घोड़ों से डबल चक्कर लगवाने वालों पर होगी कार्रवाई - बहुगुणा

 रुद्रप्रयाग – बाबा केदारनाथ के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा पड़ा है। जिसकी वजह से यात्रा मार्ग पर  घोड़े खच्चरों पर अतिरिक्त  भार भी पड़ा और जिसकी वजह से अभी तक लगभग 60 से 90 घोड़े खच्चरों की बीमारी या अन्य कारणों से मौत हो रही हैं। पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने केदारनाथ यात्रा मार्ग पर हो रही घोड़ों  खच्चरों की मौत का संज्ञान लिया और उसके निरीक्षण के लिए आज  रुद्रप्रयाग पहुुंचे।


यहाँ उन्होंने जिला प्रशासन, पशु चिकित्सा अधिकारियों, घोड़ा खच्चर यूनियन के पदाधिकारियों समेत संबंधित विभागों के साथ यात्रा एवं घोड़े खच्चरों के स्वास्थ्य की समीक्षा की। पहले सत्र में जिला मुख्यालय स्थित रुद्रा काम्पलैक्स में जिला प्रशासन के साथ बैठक के पश्चात मंत्री सौरभ बहुगुणा केदारनाथ यात्रा मार्ग में सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे।

  मंत्री सौरभ बहुगुणा ने यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों के संबंध में संबंधित अधिकारियों एवं घोड़े खच्चर संचालको से घोड़े खच्चरों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये। उन्होंने यात्रा मार्ग में घोड़े खच्चरों के पानी, रखरखाव की उचित व्यवस्था करने एवं जानवरों के साथ क्रूरता न करने के निर्देश घोड़े खच्चर संचालकों एवं हॉकरों को दिए। मंत्री सौरभ बहुगुणा ने यात्रा मार्ग पर संचालित घोड़े खच्चरों में से पचास फीसदी का संचालन ही एक दिन में करने के निर्देश दिए, उन्होंने हर हाल में घोड़े खच्चरों को एक दिन का आराम देने के निर्देश दिए। किसी भी दशा में घोड़े खच्चरों से डबल चक्कर न लगाये जाय, इसके लिये उन्होने पुलिस एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि यदि किसी के द्वारा ऐसा किया जाता है तो उसके विरुद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। उन्होनें घोड़ा पड़ाव में घोडे खच्चरों के रहने के लिए शेड तैयार करने के लिए उपजिलाधिकारी ऊखीमठ को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही चिकित्सकों के लिए सोनप्रयाग एवं गौरीकुंड में आवास व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये गये। मंत्री द्वारा घोड़े खच्चर यूनियन के अध्यक्ष से वार्ता करते हुए कहा कि यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों का ध्यान रखने को कहा गया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी मालिक एवं हाॅकर द्वारा घोड़े खच्चर की देखभाल ठीक ढंग से नहीं की जाती है तो इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी जाये, इसके लिये उन्होंने सभी के सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने यह भी निर्देश दिये है कि यदि किसी घोड़े खच्चर की मृत्यु हो जाती है तो सुलभ द्वारा उसको दफनाने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।

   इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष  अमरदेई शाह, सचिव पशुपालन, सहकारिता, डेयरी डाॅ बी.बी.आर.सी. पुरुषोतम, अपर पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर सिंह, उपजिलाधिकारी ऊखीमठ जितेन्द्र वर्मा,  मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ आशीष रावत, पुलिस उपाधीक्षक सोनप्रयाग योगेन्द्र गुसांई, गुप्तकाशी विमल रावत, घोड़े खच्चर यूनियन के पदाधिकारी सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। 

 

 

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