36 लाख के सरकारी धन के गबन का ईनामी आरोपी पोस्टमास्टर पकड़ा
चमोली – वादी अजय कुमार निरीक्षक डाकघर उपमंडल गोपेश्वर जनपद चमोली ने कोतवाली जोशीमठ में बाद विभागीय जॉच लिखित तहरीर दी की रविरंजन पुत्र रणजीत प्रसाद निवासी सोहसराय जिला नालन्दा बिहार जो कि 19 सितंबर 11 से 13 फरवरी 20 तक चमोली मण्डल के विभिन्न डाकघरों में उपपोस्टमास्टर/डाक सहायक के पद पर नियुक्त रहा व वर्ष 2020 में स्थानांतरण के पश्चात डाक मण्डल बिहार गया के लिए रिलीव हो गया।
जनपद चमोली में अपनी कार्यअवधि के दौरान विभिन्न डाकघरों में नियुक्त रहते हुए अभियुक्त के द्वारा डाकघर में जमा होने वाली पीएलआई धारकों की पीएलआई किस्तें अपने डाक विभाग के सॉफ्टवेयर मैककेमिश का दुरुप्रयोग कर पीएलआई की रकम जिसमें 16 लाख रु0 डाकघर सुनील व डाकघर जोशीमठ के तथा 20 लाख रुपए डाकघर फतेहपुर जनपद गया बिहार के कुल 36 लाख रुपए लगभग डाकघर के कोष में जमा न करने एवं सरकारी धन के गबन करने के संबंध में कोतवाली जोशीमठ में मु0अ0सं0-08/23 धारा 409 भादवि पंजीकृत किया गया। गठित पुलिस टीम द्वारा बिहार राज्य के जनपद गया व नालंदा में अभियुक्त उपरोक्त के संबंध में जानकारी प्राप्त की गयी तो मालूम हुआ की 25 नवंबर 21 को फतेहपुर डाकघर से उक्त आपराधिक कृत्य के लिए अभियुक्त को निलंबित किया गया था, जिसके पश्चात अभियुक्त ने विभागीय जाँच में सहयोग ना करने एवं अपने पते व मोबाइल नम्बर बदलकर बिहार, पटना, गया, नालंदा एवं अन्य विभिन्न स्थानों में ठिकाने बदलकर रहने तथा थाना फतेहपुर जनपद गया में मु0अ0सं0-585/2023 धारा- 406/420 भा0द0वि0 पंजीकृत होना पाया गया। अभियुक्त के लगातार पते व मोबाइल नंबर बदलने व गिरफ्तारी से बचने के कारण पुलिस अधीक्षक ने गिरफ्तारी को 2500/-रू0 ईनाम की घोषणा की गयी थी।
गठित पुलिस टीम द्वारा जनपद नालंदा व गया में 07 दिन कैंप करने के पश्चात सर्विलांस सेल की टेक्निकल टीम द्वारा लोकेशन के आधार पर अभियुक्त के जनपद नालंदा में छुपे होने की सटीक जानकारी दी गयी। जिसके आधार पर पुलिस टीम द्वारा अथक सार्थक प्रयास एवं ठोस सुरागरसी-पतारसी कर अभियुक्त उपरोक्त को मोगलकुवां थाना सोसराय जिला नालंदा से 07 नवंबर 23 को रवि रंजन पुत्र स्व. रंजीत प्रताप निवासी मोहल्ला छोटी पहाड़ी थाना सोसराया हाल पता मोहल्ला मोगलकुवां थाना सोसराया जनपद नालंदा उम्र 38 वर्ष गिरफ्तार किया गया। जहाँ अभियुक्त संतोष कुमार पुत्र शिवप्रशाद के नाम से अपनी पहचान छुपा कर रह रहा था। अभियुक्त को 07 नवम्बर 23 को न्यायालय मुख्य दण्डाधिकारी नालंदा के समक्ष प्रस्तुत कर 07 दिवस ट्रांजिट रिमांड के प्राप्त कर 13 नवंबर 23 को न्यायालय न्यायिक मजिस्ट्रेट गोपेश्वर के समक्ष पेश किया गया।
Comments
Post a Comment