योग का महाकुम्भ हर-की-पौड़ी पर मनायेंगे -स्वामी रामदेव

हरिद्वार– स्वामी रामदेव के सान्निध्य में पतंजलि के माध्यम से प्रत्येक वर्ष ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ का भव्य आयोजन किया जाता है। इस वर्ष यह कार्यक्रम स्वामी रामदेव व
 आचार्य बालकृष्ण की पावन उपस्थिति में उनके गृह जनपद तथा विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हरिद्वार के पावन स्थल हर-की-पौड़ी पर मनाया जाएगा। दिव्य योग मंदिर, कनखल में एक प्रेस-वार्ता को सम्बोधित करते हुए  स्वामी रामदेव ने इसकी औपचारिक घोषणा की। इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि जब से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की घोषणा हुई है तब से पतंजलि योगपीठ द्वारा प्रत्येक वर्ष 21 जून को यह कार्यक्रम देश के विभिन्न स्थानों जैसे- राजपथ से लेकर फरीदाबाद, अहमदाबाद, कोटा, दुबई आदि अनेक स्थानों पर मनाया गया, जहाँ अनेक विश्व कीर्तिमान भी स्थापित किए गए।
इस वर्ष योग का यह महाकुम्भ देश की आध्यात्मिक राजधानी हरिद्वार के पावन स्थल हर-की-पौड़ी पर मनाया जाएगा जो स्वयं एक कीर्तिमान होगा। योग के इस महाकुम्भ से हरिद्वार सहित पूरी देवभूमि उत्तराखण्ड गौरवान्वित होगी। कार्यक्रम में देश के आम नागरिक से लेकर कई बड़े सैलेब्रिटी, कैबिनेट मंत्रीगण, विश्व विख्यात साधु-संत तथा अन्य विशिष्ट व्यक्तियों समेत देश के कोने-कोने से लोग भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि इस पूरे आयोजन में हरिद्वार गंगा सभा तथा संत समाज का पूरा सहयोग मिल रहा है। स्वामी रामदेव ने कहा कि योग दिवस को सफल बनाने के लिए वे स्वयं हरिद्वार के प्रत्येक क्षेत्र यथा- कनखल, ज्वालापुर, बी-एच-ई-एल- तथा ग्रामीण क्षेत्रें में जाकर लोगों को स्वयं आमंत्रित करेंगे। जहाँ संकरी गलियाँ हैं, वहाँ स्वामी रामदेव रिक्शे या साईकिल से जाकर लोगों को योग दिवस हेतु आमंत्रित करेंगे। कार्यक्रम हेतु पतंजलि योगपीठ तथा भारत स्वाभिमान की टीम पूरी तरह मुस्तैद है तथा बड़े स्तर पर तैयारियाँ शुरू कर दी गई हैं। इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने संकल्प लिया कि अब वे एक भी दिन विश्राम नहीं करेंगे। साल के 365 दिन देश के प्रत्येक जिले में जाकर योग की अलख जगाएँगे। उन्होंने कहा कि मेरा एकमात्र लक्ष्य देश के प्रत्येक नागरिक को मधुमेहमुक्त, मोटापा मुक्त, तनावमुक्त व दवामुक्त बनाना है।
स्वामी रामदेव ने कहा कि हर-की-पौड़ी पर गंगा आरती के उपरान्त प्रातः 5 बजे 8 बजे तक योगकुम्भ का आयोजन किया जाएगा जिसमें योग व प्राणायाम की पावनी धारा प्रवाहित होगी।पत्रकार वार्ता के माध्यम से स्वामी  रामदेव ने देशवासियों को गर्मी से बचने के सरल घरेलू नुस्खे बताए। उन्होंने कहा कि बदलते भौगोलिक परिवेश में प्रतिवर्ष गर्मी बढ़ती जा रही है, देश के कई शहरों जैसे- चुरू, बीकानेर, जैसलमेर तथा एन-सी-आर- इत्यादि में तो तापमान 50 डिग्री पार कर चुका है। उन्होंने कहा कि हम अपने पूर्वजों दादी-नानी के सरल घरेलू उपायों को भुला चुके हैं। पहले घर पर ही गर्मी से बचने के लिए खीरा, ककड़ी, तरबूज, खरबूजा, आम का पन्ना, सत्तू, गन्ने का रस, नींबू की शिकंजी, जो की रबड़ी, बेल का शर्बत, गोंद का तीरा, जलजीरा, शीशम के पत्तों का प्रयोग किया जाता था। इन्हें हम पूरी तरह विस्मृत कर चुके हैं। स्वामी रामदेव ने कहा कि लोग अपने पूर्वजों की परम्परा भुल गए तथा मेहनत करने बचने लगे तो पतंजलि ने उनके लिए बेल, खस, ब्राह्मी व गुलाब शर्बत, आम का पन्ना, दुग्ध उत्पाद जैसे- छाछ, दूध, टोण्ड मिल्क, दही तैयार किए हैं। स्वामी रामदेव ने स्वयं कुछ प्रयोग करके दिखाए। उन्होंने कहा कि नींबू, पुदीना तथा बेल इत्यादि से कोलाइटिस तथा अन्य उदर रोगों में अत्यंत लाभदायक है।

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