राज्यस्तरीय खेल महाकुंभ का शुभारंभ 29 दिसंबर से
देहरादून – प्रदेश में आगामी 29 दिसम्बर को राज्यस्तरीय खेल महाकुम्भ का आयोजन किया जाएगा जो कि रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में आयोजित होगा। राज्यस्तरीय खेल महाकुंभ में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में प्रेस वार्ता करते हुए खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि न्याय पंचायत स्तर से शुरू हुआ यह खेल महाकुंभ ब्लॉक स्तर और फिर जिला स्तर से होते हुए अब राज्यस्तर पर आयोजित होने जा रहा है। इस महाकुंभ में लगभग तीन लाख 75 हज़ार प्रतिभावान खिलाड़ियों ने अभी तक प्रतिभाग किया है।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हम आने वाले 38 वे राष्ट्रीय खेलो के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए अपने खिलाड़ियों को तैयार करें। आज हमारे राज्य से बड़ी संख्या में प्रतिभावान खिलाड़ी कई खेलो में प्रतिभाग करने के साथ देश के साथ प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि हम अपने खिलाड़ियों को बेहतर अवसर प्रदान करने के साथ उन्हें 38वे राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार करें। खेल मंत्री ने बताया कि खेल महाकुम्भ 2022 के अन्तर्गत न्याय पंचायत, विकासखण्ड, जनपद स्तर पर अण्डर-14, अण्डर- 17. अण्डर-21 बालक-बालिका वर्ग में एथलेटिक्स, कबड्डी, खो-खो, वालीबाल, फुटबाल, हैण्डबाल, बास्केटबाल, जूडो, ताईक्वांडो, बाक्सिंग, कराटे, बैडमिंटन, टेबिल टेनिस, हॉकी, योगा एवं मलखम्ब खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किये जाने के साथ जनपद स्तर पर सीधे 17-21 आयुवर्ग में पैन्टॉथलॉन (दौड़, लम्बीकूद, ऊंचीकूद, चिनअप / रस्सी कूद, बाल श्रो) एवं राज्य स्तर पर सीधे दिव्यांगजन की एथलेटिक्स एवं बैडमिंटन की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।विशेष प्रमुख सचिव खेल अभिनव कुमार ने बताया कि 662 न्याय पंचायत स्तर पर दिनांक 1 अक्टूबर 2022 से 15 अक्टूबर 2022 के मध्य एथलेटिक्स, कबड्डी, खो-खो एवं वालीबाल की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिसमें निम्नानुसार खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया गया-आयुवर्ग अंडर-14 में बालक-63054,बालिका-48993, आयुवर्ग अंडर-17 में बालक-67027,बालिका-48934, कुल-बालक:130081,बालिका:97926,95 ब्लॉक स्तर पर एथेलेटिक्स, कबड्डी,खो -खो,बालीवाल तथा सीधे ब्लॉक स्तर पर आयोजित फुटबाल एवं बैडमिंटन की प्रतियोगिताए आयोजित की गई। जिनका विवरण निम्न है।आयुवर्ग अंडर-14 में बालक -23997,बालिका-15832,आयुवर्ग अंडर-17 में बालक-27575,बालिका-18645,आयुवर्ग अंडर-21 में बालक-21605,बालिका-11729, कुल:बालक-73177, बालिका-46206,13 जनपद स्तर पर एथलेटिक्स, कबड्डी, खो-खो बालीबाल, फुटबाल,बैडमिंटन तथा टेबिल टेनिस, हैण्डबाल, बास्केटबाल, जूडो, बाक्सिंग, ताईक्वांडो, कराटे की सीधी आयोजित प्रतियोगिताओं में निम्नानुसार खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।आयुवर्ग अंडर- 14 में बालक-4346,बालिका-3587,आयुवर्ग अंडर-17 में बालक 5592,बालिका-4459,आयुवर्ग अंडर-21 में बालक-4373,बालिका-3381,कुल-बालक: 14311, बालिका:11427,राज्य स्तर पर अण्डर-14, 17, 21 आयु वर्ग में बालक-बालिकाओं की एथलेटिक्स, कबड्डी, खो-खो, वालीबाल, फुटबाल, हैण्डबाल, बास्केटबाल, जूडो. ताईक्वांडो, बाक्सिंग, कराटे, बैडमिंटन, टेबिल टेनिस, हॉकी, योगा एवं मलखम्ब खेल विधाओं में प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। उक्त के अतिरिक्त 17-21 आयुवर्ग में पैन्टॉथलॉन (दौड़, लम्बीकूद, ऊंची कूद, चिनअप / रस्सी कूद, बाल थो) एवं दिव्यांगजन की एथलेटिक्स एवं बैडमिंटन की प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जा रहा है।कुल इतने खिलाड़ियों ने अब तक किया प्रतिभाग इस प्रकार अब तक कुल 217569 बालक एवं 155559 बालिकाओं सहित कुल 373128 खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया जा चुका है तथा लगभग 8000 खिलाड़ियों द्वारा राज्य स्तर पर प्रतिभाग किया जाना है। वर्ष 2021 में आयोजित खेल महाकुम्भ में लगभग 2.25 लाख खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया गया था।राज्य स्तर पर होने जा रहे इस आयोजन में 13 जनपदों की 13 टीमें भाग लेंगी जिसमे 14 खेल होंगे। राज्य स्तर पर यह आयोजन जिले से जिले की टीमो के मध्य होंगे।खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा खेलों व खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए खेल नीति लागू की गई है। खेल नीति में खिलाड़ियों के उन्नयन, खेल प्रतिभाओं को तलाशने, निखारने व उभारने, खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने, खिलाड़ियों के नियोजन, सामान्य आहार के साथ-साथ बेहतर डाइट की व्यवस्था, खिलाड़ियों के लिए रोज़गार के अवसर तथा सम्बंधित पूर्ण सुविधाएं प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। युवाओं में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए उचित आर्थिक प्रोत्साहन का प्रावधान भी किया गया है।साथ ही कहा कि खेलों का उद्देश्य सिर्फ मेडल प्राप्त करना ही नहीं है, बल्कि स्वस्थ शरीर, मस्तिष्क एवं स्वस्थ जीवन के निर्माण में भी खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह सौभाग्य की बात है कि उत्तराखण्ड से खेल प्रतियोगिताओं में बालिकाओं की हिस्सेदारी भी बालकों के बराबर है। प्रदेश की बालिकाएं किसी भी मामले में बालकों से कम नहीं हैं।इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव खेल अभिनव कुमार, अपर सचिव व निदेशक खेल एवं युवा कल्याण जितेंद्र सोनकर ,संयुक्त निदेशक खेल धर्मेंद्र भट्ट,संयुक्त निदेशक अजय अग्रवाल, उपनिदेशक शक्ति सिंह, सहित खेल विभाग एवं युवा कल्याण के अधिकारी उपस्थित रहे।
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