सीमा पर ही थर्मल स्कैनिंग और कोरोना वायरस टेस्ट

देहरादून – तीसरे चरण के लॉक डाउन की समाप्ति से पहले और चौथे चरण के नए स्वरूप मैं घोषित होने वाले होने से लॉक डाउन से पहले अन्य प्रदेशों से देहरादून पहुंच रहे हैंं। वहीं उत्तराखंड की सीमा से लगी हुई आखरी पुलिस चौकी आशा रोड़ी पर पुलिस चेक पोस्ट बना हैं यही पर अन्य प्रदेशों से आने वाले हर बाहरी  व्यक्ति का थर्मल स्कैनिंग और कोरोना वायरस टेस्ट हो रहा हैं। स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य विभाग पहले दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान से आने वाले लोगों का थर्मल स्कैनिंग  करते हैं। और अगर उस व्यक्ति  का तापमान अधिक आता हैं तो उनका कोविड 19 का टेस्ट वहीं पर किया जाता हैैं। टेस्ट  में गले और नाक से सैंपल ले लिया जाता हैं। साथ ही हर आने वाले व्यक्ति का पुलिस वेरिफिकेशन होता हैं। उसके बाद थर्मल स्कैनिंग होती हैैं। 
और अंत में कोरोना वायरस टेस्ट किया जाता हैं। उसके बाद ही उस व्यक्ति को देहरादून की सीमा में प्रवेश की अनुमति दी जाती हैं। वही सुबह से लोगों की लाइन लगी हुई थी अपनी बारी की प्रतीक्षा में लाइन में खड़े लोग वैसे ही लंबी यात्रा करके आ रहे हैं। जो टीम कोरोना टेस्ट करती हैं। वह टीम लगभग 11:00 बजे के करीब ही आती हैैं। इस कारण वहां पर सुबह से ही लोगों की लाइन लग जाती हैैं। और लोग लम्बी इंतजार में रहते है कि कब टीम आएगी और उनका कोई टेस्ट करेगी क्योंकि लंबी दूरी की यात्रा तय करके आने के बाद आदमी थक जाता हैं। और फिर उस यहां से आगे भी जाना होता है इसी कारण आदमी पर मनोवैज्ञानिक दबाव भी रहता हैैं। जिसके कारण वह थोड़ा सा नर्वस हो जाता हैैं। यहां से निकलने के बाद उसे अपने इलाके के थाने में जाकर रिपोर्ट करनी होती है,इस प्रक्रिया को पूरी करनी होती हैं तब जाकर ये 14 दिन के लिए क्वारंटीन रहेगा अपने घर में अगर वह कोरोना पॉजिटिव नहीं हुआ।  का सैंपल लिया जाता है सैंपल पॉजिटिव और नेगेटिव होने की जानकारी इनके फोन के द्वारा इनको सूचित कर दी जाती हैं। इसीलिए उनका नाम और पता और सेल फोन नंबर सब स्वास्थ्य कर्मचारी अपने रजिस्टर में नोट कर लेते हैं।

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