पांडुकेश्वर में शीतकाल में दर्शन देंगे उद्धव व कुबेर

पांडुकेश्वर – प्रात: 10 बजे  सेना के बेंड की धुनों  एवं बद्रीविशाल की जयकारों के साथ समारोह पूर्वक श्री उद्धव एवं श्री  कुबेर का पांडुकेश्वर तथा आदि गुरू शंकराचार्य की गद्दी का रावल  ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी के साथ  श्री बद्रीनाथ धाम से नृसिंह मंदिर हेतु प्रस्थान हुआ।  कल शाम श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गये थे।बद्रीनाथ धाम से लेकर हनुमान चट्टी,लामबगड़ एवं पांडुकेश्वर बाजार में देवडोलियों का भव्य स्वागत हुआ।  श्रद्धालुओं ने जगह-जगह भंडारे भी आयोजित किये।  श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी एवं आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी के पांडुकेश्वर आगमन पर पांडुकेश्वर ग्राम पंचायत द्वारा रावल , श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, धर्माधिकारी, अपर धर्माधिकारी, वेदपाठियों का स्वागत किया गया।
इसके पश्चात श्री उद्धव जी एवं आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी योग-ध्यान बदरी मंदिर में पहुंची जहां रावल सहित मंदिर समिति अध्यक्ष एवं सभी श्रद्धालुओं ने योग-ध्यान बदरी मंदिर के दर्शन किये।  इससे पूर्व सिद्ध हनुमान मंदिर हनुमान चट्टी में भी दर्शन एवं पूजा-अर्चना की।  योग-ध्यान बदरी मंदिर में पुजारी राजेंद्र डिमरी, परमेश्वर डिमरी ने पूजा -अर्चना करायी। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने देवडोलियों के दर्शन किये।श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, मुख्य कार्याधिकारी बी.डी.सिंह,उप मुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, अपर धर्माधिकारी  सत्य प्रसाद चमोला, अपर धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविन्द्र भट्ट,   सहायक अभियंता विपिन तिवारी, मंदिर अधिकारी मोहन सती,सहायक मंदिर अधिकारी राजेन्द्र चौहान, प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, कमेटी सहायक संजय भट्ट,  डा.हरीश गौड़,  संजय चमोली,  दफेदार कृपाल  सनवाल,  दिनेश डिमरी, ज्योतिष डिमरी आदि  डोली यात्रा के साथ पहुंचे। पांडुकेश्वर में किशोर पंवार, संदीप भट्ट, दिनेश पंवार,ग्राम पंचायत प्रधान बबीता पंवार, विपुल मेहता, अमित पवांर, कमलेश कोठारी, बिजेंद्र भंडारी, हरेंद्र कोठारी आदि ने देवोलियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर मंदिर समिति अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने कहा कि बद्रीनाथ धाम के  कपाट बंद होने के बाद
श्री कुबेर जी  पांडुकेश्वर स्थित कुबेर मंदिर में तथा श्री उद्धव जी योग-ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर में विराजमान हो गये हैं तथा शीतकाल में यहीं दर्शन देंगे जबकि कल प्रात:  9.30 बजे  पांडुकेश्वर से  रावल जी के साथ आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी  का नृसिंह मंदिर जोशीमठ आगमन होगा।
मुख्यकार्यधिकारी  बी.डी.सिंह ने बताया श्री नृसिंह मंदिर में आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी एवं रावल के आगमन पर स्वागत के लिए तैयारियां की जा रही हैं। इसके लिए नृसिंह मंदिर प्रभारी संदीप कपरवाण को निर्देशित किया गया है।
श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल एवं उपाध्यक्ष अशोक खत्री ने  श्री बद्रीनाथ यात्रा के सफल समापन पर  सभी हक -हकूक धारियों, पुलिस- प्रशासन,  सभी सरकारी विभागों, एवं तीर्थ यात्रियों का आभार जताया है।

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