दूसरी महिला के चक्कर में कातिल बना लेफ्टिनेंट कर्नल

देहरादून  –  सिरवाल गढ़ में महिला का शव संदिग्ध अवस्था में पडा है । घटनास्थल का निरीक्षण करने पर पुलिस ने महिला के माथे व सर पर गम्भीर चोटों का होना पाया गया । पास ही में एक टायलेट क्लीनर की बोतल पडी हुई मिली । आस-पास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। डीआईजी/एसएसपी देहरादून द्वारा मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम से भी मृतका की शिनाख्त हेतु प्रचार-प्रसार व सार्थक प्रयास के निर्देश दिये गये। महिला की संदिग्ध परिस्थियों में हत्या कर घटनास्थल पर फेकें जाना पाये जाने पर चौकी प्रभारी मालदेवता की तहरीर पर अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध धारा 302/201 भादवि पंजीकृत किया गया । विवेचना वरि0उ0नि0 नवीन जोशी के सुपुर्द की गयी । 



पुलिस टीम से प्रथम टीम ने घटनास्थल के आस-पास रहने वाले व्यक्तियों से गहनता से पूछताछ की गयी। द्धितीय टीम ने घटनास्थल को आने व जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को चैक किया गया, तृतीय पुलिस टीम ने मृतका द्वारा पहनी जुडियो ब्रांड की ड्रेस जो नई प्रतीत हो रही थी की जानकारी हेतु जुडियो ब्रांड के शोरूम जाखन व किशननगर चौक जाकर जानकारी प्राप्त की गयी । चतुर्थ टीम ने मृतिका की शिनाख्त के लिए आवश्यक कार्यवाही की गयी । पुलिस टीम ने जुडियो ब्रांड के शोरूम जाखन व किशननगर से जानकारी हासिल की गयी तो पाया गया कि दोनों शोरूम से आर्टिकल की 08 ड्रेस विक्रय हुई है । जिनके सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी । घटनास्थल से लगभग 300 मीटर की दूरी पर ग्रामीण का आवास होना पाये जाने पर स्पष्ट हुआ कि घटना रात में हुई है ।

