टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर आत्महत्या कर रहे व्यक्ति को पुलिस ने बचाया
देहरादून –थाने रायवाला पर शिकायतकर्ता ने थाने में आकर सूचना दी की उसका भाई करीब 10.00 बजे घर से बिना बताये कहीं चले गये है।जो कि कंपनी में कर्ज के चलते बहुत परेशान है और शायद आत्महत्या कर सकते हैं। थानाध्यक्ष रायवाला भुवनचंद पुजारी ने का0 1185 नवनीत नेगी एसओजी ग्रामीण कोई व्यक्ति की फोन की लोकेशन ट्रैक करने को कहा कांस्टेबल ने त्वरित कार्यवाही करते हुए उस व्यकित की लोकेशन ट्रैक की तो पता चला की लोकेशन थाना रायवाला से 38 कि0मी0 दूर थाना रानीपोखरी के क्षेत्र में नरेन्द्रनगर जाने वाली सडक के आसपास मे की है।
थाना रायवाला क्षेत्र से 38 कि0मी0 दूर व किसी अनहोनी घटना के होने के डर थानाध्यक्ष रायवाला भुवनचंद पुजारी ने थानाध्यक्ष रानीपोखरी को टेलीफोन कर सूचना दी कि प्रतीतनगर थाना रायवाला निवासी एक व्यक्ति अपने घर से बिना बताए कही चला गया है। और जानकारी मिली है कि वह काफी कर्जे में है और आत्महत्या कर सकता है, जिसका लोकेशन अभी रानीपोखरी से नरेंद्र नगर को जाने वाली सड़क पर जंगल में आ रहा है। उसकी लोकेशन थानाध्यक्ष रायवाला ने थानाध्यक्ष रानीपोखरी को भेजी लोकेशन रानीपोखरी से नरेंद्र नगर को जाने वाली सड़क की थी जो जनपद टिहरी में आती हैं। लेकिन फिर भी थानाध्यक्ष रानीपोखरी ने तत्काल कार्यवाही करते हुए उस लोकेशन पर तत्काल चीता मोबाइल को भेजा और स्वयं भी उस लोकेशन पर पहुंचे, तो चीता मोबाइल द्वारा उस लोकेशन पर पहुंच कर पाया कि वह व्यक्ति मन इच्छा मंदिर से आगे जंगल में एक पेड़ पर रस्सी का फंदा लगाकर फांसी लगाने का प्रयास कर रहा था।जिसे पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए रोका गया तथा समझा- बुझाकर पेड़ से उतारकर थाने लाया गया। थाने पर उस व्यक्ति के परिजनों के बुलाकर उसे उनके सुपुर्द किया गया, जिस पर उस व्यक्ति के परिजनों ने पुलिस का बहुत-बहुत धन्यवाद किया। रानीपोखरी पुलिस द्वारा तत्काल सूचना पर कार्रवाई करते हुए एक व्यक्ति की जान बचाने पर पुलिस उपमहानिरीक्षक/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून द्वारा पुलिस टीम को पुरस्कार देने की घोषणा की गई।पुलिस टीम में शिशुपाल सिंह राणा थानाध्यक्ष रानीपोखरी, कॉन्स्टेबल धीरेंद्र यादव,कांस्टेबल सुनील कुमार व थाना रायवाला से उ0नि0 नीरज त्यागी ,का0 787 दिनेश महर ,का0 606 कुलदीप सिंह शामिल रहें।
उस व्यक्ति से पूछताछ की गयी तो उसके द्वारा बताया गया कि वह एक नित्यंतानिधि कंपनी में पिछले 04 वर्षों से एडवाइजर का कार्य करता है। कंपनी पर 30-35 लाख का कर्ज होने के कारण लोगों द्वारा बार-बार अपने पैसे वापस करने के लिए परेशान किया जा रहा था । जिससे परेशान होकर वह आत्महत्या करने के लिये घर से निकला था।
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