पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ और सूर्य मंदिर कटारमल में स्वच्छता अभियान चलाया
उत्तराखंड – ट्रेवल फॉर लाइफ के अन्तर्गत भारत सरकार के पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने देश के 100 सेंट्रली प्रोटेक्टेड मोनुमेंट्स एंड साइट्स और 55 संग्रहालयों में ‘‘स्वच्छता ही सेवा-2023 के अन्तर्गत ’’कचरा मुक्त भारत’’ की थीम के अनुसार वृहद स्वच्छता कार्यक्रमों व विभिन्न गतिविधियों को संचालित किये जाने हेतु देश के 100 सेंट्रली प्रोटेक्टेड मोनुमेंट्स एंड साइट्स में उत्तराखण्ड राज्य से बद्रीनाथ मन्दिर जिला चमोली, केदारनाथ मन्दिर, जिला रूद्रप्रयाग एवं कटारमल सूर्य मन्दिर, जिला अल्मोड़ा को सम्मिलित किया गया है।
श्री बद्रीनाथ धाम में नगर पंचायत बद्रीनाथ कार्यालय से मंदिर परिसर तक कूड़ा एकत्रित करते हुए स्वच्छता रैली निकाली गयी और श्री बद्रीनाथ मंदिर परिसर व नगर क्षेत्र में वृहद स्वच्छता सफाई अभियान चलाया गया। श्री बद्रीनाथ मंदिर परिसर में स्वच्छता ही सेवा के अन्तर्गत 01 स्वच्छता गोष्टी का आयोजन भी किया गया। जिसमें पवित्र तीर्थ स्थलों में सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम विषय पर चर्चा की गयी। कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों एवं पर्यटकों को कपडे के थेलों का वितरण भी किया गया।
जिसके पश्चात समस्त उपस्थित प्रतिभागियों एवं पर्यटकों को स्वच्छता शपथ दिलायी गयी। प्रतिभाग कर रहे 50 पर्यावरण मित्रों द्वारा लगभग 10 किलो ग्राम प्लास्टिक कूड़ा एकत्रित किया गया। कार्यक्रम में नगर पंचायत श्री बद्रीनाथ धाम, पर्यटन विभाग, चमोली व स्वजल चमोली के अधिकारियों/कार्मिकों, बद्रीनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों/निवासियों एवं बड़ी संख्या में उपस्थित पर्यटकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम में लगभग 250 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। श्री सूर्य मंदिर, कटारमल, जिला-अल्मोड़ा में स्वच्छता ही सेवा-2023 को विश्व पर्यटन दिवस के उपलक्ष्य में कटारमल सूर्य मंदिर अल्मोड़ा में वृहत स्वच्छता अभियान आयोजित किया गया। जिसमें प्राथमिक विद्यालय कटारमल, जूनियर हाईस्कूल, कटारमल के विद्यार्थियों, स्वयं सहायता समूह के सदस्यों, ग्रामवासियों, विभिन्न विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कटारमल सूर्य मंदिर परिसर के आस-पास स्वच्छता अभियान चलाया गया। जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों/कर्मचारियों के अतिरिक्त स्वयं सहायता समूह के सदस्यों एवं उपस्थित ग्रामवासियों ने मंदिर परिसर एवं कटारमल क्षेत्र के आस-पास के क्षेत्र में प्लास्टिक कचरे को एकत्र कर जिला पंचायत एवं विकासखण्ड स्तर पर संचालित कूड़ा वाहनों से उपचार हेतु भेजा गया।
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