ओंकारेश्वर मंदिर में केदारनाथ भगवान की शीतकालीन पूजायें शुरू
उखीमठ– श्री केदारनाथ भगवान की चल विग्रह पंचमुखी विग्रह मूर्ति आज विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से प्रस्थान कर शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंची। विग्रह डोली को स्थापित होते ही भगवान केदारनाथ की शीतकालीन पूजायें शुरू हो गयी हैं। इस अवसर पर सैकड़ों भक्त स्थानीय जनता दर्शन को पहुंचे। आज दिन 11.30 बजे चल विग्रह डोली सेना के जेकलाई रेजीमेंट की बैंड के साथ समारोह पूर्वक गद्दी स्थल पहुंची। गुप्तकाशी बाजार, कुंड, विद्यापीठ, संसारी सहित सड़क मार्ग पर डोली का भब्य स्वागत हुआ।इस अवसर पर ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग एवं श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष अशोक खत्री ने डोली की अगवानी की। डोली को ओंकारेश्वर मंदिर में स्थापित किया गया। इसके साथ ही श्री केदारनाथ भगवान की शीतकालीन पूजायें भी शुरू हो गयी।
प्रातःकाल से ही ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में चहल-पहल थी, डोली आगमन की प्रतीक्षा हो रही थी,सुबह मंदिर का शुद्धिकरण किया गया था।इस अवसर पर पुजारी केदार लिंग, पूर्व विधायक शैलारानी रावत, कार्याधिकारी एन.पी.जमलोकी, सहायक अभियंता गिरीश देवली, लेखाकार आरसी तिवारी,वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, एवं वचन सिंह रावत, थाना प्रभारी सुबोध ममगाईं, एस आई मंसूर अली, डोली प्रभारी, प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, फार्मेसी प्रभारी डा.हर्षवर्धन बेंजवाल, पुजारी शिवशंकर लिंग, आचार्य ओंकार शुक्ला, आचार्य हर्ष जमलोकी, वेदपाठी विश्वमोहन जमलोकी, यशोधर मैठाणी, स्वयंबर सेमवाल, आशाराम नौटियाल,स.वेदपाठी सुशील बेंजवाल,
संजय तिवारी वैद्य लोकेंद्र रिवाड़ी, प्रबंधक अरविंद शुक्ला, प्रदीप सेमवाल, पारेश्वर त्रिवेदी, भगवती सेमवाल, प्रेमसिंह रावत, मनीष तिवारी,अवर अभियंता आशुतोष शुक्ला, विवेक कुमार, स.लेखाकार प्रमोद बगवाड़ी, मनोज शुक्ला, पुष्कर रावत, मृत्युंजय हीरेमठ, ललित त्रिवेदी, सुदीप रावत,विश्वेश्वर शैव आदि मौजूद रहे।मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि 29 अक्टूबर भैयादूज को प्रात: केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो गये। इसी दिन चल विग्रह डोली रामपुर पहुंची कल डोली ने विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में प्रवास किया।श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल एवं मुख्य कार्याधिकारी बी.डी.सिंह ने श्री केदारनाथ की उत्सव डोली के औंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
प्रातःकाल से ही ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में चहल-पहल थी, डोली आगमन की प्रतीक्षा हो रही थी,सुबह मंदिर का शुद्धिकरण किया गया था।इस अवसर पर पुजारी केदार लिंग, पूर्व विधायक शैलारानी रावत, कार्याधिकारी एन.पी.जमलोकी, सहायक अभियंता गिरीश देवली, लेखाकार आरसी तिवारी,वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, एवं वचन सिंह रावत, थाना प्रभारी सुबोध ममगाईं, एस आई मंसूर अली, डोली प्रभारी, प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, फार्मेसी प्रभारी डा.हर्षवर्धन बेंजवाल, पुजारी शिवशंकर लिंग, आचार्य ओंकार शुक्ला, आचार्य हर्ष जमलोकी, वेदपाठी विश्वमोहन जमलोकी, यशोधर मैठाणी, स्वयंबर सेमवाल, आशाराम नौटियाल,स.वेदपाठी सुशील बेंजवाल,
संजय तिवारी वैद्य लोकेंद्र रिवाड़ी, प्रबंधक अरविंद शुक्ला, प्रदीप सेमवाल, पारेश्वर त्रिवेदी, भगवती सेमवाल, प्रेमसिंह रावत, मनीष तिवारी,अवर अभियंता आशुतोष शुक्ला, विवेक कुमार, स.लेखाकार प्रमोद बगवाड़ी, मनोज शुक्ला, पुष्कर रावत, मृत्युंजय हीरेमठ, ललित त्रिवेदी, सुदीप रावत,विश्वेश्वर शैव आदि मौजूद रहे।मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि 29 अक्टूबर भैयादूज को प्रात: केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो गये। इसी दिन चल विग्रह डोली रामपुर पहुंची कल डोली ने विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में प्रवास किया।श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल एवं मुख्य कार्याधिकारी बी.डी.सिंह ने श्री केदारनाथ की उत्सव डोली के औंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
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