चारों धामों में बारिश, सड़क मार्गों में कहीं-कहीं भूस्खलन

 देहरादून – चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं का लगातार आगमन है आज तक 25 लाख 38 हजार दो सौ सत्तासी तीर्थयात्री  उत्तराखंड चारधाम दर्शन को पहुंचे है। मानसून के प्रभाव से यात्रा में कमी देखी जा रही है।चारों धामों में हल्की बारिश है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर शिरोबगड़ में सड़क अवरूद्ध मार्ग सुचारू हो गया है साथ ही श्रीनगर- खेड़ाखाल सड़क से भी वाहनों को रूद्रप्रयाग भेजा गया। लामबगड़ एवं पागल नाला जैसे भूस्खलन जोन से यातायात प्रभावित रहा, लेकिन आज यात्रा सुचारू है। केदारनाथ हेली सेवा बारिश से आंशिक रूप से प्रभावित हुई है।मानसून के कारण अधिकांश हेलीकंपनियों ने सेवा बंद कर दी है। मौसम के अनुकूल रहने पर  दो- तीन हेलीकॉप्टर  सेवा चल रही है। गंगोत्री राजमार्ग सुचारू है यमुनोत्री राजमार्ग भूस्खलन से बाधित रहा अब मार्ग सुचारू हो गया है।


  प्राप्त  आंकड़ों के अनुसार श्री बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि  8 मई  से  आज तक 915838  तीर्थयात्री धाम पहुंच गये। श्री केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 6 मई से आज  तक 847070 तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंच गये।इसमें हेलीकॉप्टर से पहुंचे 82009 तीर्थयात्री भी शामिल हैं।श्री गंगोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि 3 मई से आज तक 437912  तथा श्री यमुनोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि  3 मई से आज तक  337467 तीर्थयात्री यमुनोत्री पहुंच गये है।अभी तक  श्री बदरीनाथ-केदारनाथ पहुंचनेवाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या का योग-1762908 है ।श्री गंगोत्री-यमुनोत्री पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या 775379 रही।‌ आज तक उत्तराखंड चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थयात्रियों की संख्या  2538287( पच्चीस लाख अड़तीस हजार दो सौ सत्तासी) है।रविवार शाम  तक  श्री बदरीनाथ  3222, केदारनाथ  4117 यमुनोत्री 1105  तथा गंगोत्री 1835 तीर्थ यात्री पहुंचे। कपाट खुलने की तिथि 22 मई से अभी तक  श्री गुरूद्वारा हेमकुंट साहिब एवं लोकपाल तीर्थ  पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या 165612 रही है।श्री  हेमकुंट में कुछ दिनों पहले हुई।बर्फबारी से मौसम सर्द है बावजूद  हेमकुंट यात्रा सुचारू है।


 मानसून की दस्तक के साथ ही प्रतिदिन के यात्रियों की संख्या में  गिरावट आयी है तथा भूस्खलन से सड़क मार्ग बाधित हो रहे है। लेकिन यात्रा निरंतर चल रही है।  प्रदेश सरकार, पुलिस-प्रशासन, आपदा प्रबंधन, एसडीआरएफ, उत्तराखंड पर्यटन, बदरी-केदार मंदिर समिति द्वारा यात्रियों से  अपील की जा रही है  कि मौसम के अलर्ट सहित  बारिश- भूस्खलन तथा सड़कों की स्थिति के अनुसार यात्रा मार्गों पर आगे बढ़े। अधिक बारिश होने पर सुरक्षित स्थानों में रूक जाये। रात्रि के समय यात्रा में सावधानी रखें।उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों की सुविधा-सुरक्षा हेतु तीर्थयात्रियों के पंजीकरण को अनिवार्य किया है तीर्थयात्री उत्तराखंड पर्यटन की वेबसाइट से घर बैठे आनलाइन पंजीकरण के अलावा  हरिद्वार ऋषिकेश के अलावा भी चारधाम के सभी  फिजीकल रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर फोटोमेट्रिक आनलाईन रजिस्ट्रेशन कर सकते है।

 

Comments

Popular posts from this blog

रुद्रप्रयाग के पास दो लोग स्कूटी समेत खाई में गिरे

चोरी की स्कूटी के साथ दो अरोपी को पकड़ा

लोगों को बीमा पॉलिसी का लालच देकर,ठगी करने वाले तीन शातिर गिरफ्तार