करोडों की चोरी करने वाले फरार अभियुक्त के पिता को पकड़ा

 देहरादून –  पीड़िता मीनू गोयल पुत्री ओमप्रकाश गोयल निवासी न्यू डिफेन्स कालोनी विश्वनाथ एन्क्लेव रायपुर देहरादून ने 18 अगस्त की रात में अपने घर से रूपये व ज्वैलरी चोरी होने के सम्बन्ध में एक प्रार्थना पत्र दिया गया। तहरीर के आधार पर थाना हाजा पर मु0अ0सं0 345/2023 धारा 380/457 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत कर जांच उ0नि0 रमन बिष्ट के सुपुर्द की गयी। घटना की गम्भीरता को देखते हुए घटना के शीघ्र अनावरण एवं अभियुक्तों की गिरफ्तारी को थानाध्यक्ष  कुन्दन राम थाना रायपुर के नेतृत्व में पुलिस टीमें गठित की गयी थी।


पुलिस टीम ने 21 अगस्त को अभियुक्त सन्नी को विश्वनाथ इन्क्लेव सहस्त्रधारा रोड़ से गिरफ्तार किया गया था, जिसकी निशानदेही पर चोरी किये गये 2,60,00,000/- (दो करोड़ साठ लाख रुपये), 02 ट्राली बैग एंव 02 वाहन बरामद किये गये थे। पूछताछ पर अभियुक्त सन्नी ने बताया गया कि उसके साथ घटना को अंजाम देने में उसका एक अन्य साथी धीरज पुत्र भूदेव निवासी वाजिदपुर थाना बड़ौद उ0प्र0 भी शामिल था, जिसे उसने अन्य तीसरा रुपयो का बैग दिया था। अभियुक्त सन्नी वर्तमान में न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार देहरादून में बंद है।इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये वरिष्ठ उपनिरीक्षक नवीन जोशी एक अन्य टीम को जनपद बड़ौद उ0प्र0 रवाना किया गया। 

पुलिस टीम द्वारा फरार अभियुक्त धीरज के घर व अन्य सम्भावित जगहों पर दबिश दी गयी, परन्तु वाँछित अभियुक्त धीरज फरार मिला। जिसके बारे में आस-पास के लोगो से पूछताछ करने पर जानकारी मिली कि अभियुक्त खेती बाड़ी का काम करता है।  पूर्व में देहरादून में भी रह चुका है। अभियुक्त धीरज का एक भाई दिल्ली पुलिस में नियुक्त है, जो कि नरेला दिल्ली में ही सरकारी आवास में रहता है। गाँव में अभियुक्त के पिता व पत्नी रहते है। घटना के बाद वह एक दिन अपने घर पर आया था। पुलिस टीम को सूचना मिली कि अभियुक्त के पिता भूदेव चोरी किये गये रुपयो में से भारी धनराशी को गाँव में ही छिपाने की फिराक में है।  जिसके पश्चात् से ही पुलिस टीम द्वारा लगातार अभियुक्त के पिता व अन्य परिवार की निगरानी करनी शुरु कर दी, जिसके परिणाम स्वरुप 24 अगस्त को अभियुक्त धीरज के पिता भूदेव को उनके गाँव वाजिदपुर बड़ौद में उन्ही की ट्यूबेल के पास से गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से चोरी की भारी धनराशी कुल 48,00,000/- (अठतालीस लाख रुपये) एक सफेद कट्टे से बरामद की  गयी। 

पूछताछ में अभियुक्त भूदेव ने बताया कि मेरे दो पुत्र है। बड़ा पुत्र नीरज दिल्ली पुलिस में है, जो अपने बच्चो के साथ नरेला दिल्ली में रहता है तथा छोटा पुत्र धीरज अपने परिवार व मेरे सहित गांव में ही रहता है। जो कि खेती बाड़ी का काम करता है। वह करीब 7-8 वर्ष पूर्व देहरादून में भी रह चुका है, जहाँ उसका एक दोस्त सन्नी रहता  है। वे दोनो आपस में मिलकर डम्पर एंव बिल्डिंग मैटिरियल का काम करते थे। वह कुछ दिन पूर्व इलाहबाद मजदूर लेने के नाम से घर गया था और वह 20 अगस्त को वह गाँव में अपने घर पर आया था। जो कि अगले ही दिन बिना कुछ बताये घर से चले गया था। 21 अगस्त को जब मुझे जानकारी मिली की मेरे पुत्र धीरज को पुलिस ढूढ रही है तो मै अपने बेटे बेटे नीरज के पास नरेला दिल्ली गया, जहाँ नीरज से मुझे पता चला कि मेरे बेटे धीरज ने देहरादून में अपने दोस्त सन्नी के साथ मिलकर बहुत बड़ी करोड़ो रुपये की चोरी कर रखी है। जिस पर मैने धीरज से बात करी और हमने मिलकर तय किया कि चोरी किये गये रुपये को ठिकाने लगा देते है। पुलिस को तथा किसी अन्य को भी इस बारे में नहीं बतायेंगे। चोरी के सारे रुपये नीरज के कमरे में रखे हुये थे। उसमें से गिनकर 48,00,000/-(अडतालीस लाख रुपये) मैने एक सफेद प्लास्टिक के कट्टे में लेकर अपने गाँव की ओर चला तथा शेष रुपयों को धीरज अपने साथ ले गया है। जिसे गाँव आने के बाद मैने अलग-अलग जगह पर छुपाये रखा और  24 अगस्त को अपने गाँव में ट्यूबेल के पास जमीन में गाड़ने जा रहा था कि वहीं मुझे पुलिस ने पकड़ लिया।







Comments

Popular posts from this blog

रुद्रप्रयाग के पास दो लोग स्कूटी समेत खाई में गिरे

चोरी की स्कूटी के साथ दो अरोपी को पकड़ा

लोगों को बीमा पॉलिसी का लालच देकर,ठगी करने वाले तीन शातिर गिरफ्तार