घटनास्थल के आस-पास के लोगों से पूछताछ करने पर जानकारी मिली की रात में अंतिम बार 11.00 बजे लगभग ग्रामीण की गाडी अन्दर आयी थी । तब तक घटना का होना प्रकाश में नही आया । पुलिस टीम ने रात 11.00 बजे से प्रात: 04.00 बजे तक महाराणा प्रताप चौक से थानो की ओर जाने वाले व थानो चौक से महाराणा प्रताप चौक की ओर आने वाले लगभग 240 वाहनों को चैक किया गया । पुलिस टीम लगातार चैक किये गये वाहनों की आने-जाने के समय की तुलना करने पर 18 वाहनों के समय में संदिग्धता पायी गयी । 18 चौपहिया वाहनों के कडी मेहनत के पश्चात नम्बर व वाहन स्वामियों के पते प्राप्त किये गये तथा उनके पते तस्दीक किये गये । वाहन स्वामियों के नम्बर प्राप्त किये गये। पतों को तस्दीक करते हुए वाहन सं0: यू0के0-07-डीएक्स-5881 KIA का वाहन स्वामी रामेन्दू उपाध्याय पुत्र वाल्मिकी उपाध्याय निवासी प्रेमनगर पंडितवाड़ी जनपद देहरादून के नाम होना पाया गया जिसकी जानकारी पता करने पर घटना के दौरान वाहन स्वामी का मोबाइल फोन स्विच आफ होना पाया गया तथा घटना के दौरान महाराणा प्रताप चौक से थानो चौक तक पहुंचने में लिये गये समय में लगभग 42 मिनट के अतिरिक्त समय का होना पाया गया । जिस पर पुलिस टीम द्वारा आज सोमवार को प्रात: वाहन स्वामी रामेन्दू उपाध्याय को उसके घर प्रेमनगर पण्डितवाडी के पास से हिरासत में ले कर पूछताछ की गयी तो रामेन्दू उपाध्याय द्वारा घटना को स्वीकार किया गया।जिससे बरामद मोबाइल फोन में मृतिका के साथ रामेन्दू उपाध्याय की फोटो होना, मृतिका के मोबाइल नम्बर से बात करना पाया गया । रामेन्दू उपाध्याय ने 03 सितंबर को जुडियो के शोरूम से मृतिका को ड्रेस दिलाया जाना भी पाया गया । रामेन्दू उपाध्याय की निशानदेही पर क्लेमनटाउन से घटना में प्रयुक्त कार यू0के0-07-डीएक्स-5881 KIA कार के अन्दर छुपाकर रखी मृतिका की आईडी, मृतिका के कपडे, घटना के समय रामेन्दू उपाध्याय द्वारा पहने कपडे तथा थानो रोड जंगल से घटना में प्रयुक्त रक्त रंजीत हैमर (हथोडी) बरामद की गयी । अभियुक्त के कपडों, गाडी के अन्दर मृतिका का रक्त लगा हुआ होना पाया गया । मृतिका की शिनाख्त श्रेया उर्फ सुमित्रा पुत्री शिव बहादुर चौक चिसापानी जिला तनहु नेपाल के रूप में हुई । पूछताछ में अभियुक्त रामेन्दू उपाध्याय  उम्र- 42 वर्ष ने बताया कि मै आर्मी में क्लेमेंटाउन देहरादून में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात हूँ । मेरी पोस्टिंग कुछ समय पहले सिलिगुडी पश्चिम बंगाल से देहरादून में हुयी थी । मैं वर्ष 2010 में डिपार्टमेंटल कमीशन के रूप में लेफ्टिनेंट बन गया था । मेरा घर पंडितवाड़ी में है। वर्ष 2020 जनवरी में मेरी मुलाकात नेपाली मूल की एक लडकी श्रेया शर्मा र्से ZIZZI डांस बार सिटी सेंटर मॉल सिलीगुड़ी पंश्चिम बंगाल में हुई थी। जहां पर मुझे श्रेया शर्मा बहुत पसंद आई । पहले मेरी मुलाकात श्रेया से दोस्ती के नाते हुई उसके बाद हमारी आपसी रिलेशन बन गए । हम दोनों सिलीगुड़ी में पति-पत्नी की तरह रहते थे । मैं श्रेया के सारे खर्चे उठाता था।जब मेरी पोस्टिंग देहरादून जिले में हुई तो मैं श्रेया को भी अपने साथ देहरादून ले आया । जिसकी जानकारी मेरी पत्नी को हुई तो मैंने श्रेया को कुछ दिन होटल में रखने के बाद वापस सिलीगुडी भेज दिया । जिसे कुछ दिन बाद मैंने दुबारा देहरादून बुला लिया और कुछ दिन होटल में रखने के बाद मैंने क्लेमनटाउन में एक फ्लैट किराये पर लिया और उसे वहां रख दिया । कुछ दिन सही रहने के बाद वह लगातार मुझे अपनी पत्नी का दर्जा देने का दबाब बनाने लगी और इसको लेकर वहां मुझे गाली गलौज करने लगी । मुझसे पीने के लिये शराब और होटल से खाना मंगाती थी । मैं ही खाना बनाता था उसे खाना बनाना नहीं आता था । मेरा लगभग रोज फ्लैट में आना जाना था इसका मेरी पत्नी को भी पता चल गया था । श्रेया मुझसे लगातार दुर्व्यवहार करती थी और मुझे गालियां देती थी कहती थी कि तुमने मेरी लाइफ खराब कर दी है मुझे रखैल की तरह रखा हुआ है । मुझसे शादी कर लो इस बात को लेकर हमारा झगड़ा होता रहता था पिछले कुछ दिनों पहले मेरी वाइफ भी फ्लैट में आई थी उसकी भी लड़ाई मेरी पत्नी के साथ हुई। मेरी पत्नी और श्रेया के बीच लड़ाई होने से मुझे बहुत बुरा लगा था मैं असमंजस की स्थिति में था कि मैं क्या करूं मैं बहुत परेशान हो गया था । इसलिए मैंने उसे जान से मारने की योजना बनायी।  09 तारिख को श्रेया और मैं बीयर पीने के लिए राजपुर रोड स्थित एक क्लब ले गया।  जहां पर रात को हमने शराब पी मैंने उसे ज्यादा शराब पिलाई और खुद कम शराब पी फिर मैंने उसे लॉन्ग ड्राइव में जाने को कहा मैंने अपनी गाड़ी में भी कुछ बीयर और शराब रख ली इसके बाद हम लोग रात को आईएसबीटी घंटाघर बल्लूपुर डोईवाला फिर डोईवाला से वापस होते हुए महाराणा प्रताप चौक से थानों रोड की तरफ निकले। मैंने अपनी गाड़ी थानों रोड पर सोड़ा सरोली से एक रास्ता बाँये ओर जाता है, वहां पर जंगल जाने वाले रास्ते पर लगा ली। मेरा पूर्व में ही श्रेया को जान से मारने की योजना थी तो मैंने गाड़ी में एक हथौड़ा सीट के पीछे रख लिया था और एक टॉयलेट क्लीनर गाड़ी में रख लिया था। श्रेया अत्यधिक शराब के नशे में मुझे गाडी में शारीरिक सम्बन्ध बनाने को कह रही थी और अपने कपडे उतारने लगी । मैंने योजना के अंतर्गत अपनी कार की पिछली सीट में रखे हथौड़े को निकाल कर श्रेया पर ताबड़तोड़ सर में प्रहार किया वह नशे में थी तो डिफेंस नहीं कर पाई मैं सर के पीछे लगातार हथौड़े से वार करता चला गया। जब वह मर गई तो मैं गाड़ी को थोड़ा और आगे ले गया जहां गाड़ी का रास्ता खत्म हो गया तो मैं वापस गाड़ी बैक करी उसके बाद मुझे जहां जगह मिली मेन रोड किनारे उसको फेंक दिया उसके बाद गाड़ी में रखा टॉयलेट क्लीनर निकाला और उसके मुंह पर डाल दिया। श्रेया के शव को ठिकाने लगाकर मैंने हथोडा थानों रोड पर सडक किनारे फेंक दिया । उसके बाद वापस आकर गाडी क्लेमनटाउन स्टोर में छुपा दी व श्रेया के सामान व पहने कपडों को भी गाडी में छुपा दिया । आज मैं अपनी पत्नी के पास मिलने आ रहा था तथा उसे बताना चाहता था कि मैंने श्रेया को वापस भेज दिया। 



  

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