तीन मई तक रहेगा देश में लॉक डाउन-प्रधानमंत्री
देहरादून– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 25 मिनट के राष्ट्र के नाम संबोधन में कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई बहुत मजबूती के साथ आगे बढ़ रही हैं। आप सभी देशवासियों की तपस्या आपके त्याग की वजह से भारत अब तक कोरोना से होने वाले नुकसान को काफी हद तक टालने में सफल रहा हैं। आप लोगों ने कष्ट सहकर भी अपने देश को बचाया है हमारे इस भारतवर्ष को बचाया मैं जानता हूं आपको कितनी दिक्कतें आई किसी को खाने की परेशानी किसी को आने जाने की परेशानी कोई घर परिवार से दूर हैं।
लेकिन आप देश की खातिर एक अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य निभा रहे हैं। आप सबको आदर पूर्वक नमन करता हूं। हमारे संविधान में विद द पीपल ऑफ द पीपल और पीपल ऑफ इंडिया की बात कही गई हैं। यही तो हैं वह बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की जन्म जयंती पर हम भारत के लोगों की तरफ से अपनी सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन यह संकल्प बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि है। बाबा साहब का जीवन हमें हर चुनौती को अपने संकल्प शक्ति और परिश्रम के बलबूते पर पार करने की निरंतर प्रेरणा देता हैं। मैं सभी देश वासियों की तरफ से बाबा साहब को नमन करता हूं।यह देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग त्योहारों का भी और वैसे भी भारत से भरा रहता हैं।
अनेक राज्यों में नए वर्ष की शुरुआत हुई है देश के लोग जिस तरह नियमों का पालन कर रहे हैं। जिन्होंने अपने घरों में रहकर अपने त्योहारों को बड़ी सादगी पूर्ण तरीके से मनाया हैं। यह सारी बातें बहुत ही प्रेरक है बहुत ही प्रशंसनीय है नए वर्ष पर आपके आपके परिवार के उत्तम स्वास्थ्य की मैं मंगल कामना करता हूं। साथियों आज पूरे विश्व में कोरोना बीमारी की जो स्थिति है हम सब भलीभांति परिचित हैं। अन्य देशों के मुकाबले अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए गये।कोरोना का एक भी केस होने से पहले ही भारत ने कोरोना प्रभावित देशों से आने वाली यात्रियों की एयरपोर्ट पर क्लीनिंग शुरू कर दी थी। कोरोना के मरीज पहुंचे उससे पहले ही भारत ने विदेश से आए हर यात्री के लिए 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया था। अनेक जगहों पर मॉल होम थिएटर और जिम को बंद किए जा चुके थे। जब हमारे यहां कोरोना के सिर्फ 550 केस थे तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉक डाउन का एक बहुत बड़ा कदम उठा लिया था। भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया बल्कि जैसे ही समस्या दिखी उसे तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का भरसक प्रयास किया।वैसे यह एक ऐसा संकट है जिसमें किसी भी देश के साथ तुलना करना उचित नहीं हैं। लेकिन फिर भी दुनिया के बड़े-बड़े देशों में कोरोना से जुड़े आंकड़े देखें तो आज भारत बहुत अच्छी स्थिति में हैं। महीना डेढ़ महीना पहले कई देश कोरोना संक्रमण के मामले में भारत के बराबर खड़े आज भारत की तुलना में 25 से 30 गुना ज्यादा बढ़ गए उन देशों में हजारों लोगों की दुखद मृत्यु हो चुकी भारत की कल्पना करते हैं। रोंगटे खड़े हो जाते हैं लेकिन बीते दिनों के अनुभवों से यह साफ है कि हमने जो रास्ता चुना हैं।आज की स्थिति में वही हमारे लिए सही हैं।और उनका बहुत बड़ा लाभ देश को मिला हैं। अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो यह महंगा जरूर लगता हमे बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे इसकी कोई तुलना नहीं हो सकती सीमित संसाधनों के बीच भारत जिस मार्ग पर चला हैं। उस मार्ग के चर्चा आज दुनिया भर में होना स्वाभाविक हैं। देश की राज्य सरकारों ने भी स्थानीय संस्थाओं की इकाइयों में भी चौबीसों घंटे हर किसी ने अपना जिम्मा संभालने के लिए प्रयास किया हैं। और हालत को संभाला भी है लेकिन साथियों इन सब प्रयासों के बीच कोरोना जिस तरह फेंला हें उसने विश्व भर में हेल्थ एक्सपोर्ट्स को और सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया भारत में भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब आगे कैसे बढ़े हम विजई कैसे हो हमारे यहां नुकसान कम से कम कैसे हो लोगों की दिक्कतें कम कैसे करें इन बातों को लेकर राज्यों के साथ निरंतर चर्चाएं की और इन सभी चर्चाओं में से एक बात उभर कर के आती है हर किसी का यही सुझाव आता हैं। की लॉक डाउन को अभी ओर आगे के लिए जारी रखा जाये नागरिकों की तरफ से भी यही सुझाव आता है कि लॉक डाउन को बढ़ाया जाए कई राज्य तो पहले से ही लॉक डाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके है साथियों सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए यह तय किया गया है कि भारत में लॉक डाउन को 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा यानी 3 मई तक हम सभी