ए सी में बैठ पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली वन विभाग ने
देहरादून–उत्तराखंड में चढता पारा, तपती सड़क, सूखते गले और जलते वनों की चिंता को नजरअंदाज कर पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सुभाष रोड स्थित एक स्थानीय होटल में वन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई।मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि भारतीय संस्कृति अरण्य (वनों) की संस्कृति रही है। भारत में पर्यावरण के प्रति लोगों में काफी पहले से चेतना का संचार हो गया था। राजस्थान में पेड़ों की रक्षा के लिए लगभग 300 साल पहले चिपको आन्दोलन हुआ। उत्तराखण्ड में भी गौरा देवी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए चिपको आन्दोलन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदूषण विश्व के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
विश्वभर में लाखों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में पर्यावरण संरक्षण के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। गत वर्ष रिस्पना व कोसी नदी पर वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया गया। नए बांधों व झीलों के निर्माण की दिशा में सरकार काम कर रही है। सूर्यधार, सौंग व मलढ़ूग बांध बनाये जा रहे हैं। आने वाले समय में देहरादून को इनसे पूर्ण ग्रेविटी वाटर उपलब्ध होगा। पौड़ी, गैरसैंण अल्मोड़ा आदि जगहों पर झीलें बनायी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ पर्यावरण व पानी उपलब्ध हो, इसके लिए हमें जल स्रोतों के पुनर्जीवीकरण की दिशा में भी विशेष ध्यान देना होगा। वर्षा जल संरक्षण करना जरूरी है। पर्यावरण संरक्षण के लिए जन सहभागिता का होना अति आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण के लिए वन विभाग को सभी विभागों से सहयोग लेना होगा। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों के अलावा विभागाध्यक्षों से भी वृक्षारोपण में सहयोग लिया जाये। जिससे लोगों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति और जागरूकता बढ़े।
वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए विश्वव्यापी पहल जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत जैव विविधता वाला देश है। भारत की जैव विविधता में 28 प्रतिशत योगदान उत्तराखण्ड का है। पर्यावरण संरक्षण का जो संदेश उत्तराखण्ड से जाता है इसका प्रभाव सम्पूर्ण विश्व पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हम सबको अपनी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए। पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत व स्वस्थ भारत व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के स्वच्छ व स्वस्थ उत्तराखण्ड के सपने को हम सबको मिलकर पूरा करना होगा।मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छता के लिए सबको प्रतिदिन समय देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि देहरादून शहर को स्वच्छ रखने में सबका सहयोग जरूरी है। इसके लिए हमें सबसे पहले पॉलीथीन का बहिष्कार करना होगा।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, पलायन आयोग के उपाध्यक्ष एस.एस.नेगी, प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण आनन्द वर्द्धन प्रमुख वन संरक्षक जयराज आदि उपस्थित थे।
विश्वभर में लाखों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में पर्यावरण संरक्षण के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। गत वर्ष रिस्पना व कोसी नदी पर वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया गया। नए बांधों व झीलों के निर्माण की दिशा में सरकार काम कर रही है। सूर्यधार, सौंग व मलढ़ूग बांध बनाये जा रहे हैं। आने वाले समय में देहरादून को इनसे पूर्ण ग्रेविटी वाटर उपलब्ध होगा। पौड़ी, गैरसैंण अल्मोड़ा आदि जगहों पर झीलें बनायी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ पर्यावरण व पानी उपलब्ध हो, इसके लिए हमें जल स्रोतों के पुनर्जीवीकरण की दिशा में भी विशेष ध्यान देना होगा। वर्षा जल संरक्षण करना जरूरी है। पर्यावरण संरक्षण के लिए जन सहभागिता का होना अति आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण के लिए वन विभाग को सभी विभागों से सहयोग लेना होगा। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों के अलावा विभागाध्यक्षों से भी वृक्षारोपण में सहयोग लिया जाये। जिससे लोगों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति और जागरूकता बढ़े।
वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए विश्वव्यापी पहल जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत जैव विविधता वाला देश है। भारत की जैव विविधता में 28 प्रतिशत योगदान उत्तराखण्ड का है। पर्यावरण संरक्षण का जो संदेश उत्तराखण्ड से जाता है इसका प्रभाव सम्पूर्ण विश्व पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हम सबको अपनी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए। पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत व स्वस्थ भारत व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के स्वच्छ व स्वस्थ उत्तराखण्ड के सपने को हम सबको मिलकर पूरा करना होगा।मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छता के लिए सबको प्रतिदिन समय देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि देहरादून शहर को स्वच्छ रखने में सबका सहयोग जरूरी है। इसके लिए हमें सबसे पहले पॉलीथीन का बहिष्कार करना होगा।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, पलायन आयोग के उपाध्यक्ष एस.एस.नेगी, प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण आनन्द वर्द्धन प्रमुख वन संरक्षक जयराज आदि उपस्थित थे।
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