दूल्हे व परिवार समेत बारातियों ने किया रक्तदान
देहरादून – सुमित कुमार ने एम एस सी करने के बाद 23 साल की उम्र में लाखों का पैकेज छोड़ कर समाज सेवा का बीड़ा उठाया है । अमूल्य जीवन विकास चेरिटेबल सोसायटी के माध्यम से जहां इन्होंने श्री महन्त इन्द्रेश हॉस्पिटल के साथ कैम्प लगा कर हजारों यूनिट खून एकत्र कर लोगों को जीवन दान दिया हैं। वहीं सप्ताह मे दो बार स्वास्थ्य कैम्प लगा कर आम जनमानस की सेवा कर रहे हैं। सरकारी अस्पताल में मरीज के साथ कोई तीमारदार भूखा न रहे इसके लिए इन्होंने निःशुल्क रोटी बैंक चलाकर एक पुण्य का काम किया हैं।
राज्यपाल द्वारा अपनी सेवाओं के लिए पुरस्कृत होने के साथ साथ इन्हें सैकड़ो संस्थाओं ने समाज के प्रति इनकी निष्ठा और लगन को देखकर इन्हें सम्मानित किया है ।अपने विवाह को यादगार बनाने के लिए इन्होंने घोड़ी चढ़ने से पूर्व ही स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में दूल्हे व परिवार समेत कुल 153 बारातियों ने रक्तदान किया बता दे कि देहरादून मे अपने किस्म का एक अनोखे विवाह का इतिहास लिखने जा रहा हैं। आशा करते हैं कि इनके इस प्रयास से आजकल की युवा पीढ़ी भी कुछ अच्छा करने का विचार करेगी । इनके विवाह मे बैंड बाजा बारात नही दहेज का कोई साथ नही ।
न ही किसी प्रकार की कॉकटेल की गई पेपर को बचाने के लिए और अनेको समाजिक सन्देश जनता तक पहुंचाने के लिए इन्होंने अपने शादी के निमंत्रण पत्र भी कैलेंडर नुमा छपवाए थे ताकि साल भर तक यह सन्देश सबको याद रहे इनके विवाह मंडप मे भी सभी जागरूकता वाले सन्देश देखने को मिलें। अनोखी शादी के इस शुभ विवाह के अवसर पर स्वैछिक रक्तदान करने वालों मे दूल्हा सुमित कुमार, उनके पिता बृजपाल प्रजापति, माता रेखा देवी, भाई अंकित कुमार, डॉ शैलेंद्र कौशिक ,पदमेंद्र सिंह नेगी, गणेश चंद्र, आरिफ खान, नरेंद्र सिंह मेहता, जीवन सिंह रौतेला , सूरज मोहन, कपिल जोशी, भगत सिंह पालीवाल , डॉ मुकुल शर्मा , प्रणव कुमार, मोहित कुमार, मयंक गौर इत्यादि सैकड़ो बारातियों ने रक्तदान किया ।
राज्यपाल द्वारा अपनी सेवाओं के लिए पुरस्कृत होने के साथ साथ इन्हें सैकड़ो संस्थाओं ने समाज के प्रति इनकी निष्ठा और लगन को देखकर इन्हें सम्मानित किया है ।अपने विवाह को यादगार बनाने के लिए इन्होंने घोड़ी चढ़ने से पूर्व ही स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में दूल्हे व परिवार समेत कुल 153 बारातियों ने रक्तदान किया बता दे कि देहरादून मे अपने किस्म का एक अनोखे विवाह का इतिहास लिखने जा रहा हैं। आशा करते हैं कि इनके इस प्रयास से आजकल की युवा पीढ़ी भी कुछ अच्छा करने का विचार करेगी । इनके विवाह मे बैंड बाजा बारात नही दहेज का कोई साथ नही ।
न ही किसी प्रकार की कॉकटेल की गई पेपर को बचाने के लिए और अनेको समाजिक सन्देश जनता तक पहुंचाने के लिए इन्होंने अपने शादी के निमंत्रण पत्र भी कैलेंडर नुमा छपवाए थे ताकि साल भर तक यह सन्देश सबको याद रहे इनके विवाह मंडप मे भी सभी जागरूकता वाले सन्देश देखने को मिलें। अनोखी शादी के इस शुभ विवाह के अवसर पर स्वैछिक रक्तदान करने वालों मे दूल्हा सुमित कुमार, उनके पिता बृजपाल प्रजापति, माता रेखा देवी, भाई अंकित कुमार, डॉ शैलेंद्र कौशिक ,पदमेंद्र सिंह नेगी, गणेश चंद्र, आरिफ खान, नरेंद्र सिंह मेहता, जीवन सिंह रौतेला , सूरज मोहन, कपिल जोशी, भगत सिंह पालीवाल , डॉ मुकुल शर्मा , प्रणव कुमार, मोहित कुमार, मयंक गौर इत्यादि सैकड़ो बारातियों ने रक्तदान किया ।
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