प्रवासी लोगों को गुरूग्राम से चमोली पहुँचाया
चमोली– कोरोना काल के संकट की वजह से उत्तराखंड प्रवासियों की घर वापसी लगातार जारी है।आज रविवार को उत्तराखंड सरकार ने 27 प्रवासी उत्तराखंडियों को हरियाणा के गुरूग्राम से लाकर जनपद चमोली पहुॅचे। लाॅकडाउन शुरू होने से अब तक चमोली जनपद के 8165 से अधिक प्रवासी अपने घर लौट चुके है। प्रवासियों के चेहरों पर अपने घर पहुॅचने की खुशी साफ झलक रही है। उत्तराखंड सरकार ने इस संकट की इस घडी में सभी आप्रवासियों को अपने घर तक पहुॅचाने के लिए आभार व्यक्त किया है। प्रवासियों के गौचर पहुॅचने पर मेला मैदान में बनाए गए स्टेजिंग एरिया में जिला प्रशासन द्वारा सभी की मेडिकल जाॅच, थर्मल स्क्रीनिंग एवं डाटा तैयार किया जा रहा है और सभी प्रवासियों को फूड पैकेट दिए जा रहे है।
भारत सरकार द्वारा चिन्हित रेड जोन से आने वाले सभी प्रवासियों को क्वारेन्टाइन किया जा रहा है। इसके अलावा संदिग्ध लोगों को क्वारेन्टाइन में रखा जा रहा है। अभी तक 652 प्रवासियों को विभिन्न स्थानों पर क्वारेन्टाइन किया जा चुका है। क्वारेन्टाइन सेंटर भराडीसैंण आवासीय परिसर में 327, पाॅलीटैक्निक गौचर में 56, मंडल में 18, कर्णप्रयाग ट्रामा सेंटर में 5, कृष्णा पैलेस में 36, जीएमवीएन कालेश्वर में 18, पीएचसी जोशीमठ में 2, पाण्डुकेश्वर में 3, ग्वालदम में 19 लोगों को ठहराया गया है। जबकि देर रात्रि को आने वाले प्रवासियों को पीएचसी गौचर में 15, जीएमवीएन गौचर में 41, मोहिनी लाॅज में 42, पाॅलीटैक्निक गौचर में 40, जीआईसी गौचर में 30 प्रवासियों को रूकने की व्यवस्था की गई। इसके अलावा जिला प्रशासन ने फेसलिटी क्वारेन्टाइन के लिए पीपलकोटी मायापुर में 150 से अधिक लोगों के ठहराने की व्यवस्था की है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशानुसार क्वारेन्टाइन सेंटर में प्रवासियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई गई है। फेसलिटी सेंटरों में ठहराए गए लोगों के लिए भोजन, पेयजल, आवास, जरूरी सामान इत्यादि की समुचित व्यवस्थाएं की गई है। किसी भी सुझाव या शिकायत के लिए पंजिका रखी गई है। क्वारेन्टाइन सेंटर में प्रवासियों की मेडिकल टीम द्वारा जाॅच भी की जा रही है। अभी तक सभी व्यक्तियों के स्वास्थ्य की स्थिति सामान्य है।
ग्रीन जोन से आने वाले प्रवासियों को मेडिकल जाॅच के बाद होम क्वारेन्टीन किया जा रहा है। इसके अलावा गभ्भीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को भी होम क्वारेन्टीन में रहने की छूट दी जा रही है। और होम क्वारेन्टीन किए गए लोगों को संबधित तहसील मुख्यालय तथा यहाॅ से उनके गतंब्य भेजा जा रहा है।गौचर में एसडीएम वैभव गुप्ता, तहसीलदार सोहन सिंह रांगड, एआरटीओ आल्विन राॅक्सी सहित स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, तहसील प्रशासन एवं नगर पालिका की पूरी टीम रात दिन ड्यूटी पर मुस्तैद है और प्रवासियों को गतंब्य तक पहुॅचाने में जुटी है।
भारत सरकार द्वारा चिन्हित रेड जोन से आने वाले सभी प्रवासियों को क्वारेन्टाइन किया जा रहा है। इसके अलावा संदिग्ध लोगों को क्वारेन्टाइन में रखा जा रहा है। अभी तक 652 प्रवासियों को विभिन्न स्थानों पर क्वारेन्टाइन किया जा चुका है। क्वारेन्टाइन सेंटर भराडीसैंण आवासीय परिसर में 327, पाॅलीटैक्निक गौचर में 56, मंडल में 18, कर्णप्रयाग ट्रामा सेंटर में 5, कृष्णा पैलेस में 36, जीएमवीएन कालेश्वर में 18, पीएचसी जोशीमठ में 2, पाण्डुकेश्वर में 3, ग्वालदम में 19 लोगों को ठहराया गया है। जबकि देर रात्रि को आने वाले प्रवासियों को पीएचसी गौचर में 15, जीएमवीएन गौचर में 41, मोहिनी लाॅज में 42, पाॅलीटैक्निक गौचर में 40, जीआईसी गौचर में 30 प्रवासियों को रूकने की व्यवस्था की गई। इसके अलावा जिला प्रशासन ने फेसलिटी क्वारेन्टाइन के लिए पीपलकोटी मायापुर में 150 से अधिक लोगों के ठहराने की व्यवस्था की है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशानुसार क्वारेन्टाइन सेंटर में प्रवासियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई गई है। फेसलिटी सेंटरों में ठहराए गए लोगों के लिए भोजन, पेयजल, आवास, जरूरी सामान इत्यादि की समुचित व्यवस्थाएं की गई है। किसी भी सुझाव या शिकायत के लिए पंजिका रखी गई है। क्वारेन्टाइन सेंटर में प्रवासियों की मेडिकल टीम द्वारा जाॅच भी की जा रही है। अभी तक सभी व्यक्तियों के स्वास्थ्य की स्थिति सामान्य है।
ग्रीन जोन से आने वाले प्रवासियों को मेडिकल जाॅच के बाद होम क्वारेन्टीन किया जा रहा है। इसके अलावा गभ्भीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को भी होम क्वारेन्टीन में रहने की छूट दी जा रही है। और होम क्वारेन्टीन किए गए लोगों को संबधित तहसील मुख्यालय तथा यहाॅ से उनके गतंब्य भेजा जा रहा है।गौचर में एसडीएम वैभव गुप्ता, तहसीलदार सोहन सिंह रांगड, एआरटीओ आल्विन राॅक्सी सहित स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, तहसील प्रशासन एवं नगर पालिका की पूरी टीम रात दिन ड्यूटी पर मुस्तैद है और प्रवासियों को गतंब्य तक पहुॅचाने में जुटी है।
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