क्वारेंटाइन सैन्टरों की दुर्दशा और बद इंतजामिया प्रदेश सरकार की विफलता: - प्रीतम सिंह

देहरादून–प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने  प्रदेश मैं बनाए गए क्वारेंटाइन सैन्टरों में हो रही मौतों पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए इन मौतों के लिए सीधे तौर पर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य के बाहर से आने वाले लोगों को जिन क्वारेंटाइन सैन्टरों  में ठहराया जा रहा हैं। उनमें कोई इंतजाम नहीं है। प्रदेशभर के क्वारेंटाइन सेंटरों में हालात ऐसे है कि लोग आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार कोरोना महामारी की रोकथाम में पूरी तरह विफल साबित हो चुकी हैं। तथा स्थिति उनके काबू से बाहर होती जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में रोज बड़ रहे संक्रमितों के मामले जहां गंभीर चिंता का विषय है वहीं  क्वारेंटाईन केन्द्रों मे बद इंतजामी  के कारण हो रही मौते राज्य  सरकार की नाकामी व लापरवाही को दर्शा रही हैं।
प्रीतम सिंह ने कहा कि अन्य प्रदेशों से राज्य के विभिन्न जनपदों में लौट रहे प्रवासी नागरिकों के लिए बनाये गये कोरेन्टाइन सैन्टरों में बदहाली एवं बद इंतजामी के हालात चिन्ताजनक हैं। क्वारेंटाइन सैन्टर यातना केन्द्र बनते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्वारेंटाईन केन्द्रों में ना तो खानपान के ही इंतजाम हैं और न ही मेडिकल की कोई सुविधा है। प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य की राजधानी में सरकार की नाक के नीचे बालावाला स्थित क्वारेंटाइन सैंन्टर में 19 वर्षीय युवक की आत्महत्या का मामला शर्मसार करने वाला हैं। उन्होंने इस आत्महत्या के लिए स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार की नाकामी तथा नकारेपन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी सरकार की बद इंतजामी तथा लापरवाही के चलते नैनीताल के बेतालघाट, पौड़ी के बीरोंखाल, पाबौ तथा थलीसैंण ब्लाक चम्पावत के बालातडी गांव तथा उत्तरकाशी के क्वारेंटाइन सैन्टरों में उपचार न मिलने के कारण हुए मौतें राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा चुकी हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि मैंने राज्य सरकार के मुखिया से कई बार आग्रह किया था कि बाहर से आने वाले प्रवासियों के क्वारेंटाइन की व्यवस्था बेस कैम्पों में ही की जानी चाहिए तथा बेस कैम्पों में संख्या बढ़ने की स्थिति में जिला, तहसील अथवा ब्लाक मुख्यालयों में क्वारेंटाइन सैन्टर बनाये जाने चाहिए परन्तु राज्य सरकार लोगों को सीधे गांवों मे भेज कर साधन विहीन प्रधानों के जिम्मे छोड़ कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर रही है तथा स्थानीय प्रशासन द्वारा इन लोगों की कोई सुध तक नहीं ली जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हालत ऐसे हैं कि कोरोना महामारी से ज्यादा लोगो को सरकार की कार्यप्रणाली के कारण अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने क्वारेंटाईन सैन्टरों में हुई मौतों पर स्वेत पत्र जारी करने की मांग करते हुए  प्रदेश भर में बनाये गये सभी क्वारेंटाईन सैन्टरों की उच्च स्तरीय जांच करवाये जाने तथा क्वारेंटाइन किये गये लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार अधकारियों पर कार्रवाई करने की भी मांग की है।


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