बलात्कार का आरोपी नशा मुक्ति केन्द्र संचालक विद्यादत्त गिरफ्तार

 देहरादून – प्रकृति विहार क्लेमेन्टाउन में स्थित नशा मुक्ति केन्द्र WALK N WIN SOBER LIVING HOME में 4 अगस्त को  4 नाबालिग लडकिया जिनका नशे का ईलाज इस संस्थान पर चल रहा था। ये चारों लड़कियां शाम के समय  कैम्प से भाग गयी थी एवं  कैम्प की संचालिका  विभा सिंह ने थाने पर सूचना दी एवं सूचना के आधार पर इन चारों लडकीयों की गुमशुदी थाना क्लेमेन्टाउन पर दर्ज कर अथक प्रयास से इन चारों गुमशुदा लड़कियों को सकुशल 24 घण्टे के अन्तर्गत बरामद किया गया व गुमशुदा के परिजनों को अवगत कराया गया


एवं चारों गुमशुदा लड़कियों ने नशा मुक्ति केन्द्र से भागने की जानकारी दी थी। तो  चारों बरामद लडकियों द्वारा अवगत कराया गया था कि WALK N WIN SOBER LIVING HOME  प्रकृति विहार क्लेमेन्टाउन में प्रचलित नशा मुक्ति केन्द्र को चलाने वाले विद्यादत्त रतूड़ी द्वारा उनके साथ शारीरिक छेड़छाड़ व मारपीट करने तथा एक लडकी द्वारा यह भी आरोप लगाये गये कि उनके साथ विद्या दत्त रतूड़ी द्वारा जबरदस्ती बलात्कार किया गया व संचालिका विभा सिंह से शिकायत करने पर इन्ही लड़कियों के साथ मारपीट करना व विद्या दत्त रतूड़ी का साथ दिया गया।  चारों बरामद लडकियों की तहरीर के आधार पर थाना क्लेमेनटाउन पर केन्द्र की संचालिका विभा सिंह व विद्यादत्त के विरूद मु0अ0सं0 125/2021 धारा 376सी/354क/323/504/120बी भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया एवं केन्द्र की मुख्य संचालिका अभियुक्ता विभा सिंह को उसी दिन गिरफ्तार किया कर लिया गया था तथा इस केन्द्र के संचालक विद्यादत्त रतूड़ी अपनी गरफ्तारी से बचने के लिए फरार हो गया था। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए। नशा मुक्ति केंद्र संचालक विद्या दत्त रतूड़ी को शीघ्र गिरफ्तार करने के लिए थानाध्यक्ष क्लेमेंटाउन द्वारा अभियुक्त की गिरफ्तारी को टीम का गठन किया गया। पुलिस को मुखबिर के द्वारा सटीक  सूचना पर आज  सोमवार को अभियुक्त विद्या दत्त रतूड़ी को होटल रूद्राक्ष ऋषिकेश रोड श्यामपुर से गिरफ्तार किया गया।पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि मेरे पिता एयरफोर्स में कर्मचारी थे तो मैं उनके साथ कानपुर रहता था वहां से ही मुझे शराब पीने की लत लग गई थी। मैं शराब पीने का आदी हो गया था तथा मेरा टिहरी  में भी एक महिला के साथ संबंध रहा था जिसके चलते में वर्ष 2017 में टिहरी से जेल भी गया हूं। फिर मेरे परिवार वालों ने परेशान होकर  मुझे वर्ष 2018 में नशा मुक्ति केंद्र एसजी फाउंडेशन सरस्वती विहार देहरादून में भर्ती कराया था। जहां पर अपने नशे के इलाज के दौरान ही मैंने उसी नशा मुक्ति केंद्र में स्टाफ के रूप में काम करना शुरू कर दिया वहां पर करीब 3 साल तक मैंने स्टाफ में काम किया तथा वहीं विभा सिंह शराब पीने की लत के कारण उसी नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती हुई थीी। जिससे मेरी अच्छी जान पहचान हो गई तथा वहीं पर मैंने और विभा ने मिलकर अपने नशा मुक्ति केंद्र खोलने का प्लान बनाया था। जो हमने इसी वर्ष 2021 में माह फरवरी में प्रकृति विहार क्लेमेंट टाउन में अपना नशा मुक्ति केंद्र खोला था जहां पर भर्ती  लड़कियां भाग गई थी। उनके भागने पर मुझे पहले से ही डर था कि कहीं मेरे द्वारा इनके साथ किए गए गलत कार्य के बारे में किसी को ना बता दें तो जब विभा पुलिस में रिपोर्ट कराने थाने आई तो मैं अंदर नहीं गया था। मैं बाहर ही रुक गया और जब मुझे यह पता लगा कि उन लड़कियों को पुलिस ने बरामद कर लिया है तो मैंने अपने फोन से अपने दोनों सिम निकाल दिए तथा अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए वहां से फरार हो गया था।


 






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