को हर देशवासी को लॉक डाउन में ही रहना होगा इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना हैं। जैसे हम करते आ रहे हैं मेरी सभी देशवासियों से यह प्रार्थना है कि आप को और हमें कोरोना को किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना स्थानीय स्तर पर अब एक भी मरीज बढ़ता हैं। तो यह हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए कहीं पर भी कोरोना से एक भी मरीज की दुखद मृत्यु होती हैं। तो हमारी चिंता और बढ़नी चाहिए और इसलिए हमें हॉटस्पॉट को इंगित करके पहले से भी ज्यादा बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी जिन स्थानों के और हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका हैं। उस पर भी हमें कड़ी नजर रखनी होगी कठोर कदम उठाने होंगे नए हॉटस्पॉट का बनना हमारे परिश्रम और हमारी तपस्या को और चुनौती देगा नए संकट पैदा करें इसलिए अगले सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी 20 अप्रैल तक हर कस्बे हर थाने हर जिले हर राज्य को बड़ी बारीकी से परखा जाएगा इसका मूल्यांकन लगातार किया जाएगा जो क्षेत्र इस अग्नि परीक्षा में सफल होंगे जो अपने यहां हॉटस्पॉट नहीं बढने देंगे और जिनके हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका भी कम होगी वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति छूटता दी जा सकती हैं। लेकिन याद रखें यह अनुमति सशर्त होगी बाहर निकलने के नियम बहुत सख्त होंगे लॉक डाउन के नियम अगर टूटते हैं। और कोरोना बढ़ता हैं तो सारी अनुमति तुरंत वापस ले ली जाएगी और इसलिए ना खुद कोई लापरवाही करनी हैं। और न ही किसी और को लापरवाही करने देना है प्रदेशवासियों कल इस बारे में सरकार की तरफ से एक विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी 20 अप्रैल से कुुुछ विशेेष क्षेत्रों में इमें छूट का प्रावधान हमारे गरीब भाई-बहनों की आजीविका को ध्यान में रखते हुए किया गया हैैं। जो रोज कमाते हैं रोज की कमाई से अपनी जरूरतें पूरी करते हैं। वही मेरा एक बृहत परिवार है मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में इनके जीवन में आए मुश्किल को कम करना हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से सरकार ने उनकी मदद करने का हर संभव प्रयास किया हैं। नई गाइडलाइंस बनाते समय भी उनके हितों का पूरा ध्यान रखा गया हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर प्रयास कर रही हैं। रवि की फसल की कटाई होनी है किसानों को कम से कम दिक्कत हो हम इसका प्रयास करेंगे। साथियों देश में दवा से लेकर के राशन तक पर्याप्त भंडार है सप्लाई चेन की बाधाएं लगातार दूर की जा रही हैैं। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।आदि आदि
लेकिन आप देश की खातिर एक अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य निभा रहे हैं। आप सबको आदर पूर्वक नमन करता हूं। हमारे संविधान में विद द पीपल ऑफ द पीपल और पीपल ऑफ इंडिया की बात कही गई हैं। यही तो हैं वह बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की जन्म जयंती पर हम भारत के लोगों की तरफ से अपनी सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन यह संकल्प बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि है। बाबा साहब का जीवन हमें हर चुनौती को अपने संकल्प शक्ति और परिश्रम के बलबूते पर पार करने की निरंतर प्रेरणा देता हैं। मैं सभी देश वासियों की तरफ से बाबा साहब को नमन करता हूं।यह देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग त्योहारों का भी और वैसे भी भारत से भरा रहता हैं।
अनेक राज्यों में नए वर्ष की शुरुआत हुई है देश के लोग जिस तरह नियमों का पालन कर रहे हैं। जिन्होंने अपने घरों में रहकर अपने त्योहारों को बड़ी सादगी पूर्ण तरीके से मनाया हैं। यह सारी बातें बहुत ही प्रेरक है बहुत ही प्रशंसनीय है नए वर्ष पर आपके आपके परिवार के उत्तम स्वास्थ्य की मैं मंगल कामना करता हूं। साथियों आज पूरे विश्व में कोरोना बीमारी की जो स्थिति है हम सब भलीभांति परिचित हैं। अन्य देशों के मुकाबले अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए गये।कोरोना का एक भी केस होने से पहले ही भारत ने कोरोना प्रभावित देशों से आने वाली यात्रियों की एयरपोर्ट पर क्लीनिंग शुरू कर दी थी। कोरोना के मरीज पहुंचे उससे पहले ही भारत ने विदेश से आए हर यात्री के लिए 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया था। अनेक जगहों पर मॉल होम थिएटर और जिम को बंद किए जा चुके थे। जब हमारे यहां कोरोना के सिर्फ 550 केस थे तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉक डाउन का एक बहुत बड़ा कदम उठा लिया था। भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया बल्कि जैसे ही समस्या दिखी उसे तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का भरसक प्रयास किया।