित सदस्य उपस्थित थे।
श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उन्होेने कहा कि खुड़बुड़ा युद्ध के सभी 83 वीर शहीदों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है तथा हम सभी लोग इन योद्धाओं की आत्मा की शांति के लिए यज्ञ किया। उन्होने कहा कि इस शहीद स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए एक समिति का गठन करेंगे जो इस युद्ध में शहीद हुए वीर सैनिकों तथा उससे सम्बन्धित जुड़ी हुई ओथैंटिक/सत्यता की जांच करेंगे तत्पश्चात सरकार ओथैंटिक दस्तावेजों के साथ आगे कार्य करेगी यह वीर योद्धा सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं जिन्होने अपनी मातृभूमि तथा क्षेत्र की अखण्डता/आन के लिए अपना बलिदान दिया। इस अवसर पर शहीद महाराजा स्मारक निर्माण समिति के अध्यक्ष शीशपाल गुसांई ने अवगत कराया कि 14 मई 1804 ई0(ऐतिहासिक पुस्तकों के अनुसार लड़ाई 26 जून 1804 तक चली) में अपनी भूमि को बचाने के लिए गोरखों से गढवाल के 54वें महाराजा प्रदुम्मन शाह ने खुड़बुड़ा का ऐतिहासिक युद्ध लड़ा था तथा अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने सिंघासन तक बेच दिया था।इस अवसर पर शहीद महाराजा प्रदुम्मन शाह स्मारक समिति के सचिव भवानी प्रताप सिंह, पार्षद झण्डा मौहल्ला अजय सिंघल, भाजपा मण्डल अध्यक्ष विशाल गुप्ता सहित सम्बन्धित सदस्य उपस्थित थे।
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