जिन कोरोना योद्धाओं के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्पों वर्षा हुई वही योद्धा अपनी नौकरी के लिए सड़क की धूल फांक रहे हैं
देहरादून – कोविड-19 वायरस के आघात से देश में जहां चारों तरफ त्राहिमाम त्राहिमाम था वही स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रहे लोगों ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए हर पल लोगों के जीवन को बचाने का काम किया और उसके बाद सरकार ने उन कोरोना योद्धाओं के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्पों की वर्षा कराई और आज 2022 में वही कोरोना योद्धा अपनी नौकरी के लिए गांधी पार्क के बाहर सड़कों की धूल फांक रहे हैं।
गांधी पार्क में धरनारत स्वास्थ्य विभाग के 130 नर्सिंग संवर्ग व पैरा मेडिकल कर्मचारी जिन्हें कोरोना काल के दौरान राज्य सरकार के द्वारा संविदा पर रखा गया था। और 31 मार्च 2022 को अचानक उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई, उनके धरने और मांगो को समर्थन देने प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी धरना स्थल पर पहुंचे।राजेंद्र भंडारी ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि उनकी आवाज सदन में उठाई जाएगी।
वही प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा ने स्वास्थ मंत्री धन सिंह रावत को उनके द्वारा दिया गया आश्वासन याद दिलाया जिसमें धन सिंह रावत ने स्वास्थ विभाग में इन कर्मचारियों को समायोजित करें जाने की बात कही थी।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी राज्य सरकार को आईना दिखाते हुए कहा कि राज्य में आज बेरोजगारी विकराल रूप ले चुकी है।ऐसे में युवा दिग्भ्रमित हो रहा है केवल घोषणा मात्र से बात नहीं बनेगी स्वास्थ्य मंत्री की घोषणा के अनुरूप शासनादेश जारी होना चाहिए। वही धराने पर बैठे कर्मचारियों ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और राजेंद्र भंडारी को अपना मांग पत्र सौंपा। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि इसे राज्य का दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है की कोरोना काल के दौरान जिन युवाओं ने अपनी जान की परवाह किए बगैर राज्य वासियों को अपनी सेवाएं दी है आज उन्हें इस तरह से दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
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