वैसे यह एक ऐसा संकट है जिसमें किसी भी देश के साथ तुलना करना उचित नहीं हैं। लेकिन फिर भी दुनिया के बड़े-बड़े देशों में कोरोना से जुड़े आंकड़े देखें तो आज भारत बहुत अच्छी स्थिति में हैं। महीना डेढ़ महीना पहले कई देश कोरोना संक्रमण के मामले में भारत के बराबर खड़े आज भारत की तुलना में 25 से 30 गुना ज्यादा बढ़ गए उन देशों में हजारों लोगों की दुखद मृत्यु हो चुकी भारत की कल्पना करते हैं। रोंगटे खड़े हो जाते हैं लेकिन बीते दिनों के अनुभवों से यह साफ है कि हमने जो रास्ता चुना हैं।आज की स्थिति में वही हमारे लिए सही हैं।और उनका बहुत बड़ा लाभ देश को मिला हैं। अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो यह महंगा जरूर लगता हमे बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे इसकी कोई तुलना नहीं हो सकती सीमित संसाधनों के बीच भारत जिस मार्ग पर चला हैं। उस मार्ग के चर्चा आज दुनिया भर में होना स्वाभाविक हैं। देश की राज्य सरकारों ने भी स्थानीय संस्थाओं की इकाइयों में भी चौबीसों घंटे हर किसी ने अपना जिम्मा संभालने के लिए प्रयास किया हैं। और हालत को संभाला भी है लेकिन साथियों इन सब प्रयासों के बीच कोरोना जिस तरह फेंला हें उसने विश्व भर में हेल्थ एक्सपोर्ट्स को और सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया भारत में भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब आगे कैसे बढ़े हम विजई कैसे हो हमारे यहां नुकसान कम से कम कैसे हो लोगों की दिक्कतें कम कैसे करें इन बातों को लेकर राज्यों के साथ निरंतर चर्चाएं की और इन सभी चर्चाओं में से एक बात उभर कर के आती है हर किसी का यही सुझाव आता हैं। की लॉक डाउन को अभी ओर आगे के लिए जारी रखा जाये नागरिकों की तरफ से भी यही सुझाव आता है कि लॉक डाउन को बढ़ाया जाए कई राज्य तो पहले से ही लॉक डाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके है साथियों सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए यह तय किया गया है कि भारत में लॉक डाउन को 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा यानी 3 मई तक हम सभी को हर देशवासी को लॉक डाउन में ही रहना होगा इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना हैं। जैसे हम करते आ रहे हैं मेरी सभी देशवासियों से यह प्रार्थना है कि आप को और हमें कोरोना को किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना स्थानीय स्तर पर अब एक भी मरीज बढ़ता हैं। तो यह हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए कहीं पर भी कोरोना से एक भी मरीज की दुखद मृत्यु होती हैं। तो हमारी चिंता और बढ़नी चाहिए और इसलिए हमें हॉटस्पॉट को इंगित करके पहले से भी ज्यादा बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी जिन स्थानों के और हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका हैं। उस पर भी हमें कड़ी नजर रखनी होगी कठोर कदम उठाने होंगे नए हॉटस्पॉट का बनना हमारे परिश्रम और हमारी तपस्या को और चुनौती देगा नए संकट पैदा करें इसलिए अगले सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी 20 अप्रैल तक हर कस्बे हर थाने हर जिले हर राज्य को बड़ी बारीकी से परखा जाएगा इसका मूल्यांकन लगातार किया जाएगा जो क्षेत्र इस अग्नि परीक्षा में सफल होंगे जो अपने यहां हॉटस्पॉट नहीं बढने देंगे और जिनके हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका भी कम होगी वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति छूटता दी जा सकती हैं। लेकिन याद रखें यह अनुमति सशर्त होगी बाहर निकलने के नियम बहुत सख्त होंगे लॉक डाउन के नियम अगर टूटते हैं। और कोरोना बढ़ता हैं तो सारी अनुमति तुरंत वापस ले ली जाएगी और इसलिए ना खुद कोई लापरवाही करनी हैं। और न ही किसी और को लापरवाही करने देना है प्रदेशवासियों कल इस बारे में सरकार की तरफ से एक विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी 20 अप्रैल से कुुुछ विशेेष क्षेत्रों में इमें छूट का प्रावधान हमारे गरीब भाई-बहनों की आजीविका को ध्यान में रखते हुए किया गया हैैं। जो रोज कमाते हैं रोज की कमाई से अपनी जरूरतें पूरी करते हैं। वही मेरा एक बृहत परिवार है मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में इनके जीवन में आए मुश्किल को कम करना हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से सरकार ने उनकी मदद करने का हर संभव प्रयास किया हैं। नई गाइडलाइंस बनाते समय भी उनके हितों का पूरा ध्यान रखा गया हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर प्रयास कर रही हैं। रवि की फसल की कटाई होनी है किसानों को कम से कम दिक्कत हो हम इसका प्रयास करेंगे। साथियों देश में दवा से लेकर के राशन तक पर्याप्त भंडार है सप्लाई चेन की बाधाएं लगातार दूर की जा रही हैैं। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।आदि आदि
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