जसपुर विधायक आदेश चौहान पर हमला दुर्भाग्यपूर्ण –करन माहरा
देहरादून – जसपुर विधायक आदेश चौहान पर घर के अन्दर घुसकर हमला/मारपीट हुई जिसका प्रदेश कांग्रेस कमेटी घोर निंदा करती है।प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भाजपा सरकार में राज्य की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है कि एक जनप्रतिनिधि भी अपने आवास पर सुरक्षित नहीं है तो आम जनता का क्या हाल होगा?
दरसल मामला जसपुर विधायक के एसडीएम से शिकायत करने को लेकर है। करन माहरा ने बताया कि जसपुर विधायक आदेश चौहान ने अपनी विधानसभा में बढ रही सूद खोरी के खिलाफ संलिप्त व्यापारियों की जांच करने, उनके लाइसेंस की जांच करने एवं उनके इनकम टैक्स की जांच करवाये जाने हेतु पत्र उपजिलाधिकारी को सौंपा था। माहरा ने कहा कि इसी बात खिन्न होकर कुछ व्यापारियों ने स्थानीय विधायक के आवास पर जाकर उन पर दबाव बनाने की कोशिश करी कि वह अपनी जांच की मांग को वापस ले लैं। जब स्थानीय विधायक ने जनहित में उनकी बात मानने से मना कर दिया तो सब ने तैश में आकर विधायक पर हमला कर दिया। माहरा ने जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय पुलिस द्वारा आदेश चौहान पर हमला करने वाले व्यापारियों को गिरफ्तार कर कुछ ही देर में हमलावरों को सत्तारूढ़ दल के पूर्व विधायक के दबाव में आकर बरी भी कर दिया गया। परन्तु साथ ही साथ विधायक आदेश चौहान के गनर को भी पुलिस प्रशासन द्वारा उनकी सुरक्षा से हटा दिया?
पुलिस प्रशासन द्वारा की गयी इस भेदभाव और पक्षपात पूर्ण रवैये की कडें शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि जहां एक ओर पुलिस प्रशासन को स्थानीय विधायक पर हुए हमले के मद्देनजर उनकी सुरक्षा में बढ़ोतरी करनी चाहिए थी वहीं हमलावरों को न सिर्फ कुछ ही घंटों में आजाद कर दिया गया बल्कि आदेश चौहान की सुरक्षा में तैनात एक मात्र गनर तक हटा दिया गया।
करन माहरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उधम सिंह नगर के कप्तान दबाव में काम कर रहे हैं। लगातार उस जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दमन किया जा रहा है झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं एंव भाजपा नेताओं के दबाव में पक्षपात किया जा रहा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपेक्षा/मांग की है कि जसपुर से चुने हुए जनप्रतिनिधि /विधायक पर हुए हमले के मद्देनजर पुलिस की लचर कार्यप्रणाली को देखते हुए तत्काल प्रभाव से उधम सिंह नगर के कप्तान को हटाया जाए।
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