गोविन्द घाट और थराली में बादल फटने से तबाही की सूचना

चमोली– जोशीमठ के गोविन्दघाट में शनिवार सुबह लगभग 5ः00 बजे के आसपास बादल फटने एवं अतिवृष्टि के कारण बरसाती नालों से भारी नुकसान हुआ है। इसके चलते गोविन्द घाट में निजी पार्किग में खडी कुछ गाडियां मलवे में दब गई, जबकि कुछ दुकानें, ढावे एवं निजी संपत्तियां भी क्षतिग्रस्त हुई है वही बरसाती नालों के कारण गोविन्द घाट से आगे बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग भी चार जगहों पर पूरी तरह से वासआउट हो गया। हांलाकि गोविन्दघाट में किसी प्रकार की जनहानि व पशुहानि नही हुई है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, जिला प्रशासन की टीमें मौके पर राहत बचाव कार्यो में जुटी है। गोविन्द घाट में बादल फटने से तबाही की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया एवं पुलिस अधीक्षक घटना स्थल के लिए रवाना हुए। जिलाधिकारी ने गोविन्द घाट पहुॅचकर नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर फंसे यात्रियों को लोकल टैक्सी वाहनों से सुरक्षित स्थानों तक पहुॅचाने के निर्देश दिए। वही यात्रियों को पीपलकोटी, जोशीमठ एवं गोविन्द घाट में सुरक्षित स्थानों पर ही ठहरने को कहा गया है। जिलाधिकारी ने ब्रदीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को शीघ्र सुचारू करने, क्षतिग्रस्त पेयजल एवं विद्युत लाईनों को शीघ्र दुरूस्त करने के निर्देश संबधित अधिकारियों को दिए। वही लोनिवि को गुरूद्वारा लिंक मोटर मार्ग भी शीघ्र सुचारू करने को कहा। गोविन्दघाट के निकट गोठमा एवं तुगपानी गदेरे में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से वासआउट हो गया, जिसको देखते हुए जिलाधिकारी ने बीआरओ को लोनिवि से संपर्क करते हुए वैलीब्रीज की तत्कालिक व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गोवन्दि घाट से आगे गोठमा, तुगपानी, टामचा, कारूना गदेरों में ऊफान एवं भारी मलवा आने से पेयजल एवं विद्युत लाईन, कुछ रेस्टोंरेंट, ढाबें, दुकानें, जिला पंचायत की चार दुकानें एवं कुछ स्थानीय लोगों की निजि पार्किंग भी क्षतिग्रस्त हुई है। वही गोविन्द घाट मुख्य बाजार की पार्किंग में भी मलवा आने से आंशिक नुकसान हुआ है। जिलाधिकारी ने राजस्व टीम को क्षति का पूरा आंकलन करने के निर्देश दिए है। इस अवसर पर एसडीएम जोशीमठ अनिल कुमार चनियाल, आपदा प्रबन्धन अधिकारी एनके जोशी सहित लोनिवि, बीआरओ, पेयजल, विद्युत आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे। वही दूसरी ओर देवाल एवं थराली ब्लाक में भी अतिवृष्टि के कारण परिसंपित्तयों का नुकसान हुआ है। गनीमत रही की इन घटनाओं में भी कोई जनहानि या पशुहानि नही हुई है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने देवाल एवं थराली के सभी प्रभावित परिवारों तक त्वरित राहत सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। वाण गांव में कुछ आवासी मकानों में मलवा आने से नुकसान हुआ है तथा खेतों में मलवा आने से फसलों का नुकसान हुआ है तथा विद्युत लाईन भी क्षतिग्रस्त हुई है। देवाल-वाण मोटर मार्ग कई स्थानों पर बाधित होने गया है जिसको सुचारू किया जा रहा है। थराली के तलवाडी में एक आवासीय भवन तीक्ष्ण तथा एक भवन पूर्ण क्षतिग्रस्त हुआ है साथ आवास से जुड़ी दो गौशालएं भी क्षतिग्रस्त हुई है। यहाॅ पर 5 पशु मलवे में दबे थे जिनको सुरक्षित निकाल दिया गया है। तहसीलदार सोहन सिंह रांगड ने बताया कि प्रभावित परिवारों को त्वरित सहायता के रूप में खाद्य सामग्री यथा आटा, चावल, तेल, चीनी, चायपत्ती, मसाला, सब्जी, दाल के अतिरिक्त टेंट, सोलर लाइट, कपडे, जूते आदि जरूरी सामान वितरित किया गया है। इसके अलावा अहेतुक राशि 3800 रुपये प्रति परिवार के हिसाब से तीन परिवारों को दी जा रही है। थराली एवं देवाल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में भी प्रशासन राहत एवं बचाव कार्यो में जुटा है तथा राजस्व टीम के द्वारा मौके पर आपदा से हुई क्षति का आंकलन किया जा रहा है।

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