सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में कैसे सुधार किया जाये–सी एम
देहरादून–मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने डोईवाला में स्व. मांगे राम अग्रवाल की 16वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एवं विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया व वृक्षारोपण भी किया।मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि हरज्ञान चन्द सरस्वती शिशु मन्दिर, डोईवाला के संस्थापक व समाज सेवक स्व. मांगेराम अग्रवाल की पुण्यतिथि पर उनके परिवारजनों ने मेधावी छात्रों को सम्मानित करने व वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जाना सराहनीय पहल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों का बेहतर भविष्य के लिए सुनिश्चित ध्येय होना चाहिए। भविष्य में कुछ अच्छा कार्य करने के लिए बच्चों को प्रेरित करना जरूरी है। अब अनेक सामाजिक संस्थाएं बच्चों को प्रेरित करने के लिए सम्मान समारोह आयोजित करा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कालसी में एक आवासीय विद्यालय है, उस विद्यालय के सात बच्चे आईआईटी में, दो बच्चे मेडिकल में व चार बच्चे दिल्ली यूनिवर्सिटी में बीएससी, बीए ऑनर्स के लिए चयनित हुए।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सरकारी स्कूलों में छात्रां की कम संख्या चिन्ता का विषय है। प्रदेश में 2014 में सरकारी स्कूलों में 11 लाख 60 हजार विद्यार्थी थे, जो 2019 तक आते घटकर 07 लाख रह गई है। 700 सरकारी स्कूल बंद हो चुके हैं। सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में कैसे गुणात्मक सुधार किया जाय इस पर कैसे अध्यापकों के साथ ही अविभावकों को भी चिन्तन करना होगा। प्रदेश में छात्रों को बेहतर गुणात्मक शिक्षा मिले इसके लिए तमाम प्रयास किये जाने की जरूरत है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि उनके बुजुर्गों द्वारा समाज सेवा के साथ ही समाज के गरीब तबके के छात्रों को शिक्षा की उपलब्धता के लिए प्रयास किये जाते रहे हैं। अपने पिता स्व. मांगेराम की स्मृति में उनकी पुण्य तिथि पर मेधावी छात्रों का सम्मान व वृक्षारोपण समाज में शिक्षा के प्रसार व पर्यावरण की सुरक्षा का संदेश देने में मददगार रहता है।इस अवसर पर परमार्थ निकेतन से स्वामी चिदानन्द सरस्वती, किशन सिंघल, प्रेम बड़कोटी आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों का बेहतर भविष्य के लिए सुनिश्चित ध्येय होना चाहिए। भविष्य में कुछ अच्छा कार्य करने के लिए बच्चों को प्रेरित करना जरूरी है। अब अनेक सामाजिक संस्थाएं बच्चों को प्रेरित करने के लिए सम्मान समारोह आयोजित करा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कालसी में एक आवासीय विद्यालय है, उस विद्यालय के सात बच्चे आईआईटी में, दो बच्चे मेडिकल में व चार बच्चे दिल्ली यूनिवर्सिटी में बीएससी, बीए ऑनर्स के लिए चयनित हुए।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सरकारी स्कूलों में छात्रां की कम संख्या चिन्ता का विषय है। प्रदेश में 2014 में सरकारी स्कूलों में 11 लाख 60 हजार विद्यार्थी थे, जो 2019 तक आते घटकर 07 लाख रह गई है। 700 सरकारी स्कूल बंद हो चुके हैं। सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में कैसे गुणात्मक सुधार किया जाय इस पर कैसे अध्यापकों के साथ ही अविभावकों को भी चिन्तन करना होगा। प्रदेश में छात्रों को बेहतर गुणात्मक शिक्षा मिले इसके लिए तमाम प्रयास किये जाने की जरूरत है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि उनके बुजुर्गों द्वारा समाज सेवा के साथ ही समाज के गरीब तबके के छात्रों को शिक्षा की उपलब्धता के लिए प्रयास किये जाते रहे हैं। अपने पिता स्व. मांगेराम की स्मृति में उनकी पुण्य तिथि पर मेधावी छात्रों का सम्मान व वृक्षारोपण समाज में शिक्षा के प्रसार व पर्यावरण की सुरक्षा का संदेश देने में मददगार रहता है।इस अवसर पर परमार्थ निकेतन से स्वामी चिदानन्द सरस्वती, किशन सिंघल, प्रेम बड़कोटी आदि उपस्थित थे।
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